रणवीर सिंह के लिए 2018 बेहद ही ख़ास रहा है। चाहे वो व्यावसायिक तौर पर हो या व्यक्तिगत तौर पर। इस साल की शुरुआत उन्होंने संजय लीला भंसाली निर्देशित सुपरहिट फिल्म ‘पद्मावत‘ से की थी जो उनकी अब तक की सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट फिल्म है। इसके बाद वे, रोहित शेट्टी निर्देशित ‘सिम्बा‘ से बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रहे हैं। इसके बाद उनकी झोली में इस वक़्त, ज़ोया अख्तर की फिल्म ‘गली बॉय‘ है, करण जौहर की ‘तख़्त‘ और कबीर खान की ‘83‘ जिसमे प्रसिद्ध पूर्व क्रिकेटर कपिल देव की कहानी दिखाई जाएगी। और सिर्फ इतना ही नहीं, इस साल उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड और बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण से भी शादी कर ली है। इन्ही सब पर उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से खुल कर बातचीत की। इस बातचीत के प्रमुख अंश यहाँ मौजूद हैं-
आपका 2018 बेहद ही ख़ास रहा है -व्यावसायिक तौर पर और व्यक्तिगत तौर पर भी?
2018 बहुत कमाल का साल था। ‘पद्मावत’ से जहाँ मुझे करियर की सबसे बड़ी हिट मिली वही इतनी सारी प्रशंसा भी। और वो सब एक ऐसे किरदार के लिए जिसके लिए मुझे कई लोगों ने सुझाव दिया था कि मुझे नहीं करना चाहिए। एक नकारात्मक किरदार निभाना बहुत बड़ा जोखिम था मगर उसका परिणाम काफी बड़ा और अच्छा निकला। फिर उसके बाद, ‘गली बॉय’ मेरे लिए एक रचनात्मक अनुभव रही। उसका बर्लिन फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित हो जाना वाकई खुशखबरी थी। मगर पिछले साल, मैंने अपनी नानी को खो दिया था जो काफी बुरा हुआ। उनके जाने पर, हमारा पूरा परिवार और करीब आ गया था और इसलिए मैं उसे इसी नज़रिए से देखता हूँ। फिर मुझे ‘सिम्बा’ में पूरी हीरोगिरी करने का मौका मिला। मुझे लगता है मैं पूरा मसाला फ़िल्मी हीरो बनने के लिए ही पैदा हुआ हूँ। यह एक बहुत ही फायदेमंद और सबसे मजेदार अनुभव था जो मैंने आज तक कभी नहीं किया।
‘सिम्बा’ के बाद आप ’83’ और ‘तख़्त’ में काम करने वाले हैं। तो आपको कैसा लग रहा है?
ईमानदारी से कहूँ तो इस वक़्त खुद को धन्य महसूस कर रहा हूँ। मैं हर चीज़ के लिए खुश हूँ मगर सबसे अच्छी बात है कि मेरी शादी हो गयी। इतना सब कुछ होने के बाद भी, मुझे पहली बार ज़िन्दगी में ऐसा लग रहा है कि मैंने कोई उपलब्धि हासिल की है जैसे मैंने कुछ किया है, कुछ उखाड़ा है। वे काफी शानदार और अद्भुत लग रहा था। मैं काफी ज़मीन से जुड़ा हुआ, ताकतवर और सुरक्षित महसूस कर रहा हूँ। अगर वो मेरे साथ है तो मुझे लगता है कि मुझे कोई नहीं हरा सकता क्योंकि मुझे पता है कि कोई तो है जो मेरी परवाह करता है। हमारा रिश्ता पहले से भी ज्यादा मजबूत और गहरा बन गया है।
आप इस वक़्त अपने करियर में काफी आगे चल रहे हैं तो क्या आपको कभी डर लगता है कि आप लम्बे समय तक इसे कैसे बनाये रखेंगे?
मुझे लगता है कि ऐसा सोच कर अपने ऊपर दबाव बनाने से कुछ नही होगा। तुम जो कर सकते हो तुम वही कर पाओगे ना? मगर में बाहर निकल कर पूरी लगन और ईमानदारी से काम करना चाहता हूँ। फिर इतना करने पर, मैं सिर्फ अच्छे की ही उम्मीद करना चाहूँगा क्योंकि मैं सिर्फ यही कर सकता हूँ। मेरी फिल्मों की किस्मत क्या होगी वो पूरी तरह से मेरे नियंत्रण में नहीं है। मैं सिर्फ अपना हिस्सा निभा सकता हूँ। इसलिए में उम्मीदों का दबाव ही अपने ऊपर नहीं लेता।
फ़िलहाल में, ऐसा लग रहा है कि आप सारी बड़े पैमाने की सुरक्षित फिल्में ही ले रहे हैं। क्या ये मात्र एक संयोग है या कोई सचेत कदम?
मेरे लिए बजट मायने नहीं रखता। मेरा ध्यान इसी तरफ है कि दर्शकों को सिनेमाघरों तक कैसे लेकर आये। आज कल टीवी, मोबाइल फ़ोन, OTT प्लेटफार्म आ गए हैं जिनमे स्क्रीन लगातार छोटी होती जा रही है और ज्यादा तादाद में लोग सिनेमाघरों में नहीं जा रहे, ये डर बढ़ता जा रहा है। इसलिए मुझे लगता है कि ऐसी फिल्में बनानी चाहिए जिसे देख कर दर्शक सिनेमाघरों में जाकर देखने की सोचे। मैं कमाल की कहानियों का हिस्सा बनना चाहता हूँ मगर अगर बात सिर्फ कहानियों की नहीं होती तो मैं यही सोचता कि बड़े स्क्रीन पर वे चीज़ कितनी लाजवाब लगेगी।
आप और आपकी पत्नी दीपिका पादुकोण एक दूसरे को काफी वक़्त से जानते हो। तो आप दोनों के बीच इतना आराम और एक नेचुरल केमिस्ट्री तो जरुर होगी?
ज़ाहिर सी बात है। हम एक दूसरे को छह सालों से चाहते हैं इसलिए समय के साथ साथ हम भी आगे बढ़े और बेहतर बने। जैसे हम छह साल पहले थे वैसे ना तो अब दीपिका है और नाही मैं। जब हम जुड़े रहे तो हमारी वृद्धि और विकास हुआ। इसलिए, हमारा विकास [मानव के रूप में] एक साथ हुआ है। यह पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है।