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    Jackie Shroff's Biography

    जैकी श्रॉफ भारतीय फिल्मो के मशहूर अभिनेता के रूप के जाने जाते हैं। उन्होंने अपने अभिनय के व्यवसाय से पहले कुछ समय तक एक मॉडल का काम भी किया था। इसके अलावा जैकी को फिल्म निर्माता के रूप में भी जाना जाता है। जैकी ने लगभग 220 से भी अधिक फिल्मो में अभिनय किया है और इसके साथ ही 13 अलग अलग भाषाओ की फिल्मो में अभिनय किया है।

    जैकी श्रॉफ के द्वारा अभिनय किए गए फिल्मो की बात करे तो उन्होंने ‘जानू’, ‘हीरो’, ‘अंदर बाहर’, ‘दहलीज़’, ‘कर्मा’, ‘दिलजला’, ‘कला काज़ार’, ‘त्रिदेव’, ‘सिक्का’, ‘जीने दो’, ‘बाप नम्बरी बीटा दस नम्बरी’, ‘इज़्ज़त’, ‘संगीत’, ‘हस्ती’, ‘गर्दिश’, ‘रंगीला’, ‘अग्नि साक्षी’, ‘फूल और आग’, ‘मिशन कश्मीर’, ‘यादें’, ‘देवदास’, हैप्पी न्यू ईयर’, ‘भारत’ जैसी फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शाया है।

    जैकी श्रॉफ ने अपने अभिनय की वजह से ना केवल कई अवार्ड्स को अपने नाम किया है और जनता का बहुत प्यार पाया है बल्कि उन्हें कई सम्मानों से सम्मानित भी किया गया है।

    जैकी श्रॉफ का प्रारंभिक जीवन

    जैकी श्रॉफ का जन्म 1 फरवरी 1957 को उडगीर, मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। जैकी के पिता का नाम ‘काकाभाई हरिभाई श्रॉफ’ था जो पेशे से ज्योतिषी थे। उनकी माँ का नाम ‘रीता श्रॉफ’ था। जैकी के एक भाई थे लेकिन उनका दिहांत 17 साल की उम्र में हुआ था। जैकी ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था की उनके भाई किसी की जान बचाते हुए अपनी जान गवा बैठे थे। जैकी के पिता एक गुजराती परिवार के थे लेकिन उनकी माँ तुर्किश की थी। जैकी का असली नाम ‘जय किशन कुकुभाई श्रॉफ’ था जिसे निर्देशक ‘सुभाष घई’ ने बदल कर ‘जैकी श्रॉफ’ रखा था।

    जैकी श्रॉफ ने अपने स्कूल की पढाई 11वी कक्षा में ही छोड़ दी थी क्योंकि उनके परिवार के पास उन्हें आगे पढ़ाने के लिए पैसे नहीं थे। जैकी एक बहुत ही साधारण परिवार में जन्मे थे और अपनी पढाई छोड़ने के बाद उन्होंने कुछ जगहों में काम भी किया था। जैकी ने सबसे पहले मुंबई के ‘ताज होटल’ में शेफ के काम की तलाश की थी और इसके बाद एयर इंडिया में एक अटेंडेंट के पद के लिए भी काम करने का मन बनाया था। हालांकि दोनों जगहों में से जैकी को कही भी काम नहीं मिला था और उसी वजह उनकी कम पढाई थी।

    जैकी ने मुंबई के एक लोकल ट्रेवल कंपनी में एजेंट का काम शुरू किया था। वही एक दिन जैकी बस डिपो पर खड़े थे जहाँ उन्हें एक विज्ञापन कंपनी के मालिक ने देखा और उनसे कहा ही उन्हें उस विज्ञापन कंपनी के लिए मॉडल के रूप में चुना गया है। इसके बाद जैकी को विज्ञापनों में अभिनय करने का मौका मिलने लगा था और इसी दौरान उन्हें अभिनेता देव आनंद के साथ एक फिल्म में अभिनय करने का भी मौका मिला था।

    व्यवसाय जीवन

    जैकी श्रॉफ का फिल्मो का शुरुआती सफर

    जैकी श्रॉफ ने फिल्मो में अपने अभिनय की शुरुआत साल 1982 से की थी। उनकी पहली फिल्म का नाम ‘स्वामी दादा’ था, जिसमे उन्हें अभिनेता देव आनंद के साथ अभिनय करने का मौका मिला था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस में सुपरहिट हुई थी।

    साल 1983 में जैकी ने अपना पहला मुख्य किरदार अभिनय किया था। उन्होंने उस साल फिल्म ‘हीरो’ में अभिनय किया था, जिसके निर्देशक ‘सुभाष घई’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘जैकी दादा’ और ‘जय किशन’ नाम के किरदारों को दर्शाया था। यह फिल्म दर्शको को बहुत पसंद आई थी और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस में बहुत अच्छी कमाई की थी।

    साल 1984 में जैकी श्रॉफ ने सबसे पहले फिल्म ‘अंदर बाहर’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘राज एन. सिप्पी’ थे और फिल्म में जैकी ने इंस्पेक्टर ‘रवि’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘युद्ध’ में भी अभिनय किया था जिसके निर्देशक ‘राजीव राय’ थे। इस फिल्म में जैकी ने इंस्पेक्टर ‘विक्रम’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 1985 में जैकी ने सबसे पहले फिल्म ‘तेरी मेहरबानियां’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘विजय रेड्डी’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘राम’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल उन्हें फिल्म ‘शिव का इंसाफ’ में देखा गया था जहाँ जैकी खुद ‘शिव’ और ‘भोले’ के किरदार में दिखाई दिए थे। इसके बाद उस साल जैकी को फिल्म ‘आज का दौर’, ‘पैसा ये पैसा’, ‘जानू’ और ‘मेरा जवाब’ में भी देखा गया था।

    जैकी श्रॉफ का फिल्मो का बाद का सफर

    साल 1986 से साल 1990 तक जैकी ने कई सारी फिल्मो में अभिनय किया था। उनमे से जो फिल्मे बॉक्स ऑफिस में सफल रहीं थीं उनके नाम ‘दहलीज़’, ‘अल्लाह रखा’, ‘कर्मा’, ‘मर्द की जुबान’, ‘सड़क छाप’, ‘काश’, ‘राम लखन’, ‘परिंदा’, ‘कला बाजार’, ‘त्रिदेव’, ‘सिक्का’, ‘वर्दी’, ‘जीने दो’, ‘आज़ाद देश के गुलाम’ और ‘बाप नम्बरी बेटा दस नम्बरी’ हैं।

    साल 1991 की शुरुआत जैकी श्रॉफ ने फिल्म ‘हफ्ते बंद’ के साथ की थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘हरीश भोषले’ थे और फिल्म में जैकी ने इंस्पेक्टर ‘बजरंग तिवारी’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल जैकी ने फिल्म ‘इज़्ज़त’ में भी अभिनय अभिनय किया था, जहाँ उन्होंने ‘सिद्धार्थ’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    उसी साल जैकी ने फिल्म ‘सौदागर’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुभाष घई’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘विशाल’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘लक्ष्मणरेखा’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुनील सिकंद’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘विक्रम’ उर्फ़ ‘विक्की’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म में जैकी के साथ मुख्य किरदारों को नसीरुद्दीन शाह, संगीता बिजलानी और शिल्पा शिरोडकर ने अभिनय किया था।

    साल 1992 में जैकी ने फिल्म ‘प्रेम दीवाना’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में जैकी ने ‘आशुतोष सिंह’ नाम का किरदार अभिनय किया था और फिल्म के निर्देशक ‘सचिन पिल्गओंकर’ थे। फिल्म में मुख्य किरदारों को जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, विवेक मुश्रान और पूजा भट्ट ने अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल जैकी को फिल्म ‘दिल ही तो है’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘हर्षवर्धन’ और ‘गोवर्धन’ नाम के दो किरदारों को दर्शाया था।

    उसी साल जैकी ने फिल्म ‘अंगार’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘शशिलाल के. नैयर’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘जय किशन’ और ‘जग्गू’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद साल का अंत जैकी ने ‘फिल्म सपने साजन के’ के साथ किया था। इस फिल्म में उन्होंने अपने खुद के किरदार को दर्शाया था।

    साल 1993 की हिट फिल्म जैकी की ‘खलनायक’ थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुभाष घई’ थे और फिल्म में जैकी ने इंस्पेक्टर ‘राम कुमार सिन्हा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में मुख्य किरदारों को जैकी श्रॉफ, संजय दत्त और माधुरी दीक्षित ने अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल जैकी को फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ में भी देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सतीश कौशिक’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘रवि वर्मा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म में मुख्य किरदारों को जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर और श्रीदेवी ने अभिनय किया था।

    उसी साल जैकी को फिल्म ‘गर्दिश’ में भी देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘प्रियादर्शन’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘शिवा साठे’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में मुख्य किरदारों को डिंपल कपाडिया और जैकी श्रॉफ ने अभिनय किया था।

    साल 1994 में जैकी ने फिल्म ‘1942: ए लव स्टोरी’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘विधु विनोद चोपड़ा’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘शुभशंकर’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म में जैकी श्रॉफ के साथ अनिल कपूर, मनीषा कोइराला और ‘अनुपम खेर‘ ने मुख्य किरदारों को दर्शाया था।

    साल 1995 से साल 2000 तक का जैकी का सफर कभी सफल तो कभी विफल रहा था। उन सालो में जैकी ने कई फिल्मो में अभिनय किया था लेकिन उनमे से कुछ फिल्मो को ही दर्शको ने पसंद किया था। उन फिल्मो के नाम ‘त्रिमूर्ति’, ‘रंगीला’, ‘बंदिश’, ‘अग्नि साक्षी’, ‘बॉर्डर’, ‘जाने जिगर’, ‘बदमाश’, ‘कभी ना कभी’, ‘फूल और आग’, ‘लावारिस’, ‘कोहराम’, ‘मिशन कश्मीर’, ‘रिफ्यूजी’ और ‘जंग’ हैं। इसके अलावा उनकी सभी फिल्मो को बॉक्स ऑफिस में फ्लॉप फिल्मो की सूचि में दर्ज होना पड़ा था।

    साल 2001 की जैकी की हिट फिल्म ‘यादें’ थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुभाष घई’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘राज सिंह पूरी’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में मुख्य किरदारों को ऋतिक रोशन और करीना कपूर ने अभिनय किया था और जैकी फिल्म में सहायक किरदार को दर्शा रहे थे। उसी साल जैकी को फिल्म ‘फ़र्ज़’, ‘वन 2 का 4’, ‘बस इतना सा ख़्वाब है’ और ‘लज्जा’ फिल्म में भी देखा गया था।

    साल 2002 की बात करे तो उस साल जैकी ने फिल्म ‘देवदास’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘चुन्नीलाल बाबू’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म के निर्देशक ‘संजय लीला भंसाली’ थे और फिल्म में जैकी ने सहायक किरदारों को दर्शाया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार शाहरुख़ खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित ने अभिनय किया था। उस साल की जैकी की बाकी फिल्मो की बात करे तो उन्होंने उस साल फिल्म ‘मुलाक़ात’, ‘पिताह’ और ‘क्या यही प्यार है’ में अभिनय किया था।

    साल 2003 की शुरुआत जैकी ने फिल्म ‘बाज़: ए बर्ड इन डेंजर’ में अभिनय किया था। फिल्म में उनके किरदार का नाम ‘जय सिंह डबराल’ था और फिल्म के निर्देशक ‘टिन्नू वर्मा’ थे।

    साल 2004 में जैकी ने फिल्म ‘दोबारा’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘शशि रंजन’ थे और फिल्म में जैकी के किरदार का नाम ‘रनबीर सहगल’ था। इसके बाद उन्हें फिल्म ‘हलचल’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘प्रियादर्शन’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘बलराम’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    उसी साल जैकी ने फिल्म ‘हम हाई खलनायक’ में अभिनय किया था। यह जैकी की पहली भोजपुरी फिल्म थी जिसमें उन्होंने ‘अर्जुन’ नाम के किरदार को दर्शाया था। साल 2005 में जैकी ने अपना डेब्यू बंगाली फिल्मो में किया था। उनकी पहली बंगाली फिल्म का नाम ‘अंतरमहल’ था जिसके निर्देशक ‘ऋतुपर्णो घोष’ थे।

    साल 2006 में जैकी ने फिल्म ‘डाइवोर्स’, ‘भूत अंकल’, ‘अपना सपना मनी मनी’, ‘भागम भाग’, ‘नक्शा’, ‘एक्लाव्य: द रॉयल गार्ड’, ‘मेरा दिल लेके देखो’, ‘विद्यार्थी’ और ‘वी आर फ्रेंड’ में अभिनय किया था। इसके साथ ही जैकी ने कन्नड़ फिल्म ‘सी/ओ फुटपाथ’ और तेलुगु फिल्म ‘अस्त्रम’ में भी अपने अभिनय को दर्शाया था।

    साल 2007 से साल 2010 तक जैकी को कुछ फिल्मो में मुख्य उपस्थिति दर्शाते हुए देखा गया था। साल 2011 और साल 2012 में जैकी ने पंजाबी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, बंगाली, कन्नड़ और मराठी फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शाया था। इन सभी भाषाओ की फिल्मो में भी जैकी ने सहायक किरदार का ही अभिनय किया था।

    साल 2013 में जैकी ने फिल्म ‘शूटऑउट एट वडाला’ में कैमिओ किरदार को दर्शाया था। इनके बाद उन्हें फिल्म ‘औरंगाबाज़’ में देखा गया था जिसमे उन्होंने ‘यशवर्धन’ नाम का किरदार अभिनय किया था। उस साल की जैकी की हिट फिल्म ‘धूम 3’ थी जिसमे उन्होंने ‘इक़बाल’ का किरदार अभिनय किया था जो की आमिर खान के किरदार के पिता का रोल था। यह फिल्म बहुत हिट हुई थी।

    साल 2014 में जैकी को फिल्म ‘हैप्पी न्यू ईयर’ में अभिनय करते हुए दिखाई दिए थे। इस फिल्म की निर्देशक ‘फराह खान’ थीं और फिल्म में जैकी ने ‘चरण ग्रोवर’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था। साल 2015 में भी जैकी हिट फिल्म ‘दिल्लीवाली ज़ालिम गर्लफ्रेंड’ में अभिनय कर रहे थे। इस फिल्म के निर्देशक ‘जपिंदर कौर’ थे और फिल्म में जैकी ने ‘मिनोचि’ नाम के किरदार को दर्शाया था। उसी साल जैकी ने फिल्म ‘जज़्बा’ और ‘डर्टी पॉलिटिक्स’ में भी अभिनय किया था।

    साल 2016 से साल 2019 तक जैकी ने हिट फिल्म ‘हॉउसफुल 3’, ‘सरकार 3’, ‘पल्टन’, ‘भारत’, ‘साहू’, ‘प्रस्थ्यमन’ में अभिनय किया था।

    जैकी श्रॉफ के आगे आने वाली हिट फिल्मो की बात करे तो उन्हें आगे ‘राधे’, ‘बंटी और बब्ली 2’, ‘फिर्की’, ‘जग्गा जिउँदा ए’ और ‘पांडी मुनि’ में देखा जाएगा।

    पुरस्कार और उपलब्धियां

    • साल 1990 में फिल्म ‘परिंदा’ के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1995 में फिल्म ‘1942: ए लव स्टोरी’ के लिए ‘बेस्ट सुप्पोटिंग एक्टर – मेल’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 1996 में फिल्म ‘रंगीला’ के लिए ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर – मेल’ का अवार्ड मिला था।
    • साल 2017 में ‘राज कपूर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था।
    • साल 2018 में फिल्म ‘खुजली’ के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड मिला था।

    जैकी श्रॉफ का निजी जीवन

    जैकी श्रॉफ के लव लाइफ की बात करे तो उन्हें अपनी 17 साल की उम्र में ही अपनी बीवी आएशा से प्यार हुआ था। उस समय आएशा मात्र 13 साल की ही थी। आएशा एक अमीर घराने की बेटी थीं और वहीँ जैकी के घर की आर्थिक स्थिति कुछ अच्छी नहीं रहती थी। हलाकि जैकी ने अंत में फिल्मो की दुनिया में अपना नाम और इज़्ज़त कमाने के बाद आएशा से शादी की थी। उन दोनों का एक बेटा है और एक बेटी हैं। उनके बेटे का नाम ‘टाइगर श्रॉफ‘ है और बेटी का नाम ‘कृष्णा श्रॉफ’ है।

    जैकी के पसंदीदा चीज़ो की बात करे तो उन्हें खाने में बैंगन का भरता बहुत पसंद है। जैकी के पसंदीदा अभिनेता देव आनंद हैं। जैकी को सिगरेट पिने की और शराब पीने की आदत भी है।

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