प्रियंका गाँधी वाड्रा के यूपी में महासचिव नियुक्त होने से जितनी खुश कांग्रेस है, उतनी ही भाजपा भी उत्साहित है। भाजपा को ऐसा लगता है कि प्रियंका के राजनीतिक पटरी पर आ जाने से, उन्हें सपा-बसपा गठबंधन से लड़ने में फायदा मिलेगा और वे पिछले लोक सभा चुनाव के मुकाबले, इस चुनाव में विपक्ष के खिलाफ लड़ने के लिए ज्यादा अच्छे से तैयार हो गए हैं।
भाजपा नेताओं ने कहा कि पार्टी बूथ स्तर पर मजबूत उपस्थिति और पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के कारण 2014 की तुलना में उत्तर प्रदेश में विपक्ष को साधने के लिए बेहतर तरीके से तैयार है।
भाजपा ने आगे कहा कि उन्हें पिछले चुनाव के मुकाबले, इस बार अपने वोट शेयर में थोड़ा और सुधार लाना पड़ेगा ताकी नतीजा बेहतर साबित हो और सपा और बसपा को थोड़ी और मेहनत करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास प्रधानमंत्री बनने के कई उम्मीदवार हैं और चुनाव में ‘कौन बनेगा प्रधानमंत्री सबसे अहम मुद्दा’ होगा।
नेताओं ने कहा कि 2019 का चुनाव एक ‘वैचारिक लड़ाई’ होगी, सबसे ‘महत्वपूर्ण चुनाव’ होगा और 2014 के मुकाबले, पार्टी और भी ताकत से लड़ाई करेगी।
उनके मुताबिक, “हम 2014 में पांच राज्यों में सत्ता में थे, अब हम 16 राज्यों में हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ कर 11 करोड़ हो गयी है। सरकारी योजनाओ के 22 करोड़ लाभार्थी हैं। हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा और 2019 में नरेंद्र मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे।”
भाजपा पश्चिम बंगाल, ओडिशा और केरल जैसे राज्यों पर भी ध्यान दे रही हैं जिनमे उसने 2014 में ना के बराबर सीट जीती थी।
पार्टी ने पश्चिम बंगाल में एक आक्रामक रणनीति अपनाई है, जहां वह 42 में से 23 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है और अप्रैल के पहले सप्ताह में कोलकाता में एक बड़ी रैली के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों में 300 से अधिक रैलियां करने की योजना बना चुकी है। मोदी भी राज्य में सभाओं को संबोधित करेंगे।
ओडिशा में, पार्टी 21 लोक सभा सीटों में से लगभग आधी सीटें जीतने का लक्ष्य बना रही है और केरल में, वे कम से कम पांच सीटें जीतने की तैयारी कर रही है।
महाराष्ट्र में, पार्टी शिवसेना के साथ समझौता करने की कोशिश में जुटी हुई है। और पार्टी नेताओं ने कहा है कि भाजपा उत्तर पूर्वी राज्यों में, नागरिकता संसोधन विधेयक को लेकर जल्द कदम उठाने वाली है।
अभी तक ये तो सांफ नहीं है कि भाजपा अपने दम पर कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी मगर पार्टी नेताओं ने सूचित किया है कि एनडीए लगभग सभी लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा।