आरती: श्री गणेश – शेंदुर लाल चढ़ायो
शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको । दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको । हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको । महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥ जय देव जय देव,…
शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको । दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको । हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको । महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥ जय देव जय देव,…
रामायण चौपाई अर्थ सहित परीक्षा में सफलता के लिए रामायण चौपाई जेहि पर कृपा करहिं जनुजानी। कवि उर अजिर नचावहिं बानी।। मोरि सुधारहिं सो सब भांती। जासु कृपा नहिं कृपा…
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक, तीनों लोक में छाये रही है । भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन, फिर भी दीप जलाये रही है । कृष्ण को गोकुल से राधे को……
यह एक शक्तिशाली भक्ति भजन है जिसका उपयोग शिव की पूजा के लिए किया जाता है। ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के मूलांक चिन्ह को दर्शाता है। भारत में 12 पवित्र ज्योतिर्लिंग…
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार । पवनसुत विनती बारम्बार ॥ अष्ट सिद्धि, नव निद्दी के दाता, दुखिओं के तुम भाग्यविदाता । सियाराम के काज सवारे, मेरा…
बाल समय रवि भक्षि लियो तब तीनहुं लोक भयो अंधियारों ताहि सो त्रास भयो जग को यह संकट काहु सों जात न टारो (देवन आनि करी विनती तब) (छाड़ि दियो…
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता, जय जय सरस्वती माता ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता सदगुण वैभव…
शिव शंकर को जिसने पूजा, उसका ही उद्धार हुआ । अंत काल को भवसागर में, उसका बेडा पार हुआ ॥ भोले शंकर की पूजा करो, ध्यान चरणों में इसके धरो…
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ । हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ । तू स्वर की देवी,…
वैष्णव जन तो हिन्दू भजन है, जिसे 15 वीं शताब्दी में गुजराती भाषा में कवि नरसिंह मेहता ने लिखा था। कविता एक वैष्णव जन (वैष्णववाद का अनुयायी) के जीवन, आदर्श…