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    Konkona Sen Sharma biography in hindi

    कोंकणा सेन शर्मा भारतीय फिल्मो की अभिनेत्री हैं। कोंकणा एक लेखिका और एक डायरेक्टर के रूप में भी जानी जाती हैं। इन्हे ज़्यादा तर स्वतंत्रित फिल्मो में ही अभिनय करते हुए देखा गया है। इन्हे हिंदी फिल्मो के अलावा अंग्रेजी फिल्मो और बंगाली फिल्मो में भी अभिनय करते हुए देखा जाता है।

    कोंकणा सेन शर्मा ने ‘तितली’, ‘मिस्टर एंड मिसिस अय्यर’, ‘ओमकारा’, ‘यूँ होता तो क्या होता’, ‘लक बाय चांस’, ‘वेक अप सीड’, ‘राइट या रॉंग’, ‘एक थी डायन’ जैसी बड़ी बड़ी फिल्मो में अभिनय किया है। उन्होंने अपने अभिनय की वजह से कई सारे अवार्ड्स को अपने नाम भी किया है। कोंकणा सेन ने एक लेखिका और एक निर्देशक के रूप में बंगाली, अंग्रेजी और हिंदी, तीनो भाषाओं को फिल्मो में काम किया है। उनकी फिल्मे अक्सर एक अच्छी कहानी के साथ ही देखे जाती रही है।

    कोंकणा सेन शर्मा का प्रारंभिक जीवन

    कोंकणा सेन शर्मा का जन्म 3 दिसंबर 1979 को कोलकाता, वेस्ट बंगाल में हुआ था। कोंकणा के पिता का नाम ‘मुकुल शर्मा’ है जो पेशे से एक विज्ञान लेखक और पत्रकार हैं। उनकी माँ का नाम अपर्णा सेन है जो पेशे से एक अभिनेत्री और फिल्म निर्देशक रह चुकी हैं। कोंकणा की एक बड़ी बहन हैं जिनका नाम ‘कमलिनी चटर्जी ‘है।

    कोंकणा के नाना की बात करे तो इनका नाम ‘चिदानंद दासगुप्ता’ था और वह पेशे से एक फिल्म समीक्षक, विद्वान, प्रोफेसर, लेखक और कलकत्ता फिल्म सोसाइटी के सह-संस्थापकों के रूप में अपना योगदान प्रदान करते थे। कोंकणा की नानी का नाम ‘सुप्रिया दासगुप्ता’ था जो की एक प्रसिद्ध आधुनिक बंगाली कवि जिबानानंद दास की चचेरी बहन थीं।

    कोंकणा सेन शर्मा ने अपनी ग्रेजुएशन की पढाई ‘सेंट स्टीफंस कॉलेज’, दिल्ली से पड़ी थी, जहाँ से उन्होंने अंग्रेजी विषय में डिग्री प्राप्त की थी। कोंकणा ने ‘कलकत्ता इंटरनेशनल स्कूल’ के साथ-साथ ‘मॉडर्न हाई स्कूल फॉर गर्ल्स’ से अपने स्कूल की पढाई पूरी की थी। कोंकणा ने सबसे पहले साल 1983 में एक बाल कलाकार के रूप में फिल्म ‘इंदिरा’ में पहली बार अभिनय किया था।

    कोंकणा सेन शर्मा का व्यवसायिक जीवन

    कोंकणा सेन शर्मा का फिल्मो का शुरुआती दौर

    कोंकणा सेन शर्मा ने सबसे पहले साल 1983 में एक बंगाली फिल्म में बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया था। इस फिल्म का नाम ‘इंदिरा’ था। इसके बाद उन्होंने अपने व्यवसाय जीवन की शुरुआत एक अभिनेत्री के रूप में ही आगे बढ़ाने का फैसला लिया था। साल 2000 में उन्होंने बंगाली फिल्म ‘एक जे आछे कन्या’ में अभिनय किया था। यह फिल्म कोंकणा की पहली मुख्य फिल्म थी। इस फिल्म में उन्होंने एक नकारात्मक किरदार को निभाया था। इस फिल्म के बाद कोंकणा को अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती और उनकी मां अपर्णा सेन के साथ फिल्म ‘तितली’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्माता ‘रितुपर्णो घोष’ थे। फिल्म में कोंकणा ने ‘तितली’ नाम का ही किरदार अभिनय किया था।

    साल 2001 में उन्होंने अपनी माँ ‘अपर्णा सेन’ द्वारा निर्देशित अंग्रेजी भाषा की फिल्म ‘मिस्टर एंड मिसेज अय्यर’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में मुख्य रूप से मल्टीप्लेक्स स्टेज में अच्छा प्रदर्शन किया था और उस वक़्त यह एक बड़ी महत्वपूर्ण सफलता के रूप में देखि गई थी। इस फिल्म में कोंकणा ने एक तमिल गृहिणी के रूप में अभिनय किया था। इस फिल्म में कोंकणा के किरदार की बहुत सराहना हुई थी और फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस में अच्छी कमाई थी।

    इस फिल्म के बाद कोंकणा को साल 2005 में फिल्म ‘पेज 3’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने एक होशियार पत्रकार का किरदार अभिनय किया था, जिसे दर्शको ने बहुत पसंद किया था। इस फिल्म में उनके इस किरदार की बहुत सराहना की गई थी।

    साल 2007 में कोंकणा सेन शर्मा को ‘मीरा नायर’ द्वारा निर्देशित हॉलीवुड फिल्म ‘द नेमसेक’ में अभिनय का मौका दिया गया था। फिल्म में उनका एक मुख्य किरदार होने की सम्भावना थी लेकिन अन्य फिल्मों के साथ तारीखों के टकराव के कारण कोंकणा ने इस फिल्म के लिए इंकार कर दिया था। हालांकि उन्होंने साल 2005 में ’15 पार्क एवेन्यू’ नामक फिल्म में एक मानसिक रूप से बीमार महिला का किरदार बखूबी निभाया था।

    इस के साथ साल 2006 में कोंकणा को फिल्म ‘ओमकारा’ में भी अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने एक मध्यम आयु वर्ग की महिला के रूप में अभिनय किया था जिसकी हर किसी ने बहुत तारीफ की थी। कोंकणा सेन शर्मा की अगली फिल्म का नाम ‘डेडलाइन: सिर्फ 24 घन्टे’ था। इस फिल्म में उन्होंने ‘संजना’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस में औसत कमाई की थी।

    साल 2006 में कोंकणा ने काला घोड़ा फिल्म महोत्सव के लिए कुछ 18 मिनट की बंगाली लघु फिल्म ‘नामकोरन’ को निर्देश किया था। यह फिल्म उनकी पहली निर्देश की गई फिल्म थी। इसके बाद कोंकणा सेन शर्मा ने फिल्म ‘दोसर’ में अभिनय किया था, जो को निर्देशक ‘रितुपोर्नो घोष’ द्वारा निर्देशित की गई एक बंगाली कला फिल्म थी। इस फिल्म को कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भी शामिल किया गया था।

    इस फिल्म में किए गए अभिनय के लिए कोंकणा ने महिंद्रा इंडो-अमेरिकन आर्ट्स काउंसिल फिल्म फेस्टिवल में ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड जीता था। साल 2007 की कोंकणा की पहली रिलीज़ फिल्म ‘मधुर भंडारकर’ के साथ थी। इस फिल्म का नाम ‘ट्रैफ़िक सिग्नल’ था, जिसमें उन्होंने एक वेश्या का किरदार निभाया था। इस फिल्म को दर्शको द्वारा पसंद किया था।

    साल 2007 में कोंकणा सेन शर्मा ने ‘अनुराग बसु’ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘लाइफ इन ए…. मेट्री’ में अभिनय किया था।फिल्म में कोंकणा के किरदार की बहुत सराहना की गई थी और फिल्म ने भी सकारात्मक टिप्पड़ियो के साथ भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके बाद उसी साल के अंत तक कोंकणा सेन शर्मा ने यशराज फिल्म्स बैनर की 2 फिल्मो में अभिनय करने का फैसला किया था। इन दोनों फिल्मो में लिए कोंकणा बहुत उत्सुक थी क्युकी यह फिल्म उनकी पहली फिल्म थी जिसमे उन्हें गानों के लिए लिप्सिंग करने का मौका मिलने वाला था।

    उन्होंने सबसे पहले फिल्म ‘लागा चुनरी में दाग’ में अभिनय किया था, जिसे ‘प्रदीप सरकार’ द्वारा निर्देश किया गया था। फिल्म में कोंकणा ने रानी मुखर्जी के साथ बनारस के छोटे शहर की युवती ‘छुटकी’ का किरदार दर्शाया था। इस फिल्म को भारत में बिलकुल पसंद नहीं किया गया था। हालांकि, कोंकणा के अभिनय की यहाँ तारीफ हुई थी। उनकी दूसरी फिल्म का नाम ‘आजा नचले’ था। इस फिल्म में भी कोंकणा ने अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के साथ फिल्म में एक सहायक किरदार दर्शाया था।

    कोंकणा की इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस में कुछ खास कमाल नहीं किया था और फिल्म को फ्लॉप लिस्ट में शामिल होना पड़ा था। साल 2008 में कोंकणा ने फिल्म ‘दिल कबड्डी’ में अभिनय किया था। इसके बाद उन्हें फिल्म ‘8’ में भी देखा गया था। साल 2009 में उन्होंने कम बजट की अंग्रेजी भाषा की फिल्म ‘द प्रेसिडेंट इज़ कमिंग’ में अभिनय किया था जिसे ‘कुणाल रॉय कपूर’ द्वारा निर्देश किया गया था। इस फिल्म ने वैसे तो अच्छी टिप्पड़ियां हासिल की थी लेकिन फिर भी फिल्म बॉक्स ऑफिस में कुछ खास कमाल नहीं कर पाया था।

    साल 2009 में कोंकणा ने निर्देशक ‘ज़ोया अख्तर’ द्वारा निर्देश की गई फिल्म ‘लक बाय चांस’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में उन्होंने अभिनेता ‘फरहान अख्तर’ के साथ अभिनय किया था। इस फिल्म ने क्रिटिक्स द्वारा तो बहुत अच्छी तारीफें बटोरी थी लेकिन फिर भी बॉक्स ऑफिस में अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रही थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘वेक अप सीड’ में अभिनेता रनबीर कपूर के साथ अभिनय किया था। इस फिल्म में उन्होंने रनबीर के किरदार की प्रेमिका का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म ने भी क्रिटिक्स द्वारा बहुत पसंद किया था लेकिन बॉक्स ऑफिस में इसका प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा था।

    इसके बाद साल 2010 में उन्होंने ‘अजय देवगन’ और ‘परेश रावल’ के साथ फिल्म ‘आतिथि तुम कब जाओगे’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्माता ‘अश्विनी धीर’ थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस में अच्छी कमाई की थी और फिल्म सफल फिल्मो की लिस्ट में शामिल हुई थी। कोंकणा को ‘नीरज पाठक’ की फिल्म ‘राइट या रॉंग’ में भी देखा गया था, जहां उन्होंने एक वकील की भूमिका निभाई थ। इसके बाद उन्होंने ‘रितुपर्णो घोष’ की कॉमेडी फिल्म ‘सनग्लास’ में और ‘विनय शुक्ला’ की फिल्म ‘मिर्च’ में भी अभिनय किया था। इस दोनों फिल्मों को दर्शको ने ठीक ठाक पसंद किया था। हालांकि फिल्मों को क्रिटिक्स द्वारा अच्छी टिप्पड़िया मिली थी।

    साल 2011 की बात करे तो कोंकणा ने इस साल अपर्णा सेन की फिल्म ‘इति मृणालिनी’ में मुख्य किरदार को निभाया था। इसके बाद उन्होंने ‘अमिताभ वर्मा’ की फिल्म ‘जैकपॉट’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में कोंकणा ने अभिनेता ‘रणवीर शौरी’ के साथ अभिनय किया था। इसी के साथ कोंकणा को ‘सुमन मुखर्जी’ की फिल्म ‘शीश कोबिता’ में देखा गया था और बाद में कोंकणा को ‘गौतम घोष’ की फिल्म ‘शुन्यो अवनको’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। यह दोनों ही फिल्म बंगाली भाषा की फिल्मे थी।

    साल 2013 में कोंकणा सेन शर्मा ने ‘नवोदित कन्नन अय्यर’ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘एक थी डायन’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में कोंकणा के साथ इमरान हाशमी, कल्कि कोचलिन और हुमा कुरैशी ने भी अभिनय किया था। यह फिल्म कोंकणा के पिता ‘मुकुल शर्मा’ द्वारा लिखी गई फिल्म थी जो की एक लघु कहानी से प्रेरित थी। इसके बाद कोंकणा ने फिल्म ‘गोयनार बख्शो’ में अभिनय किया था जिसमे उन्होंने ‘अपर्णा सेन’ की मुख्य भूमिका को दर्शाया था।

    साल 2015 में उन्होंने बंगाली फिल्म ‘कदम्बोरी’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में उन्होंने टैगोर की भाभी के रूप में ‘लक्ष्मी दास’ का किरदार अभिनय किया था। यह फिल्म ओडिशा के स्वतंत्रता सेनानी गौर हरि दास, जिन्होंने अपनी देशभक्ति की सरकार को मनाने के लिए 32 साल बिताए थे, उस कहानी पर आधारित फिल्म थी।

    साल 2015 में ही कोंकणा ने साल 2008 में हुए नॉएडा के डबल मर्डर केस पर आधारित फिल्म ‘तलवार’ में अभिनय किया था। यह फिल्म नॉएडा के ‘आरुषि हत्या कांड’ पर आधारित थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘विशाल भारद्वाज’ थे और कोंकणा ने फिल्म में आरुषि की माँ ‘नुपुर तलवार’ का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म का प्रीमियर टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में किया गया था। फिल्म ने रिलीज़ के बाद से ही बॉक्स ऑफिस में अच्छा प्रदर्शन करना शुरू किया था। इस फिल्म ने कुल 302 मिलियन की कमाई के साथ अपना नाम सफल फिल्मो की लिस्ट में शामिल किया था।

    साल 2016 में कोंकणा सेन शर्मा ने ‘ए.आर. मुर्गडॉस’ की फ़िल्म ‘अकीरा’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार को ‘सोनाक्षी सिन्हा‘ अभिनय कर रही थी। कोंकणा का किरदार इस फिल्म में एक पुलिस वाली का था।

    साल 2017 में कोंकणा सेन शर्मा ने अपनी पहली फिल्म को निर्देश किया था। फिल्म का नाम ‘ए डेथ इन द गुंज’ था। इस फिल्म में मुख्य किरदार को विक्रांत मैसी और कल्कि कोचलिन ने निभाईं था। फिल्म को क्रिटिक्स द्वारा बहुत सराहा गया था और साथ ही ‘न्यूयॉर्क भारतीय फिल्म फेस्टिवल’ में और ‘ममी फिल्म फेस्टिवल’ में कोंकणा को ‘बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर’ का अवार्ड भी दिया गया था। इसके बाद कोंकणा ने ‘अलंकृता श्रीवास्तव’ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा’ में अभिनय किया था। यह फिल्म काफ़ी लम्बे समय से रिलीज़ होने की कोशिश में थी लेकिन हर बार अपने प्रयास में विफल हो रही थी।

    फिल्म ने रिलीज़ होने के बाद क्रिटिक्स द्वारा बहुत अच्छी तारीफे बटोरी थी। फिल्म को दर्शको ने भी बहुत पसंद किया था और इसी के चलते फिल्म ने बॉक्स ऑफिस में भी एक बेहतरीन कमाई के साथ अपना नाम हिट फिल्मो की लिस्ट में शामिल किया था। कोंकणा की आगे आने वाली फिल्मो की बात करे तो उन्हें अभिनेत्री कल्कि कोचलिन के साथ फिल्म ‘स्कॉलरशिप’ में देखा जायगा जो की फिलहाल प्री-प्रोडक्शन में है।

    पुरस्कार और उपलब्धियां

    कोंकणा सेन शर्मा ने अपने अभिनय की बदौलत अभी तक कुल 29 अवार्ड्स को अपने नाम किया है, जिनमे से कुछ की जानकारी निचे मौजूद है।

    • 2002, फिल्म ‘एक जे आछे कन्या’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2003, फिल्म ‘मिस्टर और मिसिस अय्यर’ के लिए 2 ‘बार बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2003, फिल्म ‘तितली’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2006, फिल्म ‘पेज 3’ के लिए 2 बार ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2007, फिल्म ‘ओमकारा’ के लिए 3 बार ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2007, फिल्म ‘दोसर’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2008, फिल्म ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ के लिए 3 बार ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।
    • 2018, फॉम ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्खा’ के लिए 3 बार ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला था।

    कोंकणा सेन शर्मा का निजी जीवन

    कोंकणा सेन शर्मा ने अभिनेता और सह-कलाकार ‘रणवीर शौरी’ को साल 2007 में डेट करना शुरू किया था। इन दोनों ने 3 सितंबर 2010 को एक निजी समारोह में शादी कर ली थी। कोंकणा ने टाइम्स ऑफ इंडिया में दिए गए इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने 15 मार्च 2011 को दक्षिण मुंबई के अस्पताल में अपने पहले बच्चे को जन्म दिया था जिसका नाम ‘हारून’ रखा था।

    रणवीर और कोंकणा ने सितंबर 2015 में एक दूसरे से अलग होने की घोषणा की थी। वह दोनों अलग होने के बाद अभी भी एक दूसरे के साथ दोस्ती का रिश्ता निभाते हैं और अपने बेटे की कस्टडी एक दूसरे के साथ साझा करते रहते हैं। कोंकणा के पसंदीदा चीज़ो की बात करे तो उन्हें खाने में मछली बहुत पसंद है। उनके पसंदीदा अभिनेता ‘इर्र्फान खान’ है। अभिनेत्रियों में कोंकणा को तब्बू बहुत पसंद हैं। कोंकणा को अभिनय के अलावा पढ़ना बहुत पसंद है।

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