बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा किये “न्यूनतम आय की गारंटी” के वादे पर तंज कसते हुए कहा कि क्या ये ‘गरीबी हटाओ’ और ‘अच्छे दिन’ जैसा एक और भद्दा मजाक तो नहीं है।
एक प्रेस रिलीज़ में उन्होंने कहा-“लोक सभा चुनाव के कुछ ही वक़्त पहले कांग्रेस का ‘न्यूनतम आय की गारंटी’ का वादा चौकाने वाला है और देशवासी में मन में संदेह पैदा कर रहा है।”
उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस का ‘गरीबी हटाओ’ या भाजपा सरकार के हर गरीब के खाते में 15 लाख जमा करने वाले ‘अच्छे दिन’ के जैसा कोई भद्दा मजाक तो नहीं है जो केवल खोखले वादे थे। जब चुनावी वादों की बात आती है तो कांग्रेस और भाजपा दोनों में से किसी का भी रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और अगर इन वादों को लागू भी किया गया तो उनका कोई फायदा नहीं हुआ।
लोग पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी द्वारा दिए ‘गरीबी हटाओ’ नारे का नतीजा देख ही सकते हैं और भाजपा और कांग्रेस को ऐसा कोई भी वादा नहीं करना चाहिए जिसे वे पूरा ना कर पाए।
उन्होंने कहा कि पिछले 72 सालों से जनता दोनों कांग्रेस और भाजपा को आजमा चुकी है और इसलिए वे बसपा की तरफ से अपील करती हैं कि ऐसी पार्टी का भरोसा करे जो बड़े बड़े वादे करने के अलावा, काम भी करे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने रायपुर में कहा था-“कांग्रेस ने हर राज्य के गरीबों को न्यूनतम आय देने का फैसला किया है। गरीबो को सीधा अपने बैंक खातों से न्यूनतम आय मिल जाएगी। ये दुनिया की सबसे अनोखी योजना होगी क्योंकि इससे पहले इस योजना को किसी ने भी पेश नहीं किया है।”