सूरजमुखी का फूल पीला होता है और इसका तना एकदम सीधा होता है। सूरजमुखी को इंग्लिश में सनफ़्लावर कहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि सूरजमुखी का रुख़ सदैव सूरज की तरफ़ होता है।
सूरजमुखी का फूल सजावट के काम आता है लेकिन इसके बीज़ हमारे स्वास्थ्य को चमत्कारिक रूप से फ़ायदा पहुँचाते हैं। चूँकि सूरजमुखी के बीज अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं अतः इनका सेवन स्वास्थ्य वर्धक स्नैक्स के रूप में किया जाता है।
विषय-सूचि
इस लेख में हम सूरजमुखी के बीजों के फायदों के बारे में चर्चा करेंगे। इसके अलावा हम सूरजमुखी के बीजों में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में भी चर्चा करेंगे।
सूरजमुखी के बीज के फायदे
त्वचा के लिए सूरजमुखी के बीज के फायदे
सूरजमुखी के बीज त्वचा के लिए बहुत फ़ायदेमंद होते हैं। ये त्वचा को मुंहासों, दानों, दाग़-धब्बों और सनबर्न से बचाते हैं।
सूरजमुखी के बीजों में विटामिन ई की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह विटामिन ई हमारी त्वचा को डैमेज होने से बचाता है। इतना ही नहीं, विटामिन ई सनबर्न के कारण डैमेज हुई त्वचा को पुनः चमक व निखार देता है।
सूरजमुखी के बीजों में पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन त्वचा पर दाग़ धब्बे व झुर्रियां नहीं पड़ने देता है। यह त्वचा को सूरज के प्रति अति संवेदनशील होने से बचाता है। इस कारण हमारी त्वचा सनबर्न से बचती है।
सूरजमुखी के बीज एंटी एजिंग बेनिफिट्स अर्थात आयु विरोधी लाभ देते हैं। सूरजमुखी के बीजों में पाये जाने वाले विटामिन ई और बीटा कैरोटीन नामक तत्व त्वचा को झुर्रियों से बचाते हैं। इस तरह त्वचा जवान दिखाई पड़ती है।
बीटा कैरोटीन नामक तत्व हमारी त्वचा को एक प्रोटेक्टिव लेयर देता है। इस तरह त्वचा बाहरी इंफेक्शन और प्रदूषण से अपना बचाव करती है।
सूरजमुखी के बीजों में कॉपर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह कॉपर हमारी त्वचा को पिगमेंट स्पोट्स से बचाता है।
कॉपर त्वचा में पाएँ जाने वाले मिलेनिन नामक तत्व के स्तर को नियमित करता है। इस तरह त्वचा अपना असली निखार व कलर संतुलित करने में सफल हो पाती है।
सूरजमुखी के बीजों में पाए जाने वाले अनेक प्रकार के तत्व त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन से बचाते हैं। इस तरह त्वचा स्किन कैंसर के खतरों से भी महफ़ूज़ रहती है।
मुहाँसों के कारण हमारी त्वचा एकदम भद्दी और डल दिखने लगती है। जब हमारी त्वचा के रोम छिद्र बंद होते हैं तो त्वचा के अंदर मौजूद गंदगी त्वचा से बाहर नहीं निकल पाती है। ये गंदगी त्वचा के अंदर ही जमने लगती है और देखते ही देखते यह मुँहासों का रूप ले लेती है।
सूरजमुखी के बीजों में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये त्वचा के रोम छिद्रों को खोलने में मदद करते हैं जिसके कारण अंदर बैठी उनकी सारी गंदगी त्वचा के बाहर निकल जाती है।
इसके अतिरिक्त सूरजमुखी के बीचों में लिनोलेइक,ओलेइक, स्टेरिक व पाल्मिटिक एसिड की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये एसिड कोलेजन और इलास्टिन के उत्पादन को बढ़ाने में सहायता करते हैं। इस प्रकार ये त्वचा को मुलायम व ख़ूबसूरत बनाते हैं।
एक शोध में यह बात सामने आयी है कि सूरजमुखी के बीच त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं। इस तरह त्वचा एक्जिमा के खतरों से बच जाती हैं।
सूरजमुखी के बीज त्वचा को पर्याप्त नमी प्रदान करते हैं। सूरजमुखी के बीज में पाया जाने वाला लिनोलेइक एसिड त्वचा को नमी और निखार देता है।
सूरजमुखी के बीज के गुण पाचन क्रिया में सहायक
सूरजमुखी के बीजों में डायटरी फाइबर्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। फाइबर्स की प्रचुरता के कारण सूरजमुखी के बीज पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाते हैं।
सूरजमुखी के बीजों का सेवन स्नैक्स की भाँति किया जाता है। जिन लोगों को क़ब्ज़ और एसिडिटी की समस्या है उन्हें सूरजमुखी के कच्चे बीजों का सेवन करना चाहिए।
सूरजमुखी के बीज में कोलेस्ट्रॉल की शून्य मात्रा
सूरजमुखी के बीजों का सेवन स्नैक्स की तरह किया जाता है। ये बीच ड्राई फ्रूट्स की तरह ही शरीर को फ़ायदा पहुँचाते हैं।
अनेक शोधों में इस बात का दावा किया गया है कि सूरजमुखी के बीजों में कोलेस्ट्रॉल की कोई मात्रा नहीं पाई जाती है। इस प्रकार सूरजमुखी के बीजों का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है।
सूरजमुखी के बीज के फायदे बालों के लिए
सूरजमुखी के बीजों से निकाला गया तेल बालों के लिए फ़ायदेमंद होता है। सूरजमुखी के बीजों से निकाले गए तेल में ओमेगा 6 फैटी एसिड की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जो बालों को झड़ने से रोकता है।
इतना ही नहीं यह तेल बालों को नमी और पोषण भी देता है जिससे कि बाल फ़्रीजी और बेजान नहीं दिखाई पड़ते हैं।
सूरजमुखी के बीजों से निकाले गए तेल में कॉपर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह कॉपर त्वचा में मिलेनिन के स्तर को नियमित रखता है। इस तरह बालों का सफ़ेद होना रुक जाता है।
जब बालों को सही प्रकार से मिलेनिन नहीं मिल पाता है तो वे सफ़ेद होने लगते है। सूरजमुखी के बीजों से निकाले गए तेल का उपयोग करके बाल सफ़ेद होने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
सूरजमुखी के बीजों में ज़िंक नामक तत्व की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह जिंक सूरजमुखी के बीजों से निकाले गए तेल में भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहता है। इस तरह सूरजमुखी के बीजों से निकाले गए तेल का प्रयोग करने से बालों की क्वालिटी में सुधार होता है।
इस तेल का प्रयोग करने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं। इतना ही नहीं नियमित रूप से इस तेल को अपने बालों में लगाने से बाल दुगुनी गति से बढ़ना और निकलना शुरू हो जाते हैं।
सूरजमुखी बीज के गुण हड्डियों के लिए
सूरजमुखी के बीजों में पोटैशियम और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये दोनों ही तत्व हड्डियों को कमज़ोर होने से बचाते हैं।
हड्डियों को विकास करने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। चूंकि सूरजमुखी के बीजों में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है अतः ये हड्डियों के विकास के लिए लाभदायक होते हैं।
पोटैशियम लाल रक्त कणिकाओं के उत्पादन को प्रेरित करता है। इस तरह हड्डियां बोन मैरो से युक्त रहती है और वे खोखली नहीं होने पाती। सूरजमुखी के बीज ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से निजात देते हैं।
सूरजमुखी के बीच मैग्नीशियम और कैल्शियम से भरपूर होते हैं। ये दोनों तत्व हड्डियों को मज़बूत बनाने में सहायक होते हैं।
सूरजमुखी के बीज से अस्थमा की समस्या से छुटकारा
सूरजमुखी के बीज अस्थमा की समस्या से पूर्णता छुटकारा देते हैं।सूरजमुखी के बीजों में पाया जाने वाला नियासिन प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करता है। इस तरह यह तत्व किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन से शरीर की रक्षा करता है।
सूरजमुखी के बीज अस्थमा से संबंधित सभी प्रकार के लक्षणों को ख़त्म करते हैं।इतना ही नहीं ये बीज सर्दी, जुकाम और कफ से भी छुटकारा दिलाते हैं।
सूरजमुखी के बीज के लाभ आँखों के लिए
चूँकि सूरजमुखी के बीजों में विटामिन ए और कैरीटेनॉयड्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है अतः यह आँखों के लिए लाभदायक होते हैं।
सूरजमुखी के बीज कलर ब्लाइंडनेस व अन्य प्रकार के रोगों से आँखों की रक्षा करते हैं।
सूरजमुखी के बीज से हृदय की समस्याओं से निजात
सूरजमुखी के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इस तरह ये बीज रक्त को शुद्ध करने का कार्य करते हैं।
सूरजमुखी के बीज रक्त में ऑक्सिडेशन की प्रक्रिया को रोकते हैं। जब रक्त में ऑक्सिडेशन की प्रक्रिया नहीं होती है तो हीमोग्लोबीन का क्षरण भी नहीं होता है।
ऑक्सिडेशन प्रक्रिया के कारण हीमोग्लोबिन रक्त में मौजूद ऑक्सीजन के साथ रिएक्शन करके ऑक्सी हीमोग्लोबिन बना देता है। इस कारण ब्लड में क्लॉटिंग हो जाती है। क्लॉटिंग होने के कारण रक्त नसों में जमने लगता है जिससे कि हृदय रोगों की संभावना बढ़ जाती है। सूरजमुखी के बीज इस तरह की किसी भी संभावना से निजात देते हैं।
सूरजमुखी के बीजों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं पाई जाती है। इस तरह रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर के बढ़ने की संभावना ही नहीं होती।
सूरजमुखी के बीज ना सिर्फ़ कोलेस्ट्रॉलमुक्त होते हैं बल्कि यह रक्त में मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करते है। इस तरह ये हृदय को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सूरजमुखी के बीज मस्तिष्क के लिए गुणवान
सूरजमुखी के बीजों में कोलिन नामक यौगिक पाया जाता है।यह काग्निटिव फंक्शन अथवा याद करने की क्षमता को बढ़ाता है।
सूरजमुखी के बीज ट्रिप्टोफन नामक अमीनो एसिड से भरपूर होते हैं। यहाँ ट्रिप्टोफन एमिनो एसिड सेरोटोनिन के स्रावन को उत्प्रेरित करता है।
सेरोटोनिन को फीलगुड नाम के हार्मोन्स से भी जाना जाता है यह हमारे मस्तिष्क को तनावमुक्त करके शांति का अनुभव कराता है।
सूरजमुखी के बीजों में मौजूद मैग्नीशियम माइग्रेन की समस्या से छुटकारा देता है। जब नसों में रक्त का प्रवाह सुचारु रूप से नहीं होता है तब मस्तिष्क में माइग्रेन की समस्या हो जाती है।
पोटैशियम, सोडियम और मैग्नीशियम ये तीनों ही तत्व रक्त के प्रवाह को नियमित करने के लिए जाने जाते हैं और सूरजमुखी के बीजों में इनकी प्रचुर मात्रा पायी जाती है।
सूरजमुखी के बीज नसों में रक्त का प्रवाह नियमित करके हाइपरटेंशन और थकान से मुक्ति देते हैं। इस कारण व्यक्ति काफ़ी तरोताज़ा महसूस करता है।
सूरजमुखी के बीज से फ़्री रेडिकल और कैंसर की समस्या से छुटकारा
सूरजमुखी के बीजों में एंटी ऑक्सीडेंट गुण और विटामिन ई की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये दोनों तत्व शरीर में फ़्री रेडिकल की समस्या को पनपने नहीं देते हैं।
कोशिकाओं के चेक प्वाइंट्स के फ़ेल हो जाने से कोशिकाएँ अनियंत्रित होकर विभाजित होने लगती है। एक तरह से ये कोशिकाएं फ़्री रेडिकल की भाँति कार्य करने लगती हैं। इस कारण शरीर में कैंसर हो जाता है। सूरजमुखी के बीजों से इस समस्या से काफ़ी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।
सूरजमुखी के बीजों में उपस्थित विटामिन ई कोशिकाओं के विभाजन के समय कोशिकाओं पर लगे चेक पॉइंट्स को सही प्रकार से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। इस तरह कोशिकाएं एक निश्चित क्रम में ही बढ़कर विभाजित होती है जिससे कि कैंसर की समस्या से छुटकारा मिलता है।
एक शोध में यह बात सामने आयी है कि सूरजमुखी के बीजों में पाए जाने वाले सेलेनियम, कॉपर और विटामिन ई नामक तत्व एंटीऑक्सीडेंट गुणों को बढ़ावा देते हैं। इस तरह ये कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाते हैं और कैंसर की संभावना को कम करते हैं।
सूरजमुखी के बीज पोटैशियम के स्तर को नियमित करते हैं
सूरजमुखी के बीजों को स्नैक्स की भाँति खाकर शरीर में पोटेशियम के स्तर को नियमित रखा जा सकता है।
हमारे शरीर को प्रतिदिन 4700 मिलीग्राम पोटैशियम की आवश्यकता होती है। यह पोटेशियम हड्डियों के क्षरण को रोकने से लेकर रक्त चाप को नियमित रखने तक का कार्य करता है।
सूरजमुखी के बीज के गुण गर्भवती महिलाओं के लिए
सूरजमुखी के बीज़ गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत फ़ायदेमंद होते हैं। ये बीज़ भ्रूण को अनेक प्रकार के संक्रमणों से बचाते हैं।
सूरजमुखी के बीजों में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण भ्रूण की प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करके उसे इन्फेक्शन से बचाते हैं। पोटैशियम भ्रूण के मस्तिष्क के सही प्रकार के विकास में सहायक होता है।
सूरजमुखी के बीजों में पाए जाने वाले तत्व भ्रूण के विकसित हो रहे भागों को एक सुरक्षात्मक आवरण प्रदान करते हैं। ये भ्रूण की प्रत्येक कोशिका को सही प्रकार से विकास करने के लिए प्रेरित करते हैं।
सूरजमुखी के बीज़ गर्भवती महिलाओं में प्रीमैच्योर डिलीवरी या समय से पहले प्रसव की समस्या की संभावना को भी ख़त्म करते हैं।
इस प्रकार हम देख सकते हैं कि सूरजमुखी के बीज़ हमारे स्वास्थ्य को अनेक प्रकार से फ़ायदा पहुँचाते हैं।
सूरजमुखी के बीज में पोषक तत्व
आइए देखते हैं कि सूरजमुखी के बीज किन किन पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं?
सौ ग्राम सूरजमुखी के बीज निम्नलिखित पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं-
- विटामिन ए 1%
- विटामिन बी-6 65%
- विटामिन सी 2%
- कैल्शियम 7%
- मैग्नीशियम 81%
- आयरन 29%
- फ़ाइबर 9 ग्राम
- सोडियम 9 मिलीग्राम
- कोलेस्ट्रॉल 0 मिलीग्राम
- ऊर्जा 584 कैलोरी
- शुगर 2.6 ग्राम
- वसा 51 ग्राम
- प्रोटीन 21 ग्राम
- पोटैशियम 645 मिलीग्राम
- कॉपर 1.800 मिलीग्राम
- ज़िंक 5.00 मिलीग्राम
- मैंगनीज़ 1.950 मिलीग्राम
- सेलेनियम 96%
- फॉस्फोरस 660 मिलीग्राम
- पैंटोंथेनिक एसिड 1.130 मिलीग्राम
- पायरिडाक्साइन 1.345 मिलीग्राम
- नियासिन 8.335 मिलीग्राम
इस प्रकार हम देख सकते हैं कि सूरजमुखी के बीज अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
यदि आप सोच रहे हैं कि सूरजमुखी बीज किस तरह उपयोग किए जाते हैं तो हम आपको बता दें कि सूरजमुखी के बीज स्नैक्स की भाँति खाए भी जाते हैं और इनसे तेल भी निकाला जाता है।
यदि इस लेख से जुड़ा हुआ आपका कोई सवाल है तो उसे नीचे कमेंट में जरूर लिखें।
Kya soorajmukhi chehre ke liye bhi faydemand hota h?
आप सूरजमुखी के बीज को पीसकर चेहरे पर लगा सकते हैं। इसका आप फेस पैक भी बना सकते हैं। यह चेहरे पर चमक ला देगा।
great article. thank you.