लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी और अन्य पार्टियों में फैसला साफ होता दिख रहा है। भाजपा प्रमुख अमित शाह हाल में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने उनके घक मतोश्री पहुंचे। वहां जाने का उनका मकसद सीटों के बंटवारे को लेकर बात साफ करना था। बताया जा रहा है इस बंटवारे की औपचारिक घोषणा सोमवार या मंगलवार तक कर दी जाएगी। ऐसा करके बीजेपी अपने साथी पार्टियों को भी बराबरी का सम्मान और मौका दे रही है।
इसके कुछ दिनों पहले ही भाजपा मुख्य बिहार के मुख्यमंत्री और गठबंधन में साथी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता नीतीश कुमार के घर उनसे मिलने पहुंचे थे। दोनों सही पार्टियां सीटों के बराबर हुए बंटवारे से सहमत है।
नाम न बताने की शर्त पर एक भाजपा नेता ने बताया कि “गठबंधन में साथ दी रही पार्टियों को केवल सम्मान देना ही काफी नहीं है, बल्कि लोगों को दिखाना भी पड़ रहा है।”
उन्होंने यह भी बताया कि बीते कुछ दिनों में प्रधानमंत्री मोदी को लेकर शिवसेना का रुख आलोचक का रहा है, ऐसे में इन्हें शांत करने के लिए कुछ तो करना ही था। उन्होंने कहा कि भाजपा मुख्य का आगे से जाकर शिवसेना के प्रमुख से मिलने पर लोगों व कार्यकर्ताओं में यह संदेश पहुंचेगा कि शिवसेना अभी भी गठबंधन में शामिल है। दूसरी बात कि शिवसेना भी इससे सम्मान के तौर पर लेगी और राम मंदिर, कर्ज माफी व किसानों के मुद्दे पर थोड़ी शांत रहेगी।
सीट बंटवारे का फार्मूला लोकसभा चुनाव के लिए 50-50 का है। फिलहाल विधानसभा चुनाव में किसके हिस्से क्या आएगा इसका गणित अभी भी चालू है। हालांकि उम्मीद है वहां भी दोनों पार्टियां बराबर की हिस्सेदार होंगी।