“मीटू अभियान” इस साल का सबसे चर्चित अभियानों में से एक था। जब तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर योन उत्पीड़न का आरोप लगाया तो कई महिलओं ने सामने आने की हिम्मत कर, कई बड़े नामों के असली चेहरे दुनिया के सामने लेकर आयीं। यह अभियान इतना कारगर सिद्ध हुआ कि एमजे अकबर जैसे बड़े राजनेता को भी अपनी गद्दी त्यागनी पड़ी थी। मगर इसका सबसे ज्यादा असर हिंदी सिनेमा में देखने को मिला जहाँ कई मशहूर लोगो पर “मीटू अभियान” के तहत गंभीर आरोप लगे। अब जब 2018 साल खत्म होने वाला है, तो एक नज़र ऐसे ही आरोपी दिग्गजों पर-
नाना पाटेकर
नाना पाटेकर को लोग सिर्फ उनके अभिनय और उनकी सादगी के लिए ही जानते थे मगर सबसे ज्यादा सुर्खियाँ उन्होंने तब बटोरी जब बॉलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने उनपर आरोप लगाते हुए कहा था कि 2008 में फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज’ की शूटिंग के वक़्त नाना ने उनके साथ बद्तमीज़ी की थी। उन्होंने आगे ये भी कहा कि उनके दुर्व्यवहार के कारणवश उन्हें एक गाने से पीछे भी हटना पड़ा था। तनुश्री के इस बयां से ही भारत में “मीटू अभियान” की शुरुआत हुई थी।
उत्सव चक्रवर्ती
तनुश्री के इस चौकाने वाले बयां के बाद, कई महिलाओ ने हिम्मत कर अपनी कहानी लोगो के सामने रखी। 4 अक्टूबर वाले दिन, कुछ महिलओं ने कॉमिक यूट्यूबर उत्सव चक्रवर्ती के खिलाफ यौन दुर्व्यवहार का इलज़ाम लगाया था। ये तो बस इस ताकतवर अभियान की भारत में शुरुआत थी।
रजत कपूर
अभियान ने जैसे ही गति पकड़ी, वैसे ही सोशल मीडिया पर आरोपों का सिलिसिला शुरू हो गया। और इसी सिलसिले में, बॉलीवुड अभिनेता रजत कपूर का नाम भी सामने आया। दो महिलाओ ने उनपर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि एक इंटरव्यू के दौरान, रजत ने उन दोनों के साथ दुर्व्यवहार किया था।
विकास बहल
‘क्वीन’ जैसी सफल फिल्म के निर्देशक विकास बहल को भी इस अभियान ने अपनी चपेट में ले लिया। उनके ऊपर भी उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे थे और जिन महिलाओं ने उनके ऊपर ये आरोप लगाए थे उनके में एक कोई और नहीं बल्कि ‘क्वीन’ में मुख्य भूमिका निभाने वाली कंगना रनौत थी। इसका परिणाम ये हुआ कि ‘फैंटम फिल्म्स‘, जिसे अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी, विकास बहल और मधु मंतेना ने मिलकर शुरू किया था, वे विघटन की तरफ बढ़ गया।
इस मामले में, जिस महिला ने उनपर आरोप लगाए थे उन्होंने कहा कि वह मुकदमेबाजी में शामिल नहीं होना चाहती है और इसलिए विकास के खिलाफ कोई कानूनी हलफनामा दर्ज़ नहीं करेंगी।
आलोक नाथ
लोगों में अपनी संस्कारी छवि पेश करने करने वाले बाबूजी यानी आलोक नाथ का इस अभियान में नाम आना वाकई चौकने वाली बात थी। लेखक, निर्माता और निर्देशक विनता नंदा ने आलोक नाथ के ऊपर बलात्कार और बार बार योन उत्पीड़न करने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। और सिर्फ इतना ही नहीं, विनता ने तो आलोक नाथ के खिलाफ, मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज़ कराई है। इस इलज़ाम के चलते, ‘सिंटा’ ने अलोक नाथ को अपने एसोसिएशन से निष्कासित कर दिया है।
साजिद खान
साजिद खान के ऊपर तीन महिलाओं ने योन उत्पीड़न के इलज़ाम लगाए थे। सलोनी चोपड़ा जिन्होंने पहले साजिद के साथ काम किया हुआ है, उन्होंने कहा कि उनके साथ मानसिक, भावनात्मक और योन रूप से उत्पीड़न किया गया। एक और अभिनेत्री रेचल ने भी साजिद के ऊपर ऐसे ही गंभीर आरोप लगाए हैं। इसका परिणाम ये हुआ है कि ‘इंडियन फिल्म एंड टेलीविज़न डायरेक्टर एसोसिएशन'(आईएफटीडीए) ने एक साल के लिए साजिद को बर्खास्त कर दिया है।
सिर्फ इन्हीं सेलेब्स पर योन उत्पीड़न के आरोप नहीं लगे हैं। ये सूची काफी लम्बी है जिसमे गायक कैलाश खेर, अनु मालिक, सुभाष घाई, रोहित रॉय और वरुण ग्रोवर जैसे नाम शामिल हैं। इनमे से कई लोगो ने अपने ऊपर लगे इल्ज़ामो को खारिज़ कर दिया है।