Fri. Nov 22nd, 2024
    solih and sushma swaraj

    भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रविवार को दो दिवसीय यात्रा पर मालदीव पंहुच चुकी है। नवंबर में मालदीव की सत्ता में राष्ट्रपति इब्राहिम सोलीह के विराजमान होने के बाद यह भारत की तरफ से पहली द्विपक्षीय मुद्दों पर आधारित यात्रा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि “सुषमा स्वराज को हवाईअड्डे समकक्षी अब्दुल शाहिद और अब्दुल मोहमद ने रिसीव किया था।”

    उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मालदीव में गर्मजोशी के साथ इस्तकबाल किया गया था। मालदीव के विदेश म्नत्री और विदेश सचिव ने स्वराज का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। नयी सरकार के सत्ता पर विराजमान होने के बाद यह भारत की तरफ से पहली उच्च स्तर की आधिकारिक यात्रा है।”

    माले में सुषमा स्वराज विदेश मंत्री शाहिद के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगी, साथ ही प्रतिनिधि स्तर की बैठक का भी आयोजन किया जायेगा। इसमें मालदीव की रक्षा मंत्री मरिया अहमद दीदी, वित्त मंत्री इब्राहिम आमिर, नेशनल प्लानिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर मिनिस्टर मोहम्मद असलम, परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री ऐशाथ नाहुला और आर्थिक विकास मंत्री फ़य्याज़ इस्माइल शामिल होंगे।

    सुषमा स्वराज सोमवार को राष्ट्रपति इब्राहिम सोलीह से मुलाकात करेंगी और रविवार को उन्होंने संसद के अध्यक्ष क़ासिम इब्राहिम से मुलाकात की थी। वह गृह मंत्री शेख इमरान अब्दुला से भी बातचीत करेंगी।

    विदेश मंत्रालय ने कहा कि “उनकी इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के मध्य करीबी और मैत्रीपूर्ण संबंधों को मज़बूत करना है। मालदीव के साथ अपने संबंधों को भारत उच्च महत्वता देता है। यह विश्वास, पारदर्शिता, आपसी समझ और संवेदनशीलता पर आधारित है।”

    सुषमा स्वराज के साथ विदेश सचिव विजय गोक्खले समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस यात्रा पर गये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवंबर में नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे, लेकिन उस दौरान कोई बातचीत नहीं हुई थी।

    नवंबर में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहीम सोलिह तीन दिवसीय भारत की यात्रा पर आये थे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव को 1.4 अरब डॉलर की मदद का ऐलान करता है, जो मालदीव के बजट में सहायक, मालदीव के सामाजिक और आर्थिक ढाँचे में लाभकारी सिद्ध होगी।

    मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से की मुलाकात

    भारत और मालदीव

    अपने यात्रा के पहले दिन सुषमा स्वराज नें मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से मुलाकात की। दोनों नेताओं नें भारत मालदीव सम्बन्ध को मजबूत करने की बात कही। इसके बाद मंत्री शाहिद नें सुषमा स्वराज और उनके दल के लिए डिनर का आयोजन किया।

    मालदीव के विदेश मंत्री नें भारत को आश्वासन दिलाया कि मालदीव की पालिसी हमेशा ‘भारत पहले’ रहेगी। उन्होनें यह भी कहा कि भारत के सुरक्षा सम्बन्धी मुद्दों में मालदीव हमेशा भागीदार है।

    भारतीय विदेश मंत्रालय नें दोनों देशों के बीच हुई बातचीत का जॉइंट स्टेटमेंट निकाला।

    राष्ट्रपति सोलिह से मुलाकात

    अपनी यात्रा के अंतिम दिन सुषमा स्वराज नें मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह से मुलाकात की।

    इस मुलाकात में दोनों नेताओं नें आपसी संबंधों के बारे में बातचीत की और इब्राहीम सोलिह के 2018 में भारत यात्रा के बाद से अब तक हुए विकास के बारे में चर्चा की।

    इब्राहीम सोलिह नें भारत को आश्वासन दिलाया कि मालदीव की विदेश प्रणाली में भारत सबसे अहम् किरदार है।

    पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद से मुलाकात

    अपने दौरे के दौरान सुषमा स्वराज नें मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद से भी मुलाकात की।

    ऐसा कहा जाता है कि सुषमा स्वराज और मोहम्मद नशीद बहुत अच्छे दोस्त भी हैं।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *