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    Juhi Chawla's Biography

    जूही चावला भारतीय फिल्मो की जानी मानी अभिनेत्री हैं। उन्होंने अपने अभिनय की वजह से बहुत कम समय में ही अपनी लोकप्रियता को बढ़ाया था। जूही ने ना केवल हिंदी फिल्मो में ही अपने अभिनय को दर्शाया है बल्कि उन्होंने बंगाली, पंजाबी, मलयालम, तमिल, कन्नड़ और तेलुगु फिल्मो में भी अभिनय किया है।

    जूही के द्वारा अभिनय किए गए फिल्मो की बात करे तो उन्होंने ‘स्वर्ग’, ‘तुम मेरे हो’, ‘बोल राधा बोल’, ‘लूटेरे’, ‘हम हैं रही प्यार के’, ‘डर’, ‘साजन का घर’, ‘इश्क़’, ‘मिस्टर और मिसेज़ खिलाडी’, ‘दीवाना मस्ताना’, ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’, ‘सलाम- ए- इश्क़’, ‘सन ऑफ़ सरदार’, ‘दिल विल प्यार व्यार’, ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ जैसी बड़ी बड़ी फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शाया है।

    जूही चावला एक अच्छी अभिनेत्री से पहले एक सफल मॉडल रह चुकी हैं। उन्होंने साल 1984 में ‘मिस इंडिया’ का ख़िताब जीता था और मिस यूनिवर्स बनने का सफर शुरू किया था। मिस यूनिवर्स के सफर में भले ही जूही विजयता हासिल नहीं कर पाई थीं लेकिन उन्होंने ‘बेस्ट नेशनल कॉस्टूम’ का खिताब अपने नाम किया था।

    जूही चावला का प्रारंभिक जीवन

    जूही चावला का जन्म 13 नवंबर 1967 को अम्बाला, हरयाणा में हुआ था। जूही चावला के पिता का नाम स्वर्गीय ‘डॉ. एस चावला’ था जो पेशे से ‘भारतीय राजस्व सेवा’ के ऑफिसर थे। जूही का माँ का नाम स्वर्गीय ‘मोना चावला’ था और वह पेशे से ‘ओबेरियस’ के सफाई विभाग में काम करती थीं। जूही के एक बड़े भाई थे जिनका नाम स्वर्गीय ‘संजीव चावला’ उर्फ़ ‘बॉबी चावला’ था। संजीव पेशे से ‘रेड चिल्लीस एंटरटेनमेंट’ के सी ई ओ रह चुके हैं।

    जूही चावला ने अपने स्कूल की पढाई ‘फोर्ट कॉन्वेंट स्कूल’, मुंबई से पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने एचआर के विषय में ‘सीडेनहम कॉलेज’, मुंबई से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की थी। जूही को बचपन से ही मॉडलिंग का शौक था जिसकी वजह से उन्होंने बहुत कम उम्र से ही मॉडलिंग की प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया था। जूही ने साल 1984 में ‘मिस इंडिया’ का ख़िताब जीता था। इसके बाद उन्होंने अपना सफर फिल्मो की दुनिया में शुरू किया था।

    व्यवसाय जीवन

    जूही चावला का फिल्मो का शुरुआती सफर

    जूही चावला ने अभिनय के व्यवसाय का सफर साल 1986 से शुरू किया था। उनकी पहली फिल्म का नाम ‘सल्तनत’ था जिसके निर्देशक ‘मुकुल एस. आनंद’ थे। फिल्म में जूही के किरदार का नाम ‘ज़रीना’ था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस में फ्लॉप लिस्ट में शामिल हुई थी। साल 1987 में जूही ने अपना डेब्यू कन्नड़ फिल्मो में किया था। उस फिल्म का नाम ‘प्रेमलोका’ था और फिल्म के निर्देशक ‘रविचंद्रन’ थे। फिल्म को दर्शको ने ठीक ठाक पसंद किया था।

    साल 1988 में जूही ने अपनी पहली हिट फिल्म में अभिनय किया था। इस फिल्म का नाम ‘क़यामत से क़यामत तक’ था जिसके निर्देशक ‘मंसूर खान’ थे। फिल्म में जूही ने ‘रश्मि सिंह’ नाम के किरदार को दर्शाया था और उनके साथ फिल्म में आमिर खान ने मुख्य किरदार दर्शाया था। फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था और फिल्म ने भी बेहतरीन कमाई के साथ अपना नाम सफल फिल्मो की सूचि में दर्ज किया था।

    उसी साल जूही ने अपना डेब्यू तमिल और तेलुगु फिल्मो में भी किया था। साल 1989 में जूही को बंगाली फिल्म ‘अमर प्रेम’ में भी देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुजीत गुहा’ थे और फिल्म में जूही ने ‘दीपिका’ नाम के किरदार को दर्शाया था।

    जूही चावला का फिल्मो का बाद का सफर

    साल 1990 में जूही ने अपनी वापसी एक बार फिर हिंदी फिल्मो में की थी। उन्होंने उस साल फिल्म ‘स्वर्ग’ में अभिनय किया था जिसके निर्देशक ‘डेविड धवन’ थे। फिल्म में जूही ने ‘ज्योति’ नाम के किरदार को दर्शाया था और फिल्म में मुख्य किरदार को जूही के साथ गोविंदा और राजेश खन्ना ने अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल जूही की अगली फिल्म ‘प्रतिबन्ध’ थी जिसमे उनके किरदार का नाम ‘शांति’ था। फिल्म के निर्देशक ‘रवि राजा पिनिशेट्टी’ थे।

    उसी साल जूही ने फिल्म ‘तुम मेरे हो’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘ताहिर हुसैन’ थे और फिल्म में जूही ने ‘पारो’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में जूही के साथ अभिनेता आमिर खान ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। उसी साल उन्होंने कुछ और फिल्मो में अभिनय किया था जिनका नाम ‘ज़हरीले’, ‘शानदार’ और ‘सी. आई. डी’ था।

    साल 1991 की शुरुआत जूही ने कन्नड़ फिल्म ‘शांति क्रांति’ के साथ की थी। इस फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था जिसकी वजह से फिल्म को तमिल और तेलगु भाषा में भी रिलीज़ किया गया था। इसके बाद उसी साल जूही ने हिंदी फिल्म ‘बेनाम बादशाह’ में अभिनय किया था। फिल्म में जूही के किरदार का नाम ‘ज्योति’ था और फिल्म में जूही ने अभिनेता अनिल कपूर के साथ मुख्य किरदार को दर्शाया था।

    उसी साल जूही चावला ने फिल्म ‘क़र्ज़ चुकाना है’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘विमल कुमार’ थे और फिल्म में जूही ने ‘राधा’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार को जूही चावला और गोविंदा ने अभिनय किया था। साल का अंत जूही ने फिल्म ‘भाभी’ के साथ किया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘आशा’ नाम के किरदार को दर्शाया था।

    साल 1992 में जूही ने एक हिट फिल्म में अभिनय किया था। इस फिल्म का नाम ‘बोल राधा बोल’ था और फिल्म के निर्देशक ‘डेविड धवन’ थे। फिल्म में जूही ने ‘राधा’ नाम के किरदार को दर्शाया था और फिल्म में मुख्य किरदार को जूही के साथ अभिनेता ऋषि कपूर ने अभिनय किया था। इसके बाद जूही ने फिल्म ‘राधा का संगम’ में अभिनय किया था जिसमे उन्होंने एक बार फिर ‘राधा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में जूही के साथ गोविंदा की जोड़ी देखने को मिली थी।

    उस साल की जूही की अगली फिल्म का नाम ‘राजू बन गया जेंटलमैन’ था। इस फिल्म के निर्देशक ‘अज़ीज़ मिर्ज़ा’ थे और फिल्म में जूही ने ‘रेनू’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में मुख्य किरदारों को शाहरुख़ खान, अमृता सिंह और जूही चावला ने अभिनय किया था। उस साल की जूही की बाकी फिल्मो के नाम ‘मेरे साजन साथ निभाना’, ‘बेवफ़ा से वफ़ा’ और ‘दौलत की जंग’ थे।

    साल 1993 में जूही ने सबसे पहले फिल्म ‘लूटेरे’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘धर्मेश दर्शन’ थे और फिल्म में जूही ने ‘अंजलि’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में जूही चावला के साथ सनी देओल ने अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल जूही ने फिल्म ‘हम है रहीं प्यार के’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘महेश भट्ट’ थे और फिल्म में जूही ने ‘व्यंजन्ति अय्यर’ नाम के किरदाई को दर्शाया था। फिल्म में जूही के साथ मुख्य किरदार को अभिनेता आमिर खान ने दर्शाया था।

    उसी साल जूही ने फिल्म ‘डर’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘यश चोपड़ा’ थे और फिल्म में जूही ने ‘किरन अवस्ति’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में सनी देओल, जूही चावला और शाहरुख़ खान ने मुख्य किरदारों को दर्शाया था। यह फिल्म जूही की उस साल की आखरी फिल्म थी।

    साल 1994 की जूही की हिट फिल्मो की बात करे तो उन्होंने उस साल में ‘कभी हाँ कभी ना’, ‘ईना मीना डीका’, ‘द जेंटलमैन’, ‘अंदाज़’, ‘अंदाज़ अपना अपना’, ‘घर की इज़्ज़त’, ‘परमात्मा’ और ‘साजन का घर’ में अभिनय किया था।

    साल 1995 में सबसे पहले जूही को फिल्म ‘राम जाने’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘राजीव महरा’ थे और फिल्म में जूही ने ‘बेला’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में जूही के साथ शाहरुख़ खान ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उसी साल जूही ने फिल्म ‘कर्त्तव्य’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म में पहले अभिनेत्री ‘दिव्या भर्ती’ को कास्ट किया गया था, लेकिन उनकी अचानक हुई मौत के कारण फिल्म में उनकी जगह जूही ने मुख्य महिला के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में जूही के किरदार का नाम ‘काजल सहाय’ था।

    साल 1996 में जूही ने फिल्म ‘दरार’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘अब्बास-मस्तान’ थे और फिल्म में जूही ने ‘प्रिया भाटिआ’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म में मुख्य किरदारों को जूही चावला, अरबाज़ खान और ऋषि कपूर ने अभिनय किया था। इस फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था और फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस में बेहतरीन कमाई की थी।

    जूही चावला का फिल्मो का सफल सफर

    साल 1997 में जूही ने एक के बाद एक सुपरहिट फिल्म में अपनी उपस्थिति दर्शाई थी। उस साल की जूही की पहली हिट फिल्म का नाम ‘यस बॉस’ था। इस फिल्म के निर्देशक ‘अज़ीज़ मिर्ज़ा’ थे और फिल्म में जूही ने ‘सीमा कपूर’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उसी साल उन्होंने अपनी दूसरी सुपरहिट फिल्म ‘इश्क़’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में जूही ने ‘मधु’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में मुख्य किरदारों को काजोल, अजय देवगन, जूही और आमिर खान ने दर्शाया था।

    उसी साल जूही को फिल्म ‘मिस्टर एंड मिसेज़ खिलाडी’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘डेविड धवन’ थे और फिल्म में जूही ने ‘शालू’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में जूही के साथ अभिनेता अक्षय कुमार ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। उस साल का अंत भी जूही ने सुपरहिट फिल्म ‘दीवाना मस्ताना’ के साथ किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘डेविड धवन’ थे और फिल्म में जूही ने ‘डॉ. नेहा शर्मा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म में जूही के साथ अभिनेता गोविंदा और अनिल कपूर ने मुख्य किरदारों को दर्शाया था।

    साल 1998 से साल 2000 तक का सफर भी जूही चावला का शानदार सफर रहा था। उन सालो में जूही ने फिल्म ‘सात रंग के सपने’, ‘डुप्लीकेट’, ‘झूठ बोले कौवा काटे’, ‘सफारी’, ‘अर्जुन पंडित’, ‘शहीद उद्यम सिंह’, ‘गैंग’, ‘कारोबार: द बिज़नस ऑफ़ लव’ और ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ में अभिनय किया था। इन सभी फिल्मो की दर्शको ने बहुत पसंद किया था।

    साल 2001 की शुरुआत जूही ने फिल्म ‘वन 2 का 4’ के साथ किया था। इस फिल्म में जूही के साथ शाहरुख़ खान ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। फिल्म में जूही ने ‘गीता चौधरी’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उसी साल उन्होंने एक और सुपरहिट फिल्म ‘आमदनी अट्ठनी खर्चा रुपैया’ में अभिनय किया था। फिल्म के निर्देशक ‘के. रघुवेन्द्र राओ’ थे और फिल्म में जूही ने ‘झूमरी’ नाम के किरदार को दर्शाया था।

    साल 2003 से 2005 तक जूही ने कुल 9 फिल्मो में अभिनय किया था जिनके नाम ‘3 दीवारें’, ‘खनकार बीट्स’, ‘देस होया परदेस’, ‘माय ब्रदर निखिल’, ‘पहेली’, ‘ख़ामोश: खौफ की रात’, ‘होम डिलीवरी: आपको…. घर तक’, ‘7 1/2 फेरे’ और ‘दोस्ती: फ्रेंड्स फॉरएवर’ था। इनमे से जूही की कुछ फिल्मो को सफलता मिली थी तो वहीं कुछ फिल्मो को फ्लॉप फिल्मो की सूचि में शामिल होना पड़ा था।

    साल 2006 में जूही ने पंजाबी फिल्म ‘वारिस शाह: इश्क़ दा वारिस’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘मनोज पुंज’ थे और फिल्म में जूही ने ‘भागबारी’ नाम के किरदार को दर्शाया था। उसी साल जूही ने ‘बस एक पल’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘ओनिर’ थे और फिल्म में जूही ने ‘इरा मल्होत्रा’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2007 में जूही को फिल्म ‘सलाम- ए- इश्क़: ए ट्रिब्यूट टू लव’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘निखिल अडवाणी’ थे और फिल्म में जूही ने ‘सीमा’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में मुख्य किरदारों की बात करे तो जूही चावला, अनिल कपूर, सलमान खान, प्रियंका चोपड़ा, गोविंदा, शन्नों इस्रा, अक्षय खन्ना, जॉन अब्राहिम, सोहेल खान, विद्या बालन, आयशा टाकिया और ईशा कोप्पिकर ने अभिनय किया था।

    साल 2007 में जूही ने फिल्म ‘स्वामी’ में मुख्य किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘गणेश आचार्य’ थे और फिल्म में जूही ने ‘राधा’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में जूही के साथ अभिनेता मनोज बाजपेयी ने मुख्य किरदारों को दर्शाया था। इसके बाद उन्होंने उसी साल फिल्म ‘ओम शांति ओम’ के गाने ‘दीवानगी दीवानगी’ में एक मुख्य उपस्थिति को दर्शाया था।

    साल 2008 में जूही ने फिल्म ‘भूतनाथ’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘विवेक शर्मा’ थे और फिल्म में जूही ने ‘अंजलि शर्मा’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उन्हें फिल्म ‘क्रेज़्ज़ी 4’ और ‘किस्मत कनेक्शन’ में भी मुख्य किरदार को दर्शाते हुए देखा गया था।

    साल 2012 में जूही ने फिल्म ‘सन ऑफ़ सरदार’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘अश्विन धीर’ थे और फिल्म में जूही ने ‘परमीत कौर’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में मुख्य किरदारों को संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा और अजय देवगन ने अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल जूही को फिल्म ‘कृष्णा और कंस’ और ‘मैं कृष्णा हूँ’ में भी देखा गया था।

    साल 2014 में जूही को फिल्म ‘गुलाब गैंग’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सौमिक सेन’ थे और फिल्म में जूही ने ‘सुमित्रा देवी’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में जूही के साथ माधुरी दीक्षित ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। एक समय ऐसा था जब 1990 की दशक में जूही चावला और माधुरी दीक्षित एक दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करती थी। उन दोनों का उस दौरान फिल्मो का सफर एक ऊचाई पर पहुंच चूका था और इसलिए दोनों एक दूसरे को टक्कर का दुश्मन समझतीं थी। कई सारी फिल्मो में माधुरी और जूही को एक साथ कास्ट करने की बात थी लेकिन दोनों में से इस बात पर कोई भी राज़ी नहीं होता था। यह फिल्म उन दोनों की पहले एक साथ फिल्माई गई फिल्म थी।

    साल 2016 से साल 2019 तक का सफर जूही का ठीक ठाक ही रहा था। इस दौरान जूही ने कई फिल्मो में अभिनय किया था, जिन्हे कुछ खास सफलता तो नहीं मिली थी लेकिन जूही के फैंस उन्हें फिल्मो में देख कर खुश ज़रूर हुए थे। साल 2019 में जूही ने फिल्म ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘शेल्ली चोपड़ा धार’ थे और फिल्म में जूही ने ‘छत्रो’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    पुरस्कार और उपलब्धियां

    • साल 1984 में ‘मिस इंडिया’ का ख़िताब जीता था।
    • साल 1989 में फिल्म ‘क़यामत से क़यामत तक’ के लिए ‘नई फेस ऑफ़ द ईयर’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1994 में फिल्म ‘हम हैं रहीं प्यार के’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1999 में फिल्म ‘डुप्लीकेट’ के लिए ‘मोस्ट सेंसेशनल एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 2004 में फिल्म ‘3 दीवारें’ के लिए ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 2004 में फिल्म ‘झनकार बीट्स’ के लिए ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।

    जूही चावला का निजी जीवन

    जूही चावला का नाम कभी किसी अभिनेता के कभी नहीं जुड़ा था। जूही ने एक बिज़नसमैन ‘जय मेहता’ को डेट किया था और फिर साल 1995 में उसी से शादी की थी। जय और जूही का एक बेटा है और एक बेटी है। उनके बेटे का नाम ‘अर्जुन मेहता’ है और बेटी का नाम ‘जहान्वी मेहता’ है।

    जूही चावला के पसंदीदा चीज़ो की बात करे तो उन्हें खाने में पनीर शाशलीक़, डोसा, रसमलाई, गुलाब जामुन और कारमेल कस्टर्ड पसंद है। जूही के पसंदीदा अभिनेता शाहरुख़ खान और आमिर खान है। अभिनेत्रियों में जूही को श्रीदेवी पसंद है। यह बात बहुत कम लोग जानते हैं की जूही ने लगभग 6 सालो तक अपने पसंदीदा अभिनेता ‘आमिर खान‘ से बात नहीं की थी। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि फिल्म ‘इश्क़’ की शूटिंग के दौरान आमिर ने जूही के साथ कई सारे प्रैंक्स किए थे, जिसकी वजह से जूही को बहुत बुरा लगा था। फिलहाल दोनों एक बार फिर अच्छे दोस्त बन गए हैं।

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