अश्वगंधा का आयुर्वेदिक औषधियों में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह अनेक फायदों से भरपूर होता है किन्तु जिस प्रकार हर चीज के दो पहलू होते हैं ठीक उसी प्रकार अश्वगंधा के भी दो पहलू है। अश्वगंधा के फायदे अनेक हैं किन्तु इसके कुछ नुकसान भी हैं।
अश्वगंधा को अधिक मात्रा में लेने से हमारे स्वास्थ्य पर कई बुरे प्रभाव पड़ते हैं। इस लेख में हम आपको अश्वगंधा के नुकसानों के विषय में बताएँगे।
विषय-सूचि
अश्वगंधा के नुकसान
माना कि अश्वगंधा आयुर्वेदिक दवा है किंतु हमें इसकी एक निश्चित मात्रा का ही सेवन करना चाहिए।
यदि अश्वगंधा का मानक से अधिक सेवन किया जाए तो शरीर में निम्न प्रकार की समस्यायें हो जाती हैं:
अश्वगंधा से शुगर का स्तर कम हो सकता है
हमारे शरीर में शुगर का एक निश्चित मानक होता है और यदि शरीर में शुगर उससे कम हो जाए तो यह एक गंभीर समस्या हो जाती है। अश्वगंधा का अधिक सेवन शरीर में शुगर के स्तर को उसके मानक से कम कर देता है।
यह हो सकता है कि अश्वगंधा मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए वरदान हो। किन्तु यदि साधारण व्यक्ति इसका सेवन कर रहा है तो उसे इस इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह उसका ज्यादा सेवन न करे।
अश्वगंधा से एलर्जी की समस्या होती है
कुछ शोधों में यह बात सामने आयी है कि अश्वगंधा के अधिक सेवन से एलर्जी की समस्या हो जाती है। हालाँकि इस बात को साबित करने के लिए अभी और भी शोध हो रहे हैं किन्तु पुराने शोधों से इस बात की पुष्टि हुई है कि अश्वगंधा एलर्जी की समस्या को जन्म देता है।
अश्वगंधा के अधिक सेवन से साँस लेने में समस्या, त्वचा पर जलन, धब्बे व चकत्ते पड़ना, सीने में दर्द होना, खुजली होना आदि समस्याएं हो जाती हैं। ये अश्वगंधा के साइड इफेक्ट्स के रूप में जानी जाती हैं।
अश्वगंधा से सुस्ती व अधिक नींद की समस्या हो सकती है
यदि आप अश्वगंधा को अनेक दूसरी दवाओं के साथ लेते हैं तो ये सुस्ती व अधिक नींद की समस्या को जन्म देता है।
शोधों से इस बात की पुष्टि हुई है कि अश्वगंधा को लोराजेपैम, जोलपिडेम व अल्पराजोलाम के साथ लेने से सुस्ती व अधिक नींद की समस्या हो जाती है।
अश्वगंधा से ब्लीडिंग की समस्या
जिन व्यक्तियों के शरीर में विटामिन के की कमी होती है, उन्हें अश्वगंधा के सेवन से बचना चाहिए। अश्वगंधा अधिक खून बहने के लिए जिम्मेदार होता है।
शोधों से इस बात की पुष्टि हुई है कि जिन व्यक्तियों को ब्लीडिंग डिसॉर्डर होता है उन्हें अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि ऐसे लोग अश्वगंधा का सेवन करते हैं तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ज्यादा अश्वगंधा खाने से बुखार आ सकता है
अश्वगंधा का सेवन करने से हमारे शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इस प्रकार हमें बुखार आने लगता है।
हालाँकि यह बुखार एक या दो दिन में सही हो जाता है किन्तु यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो डॉक्टर का परामर्श लेना आवश्यक है।
हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम अश्वगंधा का ज़्यादा सेवन न करें क्योंकि यह शरीर का तापमान सामान्य से अधिक कर देता है। इस प्रकार यह शरीर की अनेक क्रियाओं को प्रभावित करता है।
अश्वगंधा ऑटोइम्यून रोग को बढ़ाता है
अश्वगंधा प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है किन्तु जिन लोगों को लूपस, मल्टिपल सेकलेरोसिस व रेमेटोईड अर्थिरिस की समस्या है उनको अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए।
अश्वगंधा ऑटोइम्यून रोग को जन्म देता है जिससे कि हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली का इन रोगों से लड़ने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अश्वगंधा के नुकसान लिवर के लिए
कुछ लोगों का यह मानना है कि अश्वगंधा के सेवन से लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यहाँ तक कि कुछ लोग यह मानते हैं कि अश्वगंधा के सेवन से लिवर डैमेज हो सकता है। इसका अभी कोई ठोस प्रमाण नहीं है किंतु इस पर शोध हो रहे हैं।
यह जरूर हो सकता है कि यह बात झूठ हो, किंतु हमें हर हाल में अपने स्वास्थ्य के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
अश्वगंधा से मुँह सूख जाता है
अश्वगंधा के ज़्यादा सेवन से मुँह सूखने लगता है। यह मुँह में लार के स्तर को कम कर देता है। इस प्रकार जबान सूखने लगती है।
हालाँकि इस बात का भी अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं है किन्तु सावधानी ही सबसे उत्तम इलाज है।
हमें उपरोक्त बात को ध्यान में रखते हुए अश्वगंधा के ज़्यादा सेवन से बचना चाहिए। यदि हमें मुँह सूखने की समस्या हो रही है तो हमें तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
ज्यादा अश्वगंधा से गैस की समस्या हो सकती है
जिन लोगों के पेट में छाले या घाव होते हैं उन्हें अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए। यह पेट में गैस की समस्या उत्पन्न करता है।
इसके अतिरिक्त शोधों में यह बात भी सामने आयी है कि अश्वगंधा के सेवन से दस्त व पेचिश की भी समस्या हो जाती है।
अश्वगंधा के नुकसान गर्भवती महिलाओं के लिए
गर्भवती महिलाओं के लिए अश्वगंधा का सेवन अत्यंत हानिकारक होता है। यह बच्चे के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। स्लोन-केटेरिंग मेमोरीयल कैन्सर सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार इस बात की पुष्टि होती है कि अश्वगंधा गर्भपात के लिए ज़िम्मेदार होता है।
इसके अतिरिक्त यह बात भी कही जाती है कि अश्वगंधा दुग्ध उत्पादन को प्रभावित करता है अतः महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
अश्वगंधा के नुकसान बालों के लिए
कई लोगों ने ऐसी शिकायत की है कि पर्याप्त मात्रा से अधिक अश्वगंधा का सेवन करने से उनके बाल झड़ने लगे हैं।
ऐसे में हमें अश्वगंधा का सेवन लिमिट में करना चाहिए। दरअसल यदि आप हद से ज्यादा अश्वगंधा खाते हैं, तो यह जरूरी विटामिन को आपके शरीर से साफ़ कर देता है। इन्हीं कारणों से बाल झड़ने की समस्या होती है।
इस लेख के जरिये हमनें चर्चा की कि अश्वगंधा के नुकसान क्या हो सकते हैं?
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि अश्वगंधा एक बेहतरीन औषधी है। इसका उपयोग ढेरों दवाओं आदि को बनाने के लिए किया जाता है।
लेकिन यदि इसका उपयोग बिना डॉक्टर के परामर्श के किया गया, तो इसके नुकसान भी हो सकते हैं।
इसलिए हमारी सलाह है कि आप अश्वगंधा के नुकसान से बचने के लिए इसके इस्तेमाल सम्बंधित बातों को डॉक्टर से सुनिश्चित करें।
यदि इससे सम्बंधित आपके मन में और सवाल हैं, तो आप नीचे कमेंट में इसे हमसे पूछ सकते हैं।
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