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    "ब्लैंक" अभिनेता करण कपाड़िया": मुझे लांच नहीं किया जा रहा, मुझे ब्रेक मिला है

    डिंपल कपाड़िया के भांजे, ट्विंकल खन्ना के कजिन और अक्षय कुमार के साले करण कपाड़िया जल्द फिल्म “ब्लैंक” से बॉलीवुड डेब्यू करने जा रहे हैं। वह फिल्म में बॉलीवुड सुपरस्टार सनी देओल के साथ दिखाई देंगे। हाल ही में, पुणे मिरर को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वह नेपोटिस्म के प्रोडक्ट नहीं हैं और साथ ही की डिंपल, ट्विंकल, अक्षय और सनी के ऊपर बात।

    आप 14 साल के थे जब आप अपनी मासी डिंपल और ट्विंकल के साथ रहने आये। अभिनय की आकांक्षा कैसे जगी?

    बड़े होते वक़्त मैं चिंता से ग्रस्त होता गया। स्कूल में चाहते हुए भी मुझमे नाटक में हिस्सा लेने की हिम्मत नहीं आई। जब मैंने शोर्ट फिल्में करनी शुरू की, तब मुझे उपलब्धि का अहसास हुआ, जिसे मैं हर वक़्त महसूस करना चाहता था। तब मैंने अभिनेता बनने का फैसला किया, अपने घरवालो से प्रेरित होने के अलावा।

    क्या आप अपने जीजा अक्षय कुमार और उनकी खिलाड़ी की छवि से भी प्रेरित थे?

    मैंने हमेशा उनकी फिल्मो को पसंद किया है, खिलाड़ी फिल्मो से ज्यादा कॉमेडी क्योंकि मैं उस दौरान बहुत छोटा था। हेरा फेरा फिल्मो के वक़्त मैं उनका फैन बनने लगा। वह एक प्रमुख प्रेरणा थे। लेकिन मैं उनकी तरह अनुशासन और फिटनेस के मामले में  बनना चाहूँगा, उनके स्क्रीन व्यक्तित्व के मामले में नहीं। हर इन्सान अलग होता है और मैं कोशिश करने के बाद भी उनके जैसा नहीं कर पाऊंगा। मुझे अपना रास्ता खुद बनाना चाहिए।

    उनके साथ आपकी पहले की यादें क्या हैं?

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    मेरी बहन और उन्होंने शादी करने से पहले कुछ वक़्त डेट किया था इसलिए मुझे याद हैं जब वह पहली बार घर पर आये थे। मैं सोच रहा था-‘वाओ अक्षय कुमार आये हैं’। मैं नौ साल का था जब उनकी शादी हुई। वह हमेशा मेरे साथ खेलते थे। हमने साथ में बहुत वक़्त गुज़ारा है। कुछ सालों में, हमारा रिश्ता परिपक्व हो गया है। अब हम साथ मिलकर बहन की टांग-खिंचाई करते हैं। वह हमेशा उनका मजाक बनाती रहती हैं इसलिए मैं उनका (अक्षय) समर्थन देता हूँ।

    आपने अपनी डेब्यू फिल्म में आत्मघाती हमलावर बनना क्यों चुना?

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    मेरे निर्देशक बेहजाद खंबाटा, सह-लेखक प्रणव आदर्श और मैं फिल्म ‘बॉस’ के सेट पर मिले थे। हम संपर्क में रहे और कुछ सालों बाद बेहज़ाद मेरे पास इस फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर आये जो मुझे बहुत पसंद आई। उन्होंने मेरी शोर्ट फिल्म (क्रेसेंडो) देखी थी जो कांस फिल्म फेस्टिवल में गयी थी और सोचा कि मैं अभिनय कर सकता हूँ।

    मैंने इसे लिया क्योंकि मुझे ये काफी दिलचस्प लगी। जो आप ट्रेलर में देखते हैं वह केवल इसका एक हिस्सा है और इसे देखने के बाद, आपको पता चलेगा कि मैंने इसे क्यों लिया।

    फिल्म में आपके सह-कलाकार सनी देओल और आपकी मासी ने साथ में बहुत फिल्मो में काम किया है और वे अभी भी करीब हैं। उनके साथ काम करना कैसा था?

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    मेरी माँ उनकी 15 सालों तक कॉस्टयूम डिज़ाइनर थी। जब वह बीमार थी तब भी वह उनके प्रोडक्शन ‘चमकू’ में काम कर रही थी। चूँकि वह सिंगल पैरेंट थी इसलिए वह मुझे सेट पर ले जाती थी और तभी मैंने उन्हें देखा। 20 साल बाद उनके साथ काम करना असली लग रहा है। जब भी मैं दृश्य ठीक ना कर पाने के कारण घबराता, वह मुझे शांत करवाते। हमारे पहले दृश्य के दौरान, मैं डरा हुआ था। भाग्य से, वह पूछताछ का दृश्य था इसलिए घबराहट ने मदद की।

    क्या आप किसी के साथ रिलेशनशिप में हैं?

    मैं नहीं हूँ। मैं था किसी के साथ बहुत लम्बे वक़्त तक लेकिन अब हमें अलग हुए एक साल हो गया है।

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    जबकि आपने पहले कहा था कि आप खुद को स्टार-किड नहीं मानते, लेकिन आप खुद को नेपोटिस्म की बहस से नहीं बचा सकते। 

    आपको पता है, मुझे मेरी पहले फिल्म बेहज़ाद के साथ सम्बन्ध होने के कारण मिली लेकिन मैं इससे इंकार नहीं कर सकता कि अगर ये मेरा परिवार नहीं होता तो मैं ‘बॉस’ के सेट पर भी नहीं होता। नेपोटिस्म मतलब होता है कि किसी को मदद करने के लिए किसी की पावर का इस्तेमाल करना लेकिन ये “ब्लैंक” पर लागू नहीं होता। श्रेय में मेरे किसी परिवारवाले का नाम नहीं है। कोई भी ट्रेलर लांच पर नहीं आया। मैं हमेशा कहता हूँ कि मुझे लांच नहीं किया जा रहा, मुझे ब्रेक मिला है, तो नेपोटिस्म कहा है?

    लेकिन अक्षय फिल्म के एक खास गीत में नज़र आये थे। 

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    जब उन्होंने ज्यादातर फिल्म देखी तो उन्होंने कहा कि उन्हें मुझ पर गर्व है और इसलिए मुझे शुभकामनाएं देने के लिए ये गीत शूट किया।

    क्या आपके कजिन ट्विंकल की लेखन की प्रतिभा आप पर आ गयी है?

    मैं प्रणव और बेहजाद के साथ दो साल से साइंस-फिक्शन स्क्रिप्ट लिख रहा हूँ। मैंने कभी लेखक बनने का नहीं सोचा लेकिन मुझे लगा कि इस विचार में इसमें क्षमता है और इसलिए इसे लिखना शुरू किया। ये मानव की कहानी और हम जल्द डिजिटल प्लेटफार्म पर कहानी पिच करेंगे। ये बहुत बड़ी है इसलिए इसे 2 या 3 घंटे की फिल्म में नहीं बनाया जा सकता। मैं इसे लेकर उत्साहित हूँ।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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