द यूनिवर्सिटी ऑफ़ बेडफोर्डशायर और द यूनिवर्सिटी ऑफ़ एडिनबर्ग से डॉक्टरेट के बाद, सुपरस्टार शाहरुख खान को द यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ, लंदन द्वारा फिलॉन्थ्रोफी में एक डॉक्टरेट प्राप्त हुआ है।
अभिनेता ने गुरुवार को यहां 350 से अधिक छात्रों के साथ एक स्नातक समारोह के दौरान योग्यता प्राप्त की है।
इन वर्षों में, उन्होंने खुद को एक सफल अभिनेता, फिल्म निर्माता, टेलीविजन होस्ट, परोपकारी और एक उद्यमी के रूप में स्थापित किया है।
“माई नेम इज़ खान” अभिनेता को भारत में मानवाधिकारों से प्यार है। उन्होंने पल्स पोलियो और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन सहित भारत सरकार के कई अभियानों को समर्थन दिया है।
उन्होंने मेक-ए-विश फाउंडेशन सहित कई एनजीओ के साथ मिलकर काम किया है।
https://www.instagram.com/p/Bv2Oo9mAUXk/
शाहरुख ने एक बयान में कहा है कि, “मेरा मानना है कि दान को मौन में और गरिमा के साथ किया जाना चाहिए। कोई अपने धर्मार्थ कृत्यों के बारे में नहीं बोल सकता है क्योंकि तब यह अपना उद्देश्य खो देता है। मुझे विशेषाधिकार प्राप्त हुआ है कि मैं एक सार्वजनिक व्यक्तित्व के रूप में अपनी स्थिति का उपयोग कर सकता हूं, जो मेरे दिल के करीब है।
मैं महिला सशक्तीकरण, वंचितों और बुनियादी मानवाधिकारों के पुनर्वास में सक्रिय रूप से भाग लेता हूं। मैं उस दुनियां को चीज़ें वापस लौटाने में विश्वास रखता हूँ जिसने मुझे इतना कुछ दिया है।”
Doctorate award to SRK once again proved that he works for the society & humanity implacably without letting people know. He is the true ambassador of India across the globe. Proud of you @iamsrk #UniversityOfLawHonoursSRK pic.twitter.com/vw4dNQP12U
— Sumit Kadel (@SumitkadeI) April 4, 2019
शाहरुख का गैर-लाभकारी संगठन मीर फाउंडेशन मुख्य रूप से एसिड अटैक पीड़ितों के साथ काम करता है और इसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाने वाली दुनिया बनाने के लिए जमीनी स्तर पर बदलाव की पहल करना है। दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2018 में एसिड अटैक सर्वाइवर्स के प्रति उनके काम के लिए उन्हें क्रिस्टल अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
यह भी पढ़ें: टी-सीरीज के दुनिया का नंबर 1 चैनल बनने पर पिउडीपाई ने की भारत की बेइज़्ज़ती, देखें वीडियो