पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन की उच्च स्तरीय यात्रा पर है और इस दौरान कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाबत भी चर्चा हुई थी।
साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट के मुताबिक चीन ने मंगलवार को वैश्विक समुदाय से कहा कि “पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को टारगेट न बनाये।
चीन ने दोहराया कि “इस संकट के समय वह अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान के साथ खड़ा है और पाक की क्षेत्रीय अखंडता और सम्प्रभुता का मज़बूती से समर्थन करेगा।” चीन के विदेश मंत्री वांग यी और पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पुलवामा में हुए फियादीन हमले पर वार्ता की थी।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने वांग यी से कहा कि “इस आतंकी हमले के बाद भारत अधिकृत कश्मीर पर मानव अधिकार का उल्लंघन बढ़ गया है। पाकिस्तान सरकार पहले की तरह अब भी भारत के साथ संबंधों को बेहतर करना चाहता है और वार्ता के तत्पर है।”
चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि “विश्व में या क्षेत्री में किस तरह चीजे परिवर्तित होती है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। पाकिस्तान की सम्प्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, आज़ादी और सम्मान के साथ चीन पूरी मज़बूती के साथ खड़ा है। दक्षिण एशिया में शान्ति और स्थिरता क्षेत्र के सभी देशों के हित में हैं।”
उन्होंने कहा कि “भारत-पाक तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तान द्वारा उठाये जरुरी क़दमों की हम सराहना करते हैं। चीन दोनों मुल्कों से संयम बरतने और मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का आग्रह करते हैं। इसके अलावा दोनों देशों नें बेल्ट एंड रोड योजना के अंतर्गत आने वाली सीपीईसी योजना पर भी चर्चा की।”
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी 17 से 20 मार्च तक चीन की यात्रा पर पहली पाकिस्तानी-चीनी विदेश मंत्रियों की रणनीतिक वार्ता की थी। चीन ने सोमवार को कहा कि “भारत और पाकिस्तान सम्बन्ध के बीच तनावों के बाबत जानकारी पहली रणनीतिक वार्ता में ली जाएगी।”
पुलवामा में हुए आतंकी हमले की विश्वभर में निंदा की गयी थी। कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान की सरजमीं पर आसरा लिए जैश ए मोहम्मद ने ली थी।