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    vidya balan biography in hindi

    विद्या बालन एक भारतीय फिल्मो की अभिनेत्री हैं। फिल्मों में दर्शाए गए भूमिकाओं के साथ साथ हिंदी सिनेमा में महिलाओं के प्रति बदलाव को लाने के लिए भी इन्हे जाना जाता है। विद्या बालन ने कम उम्र से ही फिल्मो में करियर बनाने की इच्छा जताई थी और 1995 में ‘हम पांच’ में पहली बार अभिनय किया था।

    विद्या को टेलीविजन विज्ञापनों और संगीत वीडियो में भी कई बार देखा जा चूका है। 2003 में उन्होंने स्वतंत्र बंगाली फिल्म ‘भालो थेको’ में अभिनय करके अपनी फीचर फिल्म की शुरुआत की थी। विद्या ने अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘परिणीता’ के लिए बहुत तारीफे बटोरी थी।

    इसके बाद उन्होंने कॉमेडी फिल्म ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ में अभिनय करके अपने आप को सक्षम अभिनेत्री की लिस्ट में शामिल किया था। उन्होंने कई सारी बड़ी बड़ी फिल्म जैसे ‘भूल भुलैया’, ‘हे बेबी’, ‘हमारी अधूरी कहानी’, ‘इश्क़िया’ में अभिनय किया है।

    विद्या बालन का प्रारंभिक जीवन

    विद्या बालन का जन्म 1 जनवरी 1979 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम ‘पी आर डिजिकेबल’ है और उनकी माँ का नाम ‘सरस्वती बालन’ है। विद्या ने एक तमिल परिवार में जन्म लिया था। विद्या ने बताया था की उनके परिवार में सभी तमिल और मलयालम भाषा का ही प्रयोग करते हैं। विद्या की एक बड़ी बहन हैं, जिनका नाम ‘प्रिया बालन’ है और वह विज्ञापन के क्षेत्र में काम करती हैं। अभिनेत्री ‘प्रियामणि’ उनकी दूसरी चचेरी बहन हैं।

    प्रियामणि को ज़्यादा तर तेलुगु, तमिल और मलयालम फिल्मो में देखा जाता है। विद्या मुंबई के चेंबूर इलाके में पली-बढ़ीं हैं। उन्होंने ‘सेंट एंथोनी गर्ल्स हाई स्कूल’ से अपने स्कूल की पढाई पूरी है। विद्या ने कम उम्र में ही सोच लिया था की उन्हें अपना करियर फिल्मो में बनाना है। उनकी पसंदीदा अभिनेत्रियां शबाना आज़मी और माधुरी दीक्षित है। 16 साल की उम्र में विद्या ने एकता कपूर की सिटकॉम ‘हम पांच’ में ‘राधिका’ का किरदार अभिनय किया था।

    यह सीरियल समाप्त होने के बाद, विद्या ने निर्देशक अनुराग बसु को एक टेलीविज़न शो में अभिनय करने से मना कर दिया था क्योंकि वह एक फ़िल्मी करियर पर ध्यान देना चाहती थीं। विद्या बालन के माता-पिता उनके इस फैसले के साथ थे लेकिन उन्होंने विद्या को पहले अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए प्रोत्साहित किया था।

    उन्होंने ‘सेंट जेवियर्स कॉलेज’ से अपने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी और फिर ‘मुंबई विश्वविद्यालय’ से मास्टर की डिग्री हासिल की थी।

    विद्या बालन का व्यवसायिक जीवन

    विद्या बालन ने अपने व्यवसाय जीवन में कई सारी कठिनाइयों का सामना किया था। विद्या ने अपने मास्टर्स के पढाई के दौरान ही मलयालम फिल्मो में काम करने का मन बनाया था। उन्हें सबसे पहले अभिनेता मोहनलाल के साथ मलयालम फिल्म ‘चक्रम’ में मुख्य महिला के किरदार को दर्शाने के लिए कास्ट किया गया था।

    उसी दौरान विद्या ने 12 और मलयालम फिल्मो में अभिनय करने के लिए हामी भी भरी थी। कुछ कठिनाइयों के आने के कारण से फिल्म ‘चक्रम’ को शूट नहीं किया जा पा रहा था। फिल्म के निर्माताओं ने इन सब मुश्किलों के लिए विद्या को ‘बुरी किस्मत’ कहा था और उन्हें फिल्म से बाहर कर दिया था। इसी दौरान उन्होंने अपने सभी फिल्मो से हाथ धो लिया था। उन्होंने मलयालम फिल्मो को छोड़ तमिल सिनेमा पर ध्यान देने का फैसला किया था। 2001 में उन्हें एन. लिंगुस्वामी की फिल्म ‘रन’ में मुख्य भूमिका के रूप में चुना गया था।

    इस फिल्म के पहले शूटिंग शेड्यूल को पूरा करने के बाद विद्या को अनजाने में हटा दिया गया था और उसकी जगह अभिनेत्री ‘मीरा जैस्मीन’ ने ले ली थी। उन्हें एक सेक्स कॉमेडियन के किरदार के लिए झूठे बहाने से साइन किया गया था, लेकिन विद्या उस किरदार को निभाने में असहज महसूस कर रही थी, जिसकी वजह से उन्होंने उसे छोड़ने का फैसला किया था। इसके बाद, उन्होंने तीसरी तमिल फिल्म ‘मनसैलम’ के लिए साइन किया था, लेकिन अभिनेत्री ‘त्रिशा’ ने उनकी जगह ले ली थी क्युकी फिल्म ने निर्माता विद्या के काम से असंतुष्ट नहीं थे।

    2003 में विद्या ने मलयालम फिल्म ‘कलारी विक्रमण’ में अभिनय किया था। फिल्म पूरी तरह शूट होकर बस रिलीज़ होने का इंतज़ार ही कर रही थी लेकिन रिलीज़ होने में असफल हो गई थी। विद्या ने फिल्म के करियर की शुरुआत में आ रही बाधाओं के दौरान लगभग 60 टेलीविज़न विज्ञापनों में और यूफोरिया और शुभम मुद्गल के लिए संगीत वीडियो में अभिनय किया था।

    साल 2003 में विद्या बालन को गौतम हलदर द्वारा उनके बंगाली फिल्म ‘भालो थेको’ में अभिनय करने का मौका मिला था। यह फिल्म विद्या की पहली रिलीज़ फिल्म थी। इस फिल्म में विद्या ने ‘आनंदी’ का किरदार अभिनय किया था। विद्या ने 2005 में बॉलीवुड फिल्म में अपना डेब्यू किया था। उन्होंने हिंदी फिल्म ‘परिणीता’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में कास्ट होने से पहले विद्या को छह महीनों तक ऑडिशन से गुजरना पड़ा था।

    इस फिल्म में विद्या ने ‘ललिता’ का किरदार अभिनय किया था। फिल्म में उनके अभिनय की बहुत तारीफ की गई थी। फिल्म ‘परिणीता’ ने विद्या को एक बेस्ट फीमेल डेब्यू का अवार्ड दिलाया था और फिल्मफेयर अवार्ड समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए नामांकन भी किया गया था। अगले साल, यानि 2006 में विद्या बालन को निर्माता राजकुमार हिरानी की कॉमेडी फिल्म ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ में अभिनेता संजय दत्त के साथ अभिनय करते हुए देखा गया था।

    उन्होंने इस फिल्म में ‘जानवी’ का किरदार अभिनय किया था, जो एक रेडियो जॉकी और संजय दत्त के किरदर ‘मुन्ना भाई’ की प्रेमिका होती हैं। विद्या ने अपनी भूमिका को तैयार करने के लिए रेडियो जॉकी के एक जोड़े के साथ मुलाकात की थी और उन्हें काम करते हुए देखा था। इस फिल्म को लोगो ने बहुत पसंद किया था और फिल्म ने बहुत अच्छी कमाई भी की थी। 2007 में विद्या ने मणिरत्नम की फिल्म ‘गुरु’ में अभिनय किया था।

    इस फिल्म में इन्होने एक सहायक का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म के मुख्य किरदारों को मिथुन चक्रवर्ती, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन और आर. माधवन ने निभाया था। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया था।

    2007 में विद्या ने विधु विनोद चोपड़ा के फिल्म ‘एकलव्य: द रॉयल गार्ड’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, बोमन ईरानी, ​​शर्मिला टैगोर, सैफ अली खान और संजय दत्त के साथ विद्या ने भी मुख्य किरदार की भूमिका निभाई थी। यह फिल्म सिनेमा घरो में कुछ ज़्यादा खास अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी।

    इस फिल्म को जनता ने पसंद नहीं किया था लेकिन फिर भी ऑस्कर के 80वें अकैडमी अवार्ड्स में इसे नामांकित किया गया था। उसी साल विद्या ने निर्माता साजिद खान की फिल्म ‘हे बेबी’ में ‘ईशा साहनी’ के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में अक्षय कुमार, रितेश देशमुख और फरदीन खान थे। यह फिल्म एक कॉमेडी फिल्म थी, जिसे लोगो ने पसंद किया था और इसी के चलते यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी।

    इसके बाद विद्या बालन ने हिंदी फिल्म ‘भूल भुलैया’ में मुख्य महिला के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म में शाइनी आहूजा, अक्षय कुमार, और अमीषा पटेल ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म को लोगो ने बहुत पसंद किया था और साथ ही विद्या की बहुत तारीफ भी की थी। साल 2008 में विद्या बालन ने 2 फिल्मो में मुख्य किरदार को दर्शाया था, लेकिन दोनों ही फिल्म जनता को पसंद नहीं आई थी।

    इन फिल्मो का नाम ‘हल्ला बोल’ और ‘किस्मत कनैक्शन’ था। 2009 में विद्या ने आर. बाल्की द्वारा निर्देशित ड्रामा फिल्म ‘पा’ में एक 12 वर्षीय बेटे की माँ का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में 12 साल के बेटे का किरदार अभिनेता अमिताभ बच्चन ने निभाया था, जिसे प्रोजेरिया सिंड्रोम नाम की बीमारी होती है।

    इस फिल्म में विद्या बालन के प्रेमी और अमिताभ बच्चन के पिता का किरदार अभिनेता अभिषेक बच्चन ने निभाया था। यह फिल्म एक बेहतरीन फिल्मो में शामिल की गई थी और लोगो ने इस फिल्म को बहुत पसंद किया था। इस फिल्म ने बहुत कमाई की थी।

    साल 2010 में विद्या बालन ने हिंदी फिल्म ‘इश्किया’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्माता विशाल भारद्वाज थे। इस फिल्म में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, अरशद वारसी और सलमान शाहिद ने मुख्य किरदारों को दर्शाया था। विद्या ने इस फिल्म में ‘कृष्ण वर्मा’ का किरदार अभिनय किया था। विद्या ने अपने किरदार को “ग्रे का एक प्रतीक” कहा था।

    इस फिल्म को लोगो ने बहुत सराहा था। साल 2011 में विद्या ने हिंदी फिल्म ‘नो वन किल्ड जसिका’ में रानी मुखर्जी के साथ मुख्य किरदार को दर्शाया था। विद्या की अगली फिल्म एकता कपूर द्वारा निर्माण की गई फिल्म ‘द डर्टी पिक्चर’ थी। यह फिल्म एक विवादित भारतीय अभिनेत्री ‘सिल्क स्मिता’ के जीवन और मृत्यु पर आधारित उनकी बायोपिक थी।

    विद्या बालन को ‘सिल्क स्मिता’ के किरदार के लिए कास्ट किया गया था। विद्या ने इस भूमिका को ‘सबसे निर्भीक’ के रूप में बताया था, जिसे उन्होंने कभी निभाया था। विद्या ने बताया की ऐसे किरदारों को दर्शने की बहुत आवश्यकता थी। विद्या ने अपने इस किरदार को अभिनय करने के लिए खुदको मानसिक रूप से तैयारी किया था। उन्होंने मात्र इस फिल्म के लिए अपना 12 किलो वजन बढ़ाया था। इस फिल्म को अच्छे और बुरे, दोनों तरीके की प्रतिक्रिया मिली थी।

    विद्या बालन ने अपने इस किरदार के लिए बहुत वाहवाही बटोरी थी। साल 2012 में विद्या ने फिल्म ‘कहानी’ में अभिनय किया था। यह एक थ्रिलर फिल्म थी जिसमे विद्या ने एक गर्ववती माँ का किरदार अभिनय किया था, जो अपने पति की तलाश में दर बदर भटकती हैं। विद्या ने अपने इस किरदार को निभाने के लिए कई सारी गर्ववती महिलाओ से उनकी दिनचर्या के बारे में जाना और समझा था। विद्या बालन की यह फिल्म भी हिट लिस्ट में अपना नाम दर्ज करा चुकी थी।

    साल 2013 से फिर एक बार विद्या बालन को अपने अभिनय के सफर में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। विद्या ने निर्देशक राज कुमार गुप्ता की हास्य-थ्रिलर फिल्म ‘घनचक्कर’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में विद्या बालन ने एक इश्कबाज पंजाबी महिला का किरदार अभिनय किया था। उनके साथ मुख्य पुरुष के किरदार को इमरान हाशमी ने दर्शाया था। इस फिल्म ने कुछ ज़्यादा अच्छी कमाई नहीं की थी। साल 2014 में विद्या ने हिंदी फिल्म ‘शादी के साइड इफेक्ट्स’ में अभिनय किया था।

    यह एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म थी। इस फिल्म में विद्या के साथ फरहान अख्तर ने अभिनय किया था। यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर कुछ ज़्यादा नाम नहीं कमा पाई थी। इसके बाद विद्या को उसी साल फिल्म ‘बॉबी जासूस’ में देखा गया था। इस फिल्म में विद्या ने एक जासूस की भूमिका निभाई थी। 2015 में विद्या बालन ने मोहित सूरी द्वारा निर्देशित की गई रोमांटिक फिल्म ‘हमारी अधूरी कहानी’ में इमरान हाशमी के साथ अभिनय किया था।

    यह फिल्म महेश भट्ट द्वारा लिखी गई थी। इस फिल्म में विद्या ने एक अपमानजनक विवाह में फसी एक अकेली माँ का किरदार अभिनय किया था। साल 2016 में विद्या ने सुजॉय घोष की फिल्म ‘कहानी 2: दुर्गा रानी सिंह’ में अभिनय किया था। यह फिल्म साल 2012 में आई फिल्म ‘कहानी’ का दूसरा भाग था। हालांकि इसमें पहली की कहनी से बिलकुल अलग ही एक कहानी को दर्शाया गया था। विद्या बालन की यह दूसरी कहानी, उनकी पहले वाली कहानी के मुताबिक कुछ खास नहीं चल पाई थी। लोगो ने इसे उतना पसंद नहीं किया था जितना सभी सोच रहे थे।

    साल 2017 में विद्या ने ‘बेग़म जान’ में अभिनय किया था। यह फिल्म, बंगाली फिल्म ‘राजकाहिनी’ की हिंदी भाषा में रीमेक की गई फिल्म थी। इस फिल्म में 1947 में भारत के विभाजन से प्रभावित वेश्याओं की कहानी को दर्शाया गया था। इस फिल्म में विद्या के किरदार को बहुत सराहा गया था, हालांकि फिल्म ने कुछ ज़्यादा कमाई फिर भी नहीं की थी।

    साल 2019 में विद्या ने हिंदी फिल्म ‘मिशन मंगल’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में अक्षय कुमार और तापसी पन्नू ने भी अभिनय किया था। यह फिल्म मार्स ऑर्बिटर मिशन, जो भारत का पहला इंटरप्लनेटरी एक्सपीडिशन चिह्नित किया गया था, उस पर आधारित था। विद्या बालन ने इस फिल्म में ‘तारा शिंदे’ का किरदार अभिनय किया था, जो एक सामान्य गृहिणी होती हैं लेकिन अपने घर के काम के साथ साथ वो एक वैज्ञानिक के साथ अपने पारिवारिक जीवन को संतुलित करती हैं।

    इस फिल्म में विद्या के अलावा 4 और अभिनेत्रियां थी। विद्या ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था की उनका ऐसा मानना है की इस तरह की फिल्मो में अभिनय करना हिंदी फिल्मो में दुर्लभ माना जाता है। विद्या के किरदार ‘तारा’ को लोगो ने बहुत पसंद किया था और साथ ही बहुत से अखबारों में उनके किरदार पर अच्छी टिप्पड़ी भी की गई थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस में अच्छी कमाई की थी। इन सबके बीच विद्या ने कुछ तमिल फिल्मो में भी अभिनय किया था।

    पुरस्कार और उपलब्धियां

    विद्या बालन ने अभी तक कुल 50 से भी अधिक अवार्ड्स को अपने नाम किया है की जानकारी नीचे दी गई है।

    • 2011, फिल्म ‘द डर्टी पिक्चर’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2005, फिल्म ‘परिणीता’ के लिए ‘बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2009, फिल्म ‘पा’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2012, फिल्म ‘कहानी’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2017, फिल्म ‘तुम्हारी सुलु’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2010, फिल्म ‘इश्किया’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स)’ का अवार्ड मिला था।
    • 2017, फिल्म ‘भूल भुलैया’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2014, भारत सरकार द्वारा ‘पद्म श्री’ अवार्ड्स से सम्मानित किया गया था।

    विद्या बालन का निजी जीवन

    मीडिया ने अक्सर विद्या बालन और उनके सह – अभिनेताओं के बीच रोमांटिक रिश्ते के बारे में अनुमान लगाया था लेकिन विद्या ने हमेशा इन रिपोर्टों को गलत बताते हुए, ऐसी सभी खबरों को झूट का करार दिया था। 2009 में विद्या एक विवाद में शामिल हुई थीं, जब उन्होंने अपने पिछले एक संबंध का जिक्र किया था, जिसमें उनके वजन के कारण उनपर ‘कास्टिक टिप्पणी’ की गई थी।

    विद्या ने इसके जवाब में कहा था की “यदि कोई व्यक्ति, जो आपके लिए मायने रखता है, वह आपको निचे खींचता है तो यह बात आपको तोड़ सकती है। जिस वयक्ति की मंजूरी आपके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी होती है जब वही इंसान आपमें गलतियां निकलने लगे तो, बेहतर यही होगा की आप उस समय उस रिश्ते से खुद ही दूर हो जाए। हालांकि विद्या ने उस व्यक्ति का नाम बताने से इनकार कर दिया था, लेकिन ‘टैब्लॉइड रिपोर्टों’ ने सुझाव दिया कि वह अभिनेता ‘शाहिद कपूर’ की बात कर रही थी।

    शाहिद और विद्या ने फिल्म ‘किस्मत कनैक्शन’ में एक साथ काम किया था। इस मानले में जब शहीद कपूर से बात की गई थी तो उन्होंने इन सभी आरोपों से साफ़ इंकार कर दिया था। मई 2012 में एक इंटरव्यू के दौरान विद्या बालन ने घोषणा की थी वह यूटीवी मोशन पिक्चर्स के सीईओ ‘सिद्धार्थ रॉय कपूर’ को डेट कर रही हैं। 14 दिसंबर 2012 को मुंबई के बांद्रा में विद्या बालन और सिद्धार्थ रॉय कपूर ने शादी कर ली थी।

    विद्या बालन ने कर्नाटक संगीत, भरतनाट्यम और कथक डांस को सीखा हैं। विद्या ने अपने धार्मिक जुड़ावों के बारे में कहा था की “मैं बहुत विश्वास के साथ अपनी ज़िंदगी जीती हूँ। मेरी बातचीत भगवान के साथ हर समय होती है लेकिन मैं पारंपरिक, संगठित अर्थों में इतनी धार्मिक नहीं हूँ”। अगस्त 2013 में उन्होंने न्यूयॉर्क शहर में आयोजित ‘इंडिया डे परेड’ के भव्य मार्शल के रूप में काम किया था।

    उसी साल सितंबर में उन्होंने उत्तर प्रदेश के थानापुर गाँव में अल्प-विक्षिप्त बच्चों के लिए एक टेक्नोलॉजी आधारित शिक्षा मंच का शुभारंभ किया था। साल 2015 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विद्या बालन ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के अख़बार में भारत में महिलाओं द्वारा पेश किए गए मुद्दों पर अपनी एक राय लिखी थी। अगस्त 2017 में विद्या को थिएटर प्रदर्शनी के लिए भारतीय केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड का सदस्य बनाया गया था।

    साल 2019 में, उन्होंने ‘धुन बदल कर तो देखो’ नाम के एक रेडियो शो में होस्टिंग का काम किया था। यह शो बिग एफम 92.7 में सुनाया जाता था।

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