आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान की हालत बिगड़ती जा रही है। पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने बुधवार को रायटर्स को बताया कि इस्लामाबाद को सऊदी अरब से 6 बिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता के बाद भी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बैलआउट पैकेज की जरुरत है।
प्रधानमंत्री इमरान खान को सऊदी अरब ने राहत पैकेज रियाद में आयोजित निवेश सम्मेलन के दौरान ऑफर किया था। इस निवेश सम्मेलन का पश्चिमी देशों व अन्य नेताओं ने पत्रकार जमाल खाशोग्गी की हत्या के कारण बहिष्कार किया था। सऊदी अरब निवासी पत्रकार जमाल की हत्या तुर्की स्थित सऊदी दूतावास में की गयी थी।
पाकिस्तान वित्त मंत्रालय ने कहा कि साल 2013 के बाद पाकिस्तान आइएमएफ से दूसरी दफा बैलआउट पैकेज देने का अनुरोध कर रहा है जबकि किसी बहुपक्षीय देनदार से साल 1980 के बाद यह 13वीं दफा है।
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मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान नवम्बर में आइएमएफ से इस कार्यक्रम को आगे बढाने के लिए बातचीत शुरू करेंगे। मंगलवार को पाकिस्तान ने कहा था कि सऊदी ने एक वर्ष के लिए 3 बिलियन डॉलर की विदेशी मुद्रा देने पर रजामंदी जाहिर की है। बाकी के 3 बिलियन डॉलर का तेल निर्यात में छूट देगा।
सऊदी अरब की खुशखबरी के बाद पाकिस्तान का स्टॉक मार्किट 4.1 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बंद हुआ था। पाकिस्तानी प्रवक्ता ने कहा कि सऊदी अरब के दिए लोन से आइएमएफ से बैलआउट पैकेज की बातचीत करने में सहायक होगा।
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इमरान खान ने कहा आर्थिक विपदा से उभरने के लिए पाकिस्तान मित्र देशों से मदद के लिए बातचीत कर रहा है। पीएम खान का इशारा सऊदी अरब और चीन जैसे घनिष्ठ सहयोगियों की तरफ था।
इमरान खान नवम्बर के शुरुआती हफ्ते में चीन की यात्रा करेंगे। इस यात्रा के दौरा पीएम खान चीन से राहत पैकेज के सिलसिले में बातचीत करेंगे।
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