केला दुनिया भर में सबसे ज़्यादा खाया जाने वाला फल है। केला इतने चाव से इसलिए खाया जाया है क्योंकि केला खाने के फायदे असीमित हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि केले में अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं जिससे कि हमारे शरीर को काफ़ी लाभ होते हैं।
केला कच्चा और पक्का दोनों तरह से खाया जाता है। कच्चे केले की सब्ज़ी बनती है और पक्का केला फल की तरह प्रयोग होता है। (सम्बंधित: केला खाने का सही तरीका)
आइए सबसे पहले देखते हैं कि केले में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं।
केले में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं-
- पोटैशियम – 358 मिलीग्राम
- कार्बोहाइड्रेट – 23 ग्राम
- वसा – 0.3 ग्राम
- सोडियम – 1 मिलीग्राम
- कलेस्टरॉल – 0 मिलीग्राम
- फ़ाइबर – 2.6 ग्राम
- विटामिन ए – 1%
- आयरन – 1%
- शुगर – 12 ग्राम
- विटामिन बी-6 – 20%
- मैग्नीशियम – 6%
- विटामिन सी – 14%
- कुल ऊर्जा – 89 कैलोरी
- प्रोटीन – 1.1 ग्राम
- नियासिन – 0.665 मिलीग्राम
- पैन्थोथेनिक ऐसिड – 0.334 मिलीग्राम
- राइबोफ्लेविन – 0.073 मिलीग्राम
- पाइरोडॉक्साइड – 0.367 मिलीग्राम
- थायमीन – 0.031 मिलीग्राम
- विटामिन के – 1%
- फॉस्फोरस – 22 मिलीग्राम
- कॉपर – 0.078 मिलीग्राम
- कैल्सीयम – 5 मिलीग्राम
- मैगनीशियम – 6%
केला खाने के फायदे
1. केला खाने से ऊर्जा मिलती है
जैसा कि हम जानते हैं कि केले में कैलोरी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इस तरह केले का सेवन करने से हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है। अगर थकान का अनुभव हो रहा हो तो एक केला खाने से हमारे शरीर में ऊर्जा की पूर्ति हो जाती है।
केले में कॉम्पलेक्स कार्ब्स, अमीनो एसिड्स और कई प्रकार के मिनरल्स पाए जाते हैं। इस तरह केले से हमारे शरीर को काफ़ी मात्रा में ऊर्जा मिलती है। केले में पाया जाने वाला कार्ब्स दहन प्रक्रिया के बाद शरीर में धीरे धीरे ऊर्जा की आपूर्ति करता है।
एक शोध में यह बात बतायी गई है कि दो केले हमें 90 मिनट तक की वर्काउट के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करते हैं।
एप्लाइचियन स्टेट यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार केला एक स्पोर्ट्स ड्रिंक्स की तरह ही लाभकारी है। इस बात की पुष्टि हावर्ड मेडिकल स्कूल के एक शोध में भी हुई।
2. केला खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं
हमारी हड्डियों के लिए कैल्सीयम, फॉस्फोरस और पोटैशियम बहुत ज़रूरी होता है। अगर शरीर में इन तत्वों की कमी हो जाए तो हमें हड्डियों से संबंधित रोग हो जाते हैं।
शरीर में ऑस्टियोपोरोसिस या अस्थि विकार होने की संभावना बढ़ जाती है इसलिए शरीर में इन तत्वों की एक संतुलित मात्रा होना आवश्यक है।
नैशनल ऑस्टियोपोरोसिस फ़ाउंडेशन में हुए एक शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि केले में पाया जाने वाला पोटैशियम हमारी हड्डियों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। यह हड्डियों को मज़बूत करता है।
अमेरिका में हुए एक शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि पोटैशियम हड्डियों की उम्र बढ़ाने में सहायक होता है। मतलब कि पोटैशियम हड्डियों से संबंधित रोगों को दूर करने में मदद करता है।
अध्ययन में इस बात का भी दावा किया गया कि पोटेशियम बढ़ती उम्र में होने वाली हड्डियों से संबंधित समस्याओं की संभावनाओं को भी कम करता है।
हमारे शरीर में ऐसिड और बेस का एक संतुलित स्तर होता है। कभी कभी हमारे शरीर में जब इनकी की मात्रा बढ़ जाती है तो हड्डियों में मौजूद पोटैशियम इसे नियंत्रित करने के लिए प्रयोग होने लगता है। ऐसे में हड्डियों में पोटेशियम की मात्रा तेज़ी से गिरने लगती है जिससे कि हड्डियाँ अपनी वास्तविक संरचना खोकर रोगों की चपेट में आ जाती हैं।
अगर नियमित रूप से पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाए तो शरीर में इस तरह की नौबत नहीं आती। ना ही हड्डियों में पोटैशियम की कमी होती है और न ही हड्डियों की वास्तविक संरचना में विकार आता है।
केले का सेवन करके शरीर में पोटैशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है क्योंकि केले में पोटैशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए हड्डियों के रोगों से बचने के लिए केला एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
3. केला खाने से पाचन में फायदे
केले में फ़ाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये फ़ाइबर पेट में होने वाली अनेक समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। अगर नियमित रूप से केला खाया जाए तो यह एक संपूर्ण भोजन की भाँति कार्य करता है।
केले में पाया जाने वाला फ़ाइबर पेट में अम्ल (एचसीएल) के स्तर को नियंत्रित करता है। इस तरह पेट में जितने एचसीएल की ज़रूरत होती है उतना ही एचसीएल उत्पन्न होता है। इस प्रकार पेट में एसिडिटी नहीं होती।
फ़ाइबर आँतों के द्वारा भोजन से वसा के अवशोषण की दर को कम कर देता है। इस तरह शरीर में अतिरिक्त वसा का जमाव नहीं होता है।
जब पेट में भोजन का पाचन होता है तो उसके लिए पेट में मौजूद मांसपेशियां एक पैटर्न में सिकुड़ती व फैलती हैं। इस तरह पेट में खाना पूरी तरह से मथ जाता है। इस प्रक्रिया के लिए पोटैशियम की आवश्यकता होती है।
अगर पेट में पोटैशियम कमी हो रही है तो भोजन का ढंग से पाचन नहीं होता है। चूंकि केले में पोटेशियम की अच्छी मात्रा पायी जाती है तो यह पेट के लिए बहुत फ़ायदेमंद हो सकता है ।
प्रतिदिन एक केला खाने से पेट में मौजूद मांसपेशियां मज़बूत हो जाती हैं और वे हमारे पाचन में महत्वपूर्ण योगदान निभाती हैं।
जब पेट में अत्यधिक एसिडिटी हो जाती है तो पेट में घाव या अल्सर बनने लगते हैं। ये हमारे लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं इसलिए इनका उपचार करना ज़रूरी होता है।
केला एंटीसेप्टिक होता है जोकि पेट में ऐसिड के स्तर को कंट्रोल करता है। इसके अलावा इसमें पाया जाने वाला लेकोकाइनाइडिन भी पेट में अल्सर या घाव की समस्या से छुटकारा देता है। यह तत्व पेट की अंदरूनी दीवार पर पाई जाने वाली श्लेष्मा झिल्ली की मोटाई को बढ़ा देता है। इस तरह पेट की दीवारों का ऐसिड से क्षरण होने की मात्रा घट जाती है।
4. केला कैंसर से लड़ने में सहायक
अक्सर ऐसा होता है कि हम उन केलों को फ़ेक देते हैं जिन पर धब्बे पड़ जाते हैं। हम उन केलों को खाना चाहते हैं जोकि एकदम पीले होते हैं। हमें वो केले बिलकुल पसंद नहीं आते हैं जिनमें धब्बे होते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि हम ये ठीक नहीं करते हैं। पीले केले तो स्वास्थ्यवर्धक होते ही हैं लेकिन जिन केलों पर धब्बे पड़े होते हैं वो और ज़्यादा लाभदायक होते हैं।
एक शोध में यह बात सामने आयी है कि केले पर पाए जाने वाले भूरे धब्बे कैन्सर के विरुद्ध कार्य करते हैं। इस तरह केले ट्युमर नेप्रॉसेस फ़ैक्टर से भरपूर होते हैं।
यह शरीर में पाई जाने वाली अनावश्यक कोशिकाओं के विरुद्ध कार्य करता है। हम सीधे अर्थों में ये कह सकते हैं कि ये कोशिकाओं को अनियंत्रित होकर विभाजित नहीं होने देता है। इस प्रकार शरीर में कैन्सर की संभावना कम होती है।
एक अन्य शोध में इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि केला कोलोरेक्टल कैन्सर से शरीर की रक्षा करता है। इसके अलावा ये फेफड़ों के कैन्सर से भी छुटकारा दिलाता है।
यदि नियमित रूप से केले का सेवन किया जाए तो ये जिगर, गुर्दे व अन्य प्रकार के कैन्सर की संभावनाओं को 50 प्रतिशत तक कम कर देता है।
शोध में इस बात का दावा किया गया है कि भूरे धब्बे से भरपूर केला पीले केले से आठ गुना ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। ये ना सिर्फ़ कैन्सर से छुटकारा देता है बल्कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मज़बूत करता है।
5. हृदय की समस्याओं से निजात पाने के लिए
शरीर में रक्त चाप का स्तर नियमित रहना अत्यंत आवश्यक है। हृदय के लिए उच्च रक्तचाप और निम्न रक्तचाप दोनों ही घातक होते हैं।
शरीर में पोटैशियम की कमी होने से निम्न रक्तचाप की समस्या हो जाती है। इस तरह हमारे हृदय में रक्त की आपूर्ति बहुत धीमी गति से होती है जिस कारण हार्ट स्टोक या हार्टअटैक की संभावना बनी रहती है।
हावर्ड मेडिकल स्कूल की रिपोर्ट के अनुसार शरीर में पोटैशियम की कमी होने से हृदय की धड़कन की दर पर प्रभाव पड़ता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए शरीर में पोटेशियम के स्तर को संतुलित करना बहुत ज़रूरी है। नियमित रूप से केले का सेवन इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है।
एक बात का विशेष रूप से ख़याल रखना चाहिए की ज़्यादा मात्रा में पोटैशियम भी शरीर के लिए हानिकारक होता है। इसलिए केले का सेवन नियमित लेकिन सीमित होना चाहिए।
यदि आप डेली केला खा रहे हैं तो आपको एक केले का सेवन करना चाहिए। अगर आप हफ़्ते में तीन बार केले का सेवन कर रहे हैं तो आपको दो केले कासेवन करना चाहिए।
एक शोध में यह बात सामने आयी है कि प्रतिदिन एक केला खाने से हार्ट अटैक की समस्या को 40 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
चूँकि केले में मौजूद पोटैशियम लाल रक्त कणिकाओं के उत्पादन को प्रेरित करता है। इस प्रकार शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ती है और रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर के शोध में यह बात कही गई कि स्वस्थ हृदय के लिए केले का सेवन करना चाहिए। यह शरीर में पोटेशियम की पूर्ति करता है किन्तु बिना डॉक्टर की सलाह लिए हमें किसी भी चीज़ का नियमित रूप से सेवन नहीं करना चाहिए।
नैशनल हार्ट लंग एंड ब्लड इन्स्टिट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार केला स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होता है।
अगर शरीर में पोटैशियम का स्तर एकदम कम हो जाए तो हृदय काम करना बंद कर देता है। इस वजह से कभी कभी व्यक्त की मृत्यु भी हो जाती है।
अमेरिकन हार्ट असोसीएशन के शोध में यह बात कही गई की पोटैशियम हृदय के लिए लाभदायक होता है। यह हृदय की कार्यविधि को नियमित करता है। इस तरह हृदय की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
इतना ही नहीं केले में पाया जाने वाला पोटेशियम शरीर में अतिरिक्त हो रही सोडियम की मात्रा को भी कम करता है। इस तरह हम यह कह सकते हैं कि पोटैशियम शरीर में सोडियम का स्तर भी रेगुलेट करता है।
6. त्वचा में नमी बनाए रखता है
त्वचा की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए केले का प्रयोग किया जा सकता है।केला त्वचा को नमी प्रदान करता है और डैमिज हुई त्वचा को दोबारा रिपेयर या मरम्मत करने का कार्य करता है।
केले में मौजूद विटामिन ए त्वचा को नमी देता है जिससे कि त्वचा ड्राई नहीं होने पाती।
अगर आपकी त्वचा बहुत ज़्यादा ड्राई हो रही हो तो आपको केले से बना हुआ फ़ेस पैक का इस्तेमाल करना चाहिए।
एक केले को अच्छे से पीस लें। आप इसे अपने चेहरे पर लगाएं। 20-25 मिनट के लिए इस फ़ेस पैक को यूँ ही चेहरे पर लगा रहने दें और उसके बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। आपको अपने चेहरे पर फ़ौरन इफ़ेक्ट नज़र आएगा।
अगर आप अपने चेहरे को नमी के साथ-साथ निखार भी देना चाहते हैं तो इसके लिए आपको केले के साथ दही और विटामिन ई ऑयल का भी इस्तेमाल करना चाहिए।
एक पके हुए केले को अच्छे से पीस लें। अब इसमें एक टेबलस्पून दही और एक टेबलस्पून विटामिन ई ऑयल डालें और सबको अच्छे से मिला लें। इस फ़ेस पैक को धीरे-धीरे अपने पूरे चेहरे पर लगाएं।
दस मिनट के लिए अपने चेहरे को यूँ ही छोड़ दें और फिर इसे सामान्य पानी से धो लें। यह ना सिर्फ़ त्वचा को नमी देगा बल्कि चेहरे की रंगत को भी निखार देगा।
7. मासिक धर्म के दौरान दर्द से निजात
केले में पोटैशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह मासिक धर्म में अत्यंत लाभकारी होता है। केले में पाया जाने वाला पोटेशियम रक्त के प्रवाह की दर को नियंत्रित करता है।
यह मासिक धर्म के दौरान शरीर से अत्यधिक रक्त को निकलने से रोकता है। इस तरह शरीर में रक्त की कमी नहीं होने पाती है।
मासिक धर्म के दौरान हमारी पेशियों में होने वाले खिंचाव के कारण हमें दर्द का अनुभव होता है। पोटैशियम मांसपेशियों पर पड़ने वाले तनाव और खिंचाव को कम करने में सहायता करता है।
इस कारण मांसपेशियाँ सही रूप से कार्य कर पाती हैं और मासिक धर्म में अत्यधिक दर्द नहीं होता।
8. केला खाने के फायदे बालों के लिए
केले के सेवन से बालों की तमाम समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। केले का सेवन और केले का बालों में लगाना दोनों ही प्रकार की क्रिया बालों के लिए लाभदायक होती है।
अगर आपके बाल बहुत ज़्यादा झड़ रहे हों तो पके केले को अच्छे से पीस लें। इसमें थोड़ा सा दही डालें और दोनों को आपस में अच्छे से मिला लें।
इस हेयर मास्क को बालों की जड़ों में लगाएं। 15-20 मिनट के लिए आप बालों को यूँ ही छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह बालों को मज़बूत बनाता है।
अगर आपके बाल बहुत ज़्यादा ड्राई या बेजान हो रहे हों तो केले को पीसकर उसमें नारियल का तेल मिलाएँ। इस मास्क को अपने बालों पर लगाएं। 15-20 मिनट के लिए बालों को यूँ ही छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह बालों को कंडीशनर करता है।
9. हैंगोवर से छुटकारा पाने के लिए
अल्कोहल का सेवन करने से शरीर में विटामिन बी-1 और बी-6 की कमी हो जाती है। इस तरह शरीर में ग्लूकोज और पानी की भी कमी हो जाती है। व्यक्ति को चक्कर भी आते हैं और नशा भी होता है।
एक शोध में यह बात सामने आयी है कि केले में ये दोनों ही तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इस कारण केले का सेवन करने से शरीर में इन दोनों तत्वों की पूर्ति होती है जिससे कि अल्कोहल के हल्के साइड इफेक्ट्स से शरीर को राहत मिलती है।
पोटैशियम हमारे शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। अल्कोहल के सेवन के बाद शरीर में तेज़ी से पानी का स्तर कम हो जाता है और व्यक्ति को हैंगोवर भी होता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए बनाना-शेक पीना फ़ायदेमंद होता है।
बनाना-शेक में थोड़ा सा शहद मिलाकर उसका सेवन करें। यह ना सिर्फ़ पानी की कमी को पूरा करेगा बल्कि पेट में होने वाले खिंचाव को भी कम कर देगा।
इसके अलावा यह शरीर में महत्वपूर्ण शुगर के स्तर की भी पूर्ति करता है।
10. मस्तिष्क के लिए
केले में पाया जाने वाला फ़ाइबर रक्त से ग्लूकोज या शुगर के अवशोषण की दर को कम कर देता है। इस तरह रक्त में आवश्यक शुगर या ग्लूकोज की मात्रा नियमित रूप से बनी रहती है। हमारे मस्तिष्क को कार्य करने के लिए ग्लूकोस की आवश्यकता होती है।
यह ग्लूकोस एक प्रकार के ईंधन की तरह कार्य करता है। जब रक्त से शुगर की अवशोषण की दर कम हो जाती है और रक्त में इसकी नियमित मात्रा बनी रहती है तो मस्तिष्क तक ग्लूकोस आसानी से पहुँचता रहता है। इस तरह हमारा मस्तिष्क सही प्रकार से कार्य करता रहता है।
जैसा कि हम जानते हैं कि केले में विटामिन बी-6 की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। शरीर में यदि विटामिन बी-6 की कमी हो जाए तो हम कन्फ़्यूज़न, तनाव, स्ट्रेस और इलूज़न या भ्रम का शिकार होने लगते हैं। सीधे अर्थों में हमारा मस्तिष्क ढंग से कार्य नहीं कर पाता है।
यदि नियमित रूप से केले का सेवन किया जाए तो शरीर में विटामिन बी-6 की कमी नहीं होने पाती है। इस तरह हम उपरोक्त दी हुई परेशानियों से बच जाते हैं।
टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में यह बात कही गई कि विटामिन बी-6 हमारी मेमोरी पावर को मज़बूत करता है। जिन लोगों में विटामिन बी-6 की प्रचुर मात्रा पाई जाती है वे औरों की अपेक्षा अपना ध्यान एक स्थान पर जल्दी केंद्रित करने में सक्षम होते हैं।
11. चमकते सफ़ेद दाँतों के लिए
कुछ विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार केला दाँतों को चमक व सफ़ेदी देने में सहायक होता है। केले में पाए जाने वाले मैग्नीशियम और पोटैशियम दांतों की सफ़ेदी के लिए ज़िम्मेदार होते हैं।
अगर आपके दाँत बहुत ज़्यादा पीले हो रहे हों तो केले के छिलके का अंदरुनी भाग निकाल कर उसे अपने दांतों पर रगड़ें। कुछ तक ऐसा करें और फिर दस मिनट तक इसे छोड़ दें। उसके बाद इसे सामान्य पानी से धो लें।
12. खुजली व जलन मिटाने के लिए
त्वचा पर हो रही खुजली व जलन को मिटाने के लिए केले के छिलके का प्रयोग किया जाता है। अक्सर मच्छर काटने के पश्चात त्वचा पर जलन और खुजली होने लगती है। इससे छुटकारा पाने के लिए केले के छिलके के अंदरुनी भाग को त्वचा पर रगड़ना चाहिए।
जिस स्थान पर मच्छर ने काटा हो, पहले उसे अच्छे से धो लें और फिर वहाँ पर केले के छिलके का अंदरुनी भाग रगड़ें। ऐसा करने से खुजली और जलन से राहत मिलती है।
यहाँ हमनें केला खाने से होनें वाले फायदे जाने। अब हम केले के औषधीय गुण के बारे में चर्चा करेंगे। इसके अलावा हम यह भी चर्चा करेंगे कि केला खाने से किन बीमारियों में फायदा मिलता है?
केले के औषधीय गुण
- केले में विटामिन ए होने के कारण यह आंखों के लिए बेहद लाभकारी होता है। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और आपकी आंखें स्वस्थ भी रहती है।
- केला खाने से सबसे ज्यादा फ़ायदा आपके दिल को होता है। केले में पोटेशियम होता है जो आपके दिल को सलामत रखता है।
- पोटेशियम और पानी होने के कारण डायरिया और डिहाइड्रेशन में डॉक्टर्स केला खाने की सलाह देते हैं। यह स्थिति को नियंत्रण करने में काफी असरदार माना जाता है।
- केले में मौजूद फाइबर आपको वजन घटाने में भी मदद करता है। इसमें मौजूद कैलोरी फायदेमंद होती है। इसको खाने से आपको मीठा खाने की इच्छा नहीं होती और आपका पेट भरा रहता है जिससे आपको बेवजह भूख नहीं लगती है।
- अल्सर में केला बहुत लाभकारी होता है। यह पेट में मौजूद अल्सर के कीटाणु को ही ख़त्म कर देता है। अल्सर के रोगियों को कच्चा केला जरूर खाना चाहिए।
- केले को पेट के लिए बेहद अच्छा माना जाता है और एसिडिटी होने पर केला राहत देता है।
- केला पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और शरीर को ऊर्जा देता है जिससे आप पूरा दिन एनर्जेटिक महसूस करते हैं।
बिमारियों से बचाव
केला उन गुणकारी फलों में से है जो आपको बीमारी की स्थिति में आराम देता है और उन्हें इससे काफी राहत भी मिलती है।
- अस्थमा : यह अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। साथ ही रोज़ाना एक केला खाने से आप इस घातक बिमारी की आशंका को 35 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं।
- शुगर की बिमारी : शुगर के मरीजों के लिए यह वरदान की तरह है। जहां एक तरफ केला खाने से मीठे की चाह ख़त्म हो जाती है वहीं इससे खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है और शरीर को पोषण भी मिलता है।
- ब्लड प्रेशर : अगर आपको ब्लड प्रेशर है तो आपको नियमित रूप से केला खाना चाहिए। केला खाइए और ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखिए। है न आसान और स्वादिष्ट उपाय!
- कैंसर : कैंसर को घातक माना जाता है। इसका इलाज बहुत महंगा होता है। लेकिन आपको जानकार ख़ुशी होगी कि अगर हम हर रोज़ केला खाने की आदत डाल लें तो हम इसके रिस्क को बहुत हद तक कम कर सकते हैं।
- एड्स : केला वो एक मात्र फल है जो इस बिमारी में फायदेमंद साबित होता है। केला एड्स के कीटाणु को बढ़ने से रोकता है।
इस लेख में हमनें पहले केला खाने के फायदे जाने। उसके बाद हमनें केले के औषधीय गुण के बारे में बात की।
यदि इस विषय में आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
Yeh article bahut Accha laga!
Thank you for writing this!
kelaa hamaare mashtishk ke liye kis tarah prabhaavi rehtaa hai? yah hamaare mashtishak ke liye aushadhi samaan kyu hai?
Kya hum per day 2 kele kha sakte Hain regular ya ek hi khana chaiye per day ?