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    metabolism foods in hindi

    शरीर का वज़न, आज हर किसी के लिए समस्या है। कोई भी अपने वज़न से संतुष्ट नहीं है। हम जब भी कहीं जाने के लिए तैयार होते हैं, तो सबसे पहले हम यही पूछते हैं कि क्या हम मोटे लग रहे हैं।

    हमारे शरीर का मोटापा, हमारे चयापचय (metabolism rate) पर आधारित होता है। इसलिए हमारा इस बात को समझना बहुत ज़रूरी है, कि अगर कोई कम खाना खाए, तो ज़रूरी नहीं की वो पतले ही हों। उनके चयापचय पर आधारित, उनका वज़न होता है। इसलिए, वज़न घटाने के लिए, हमें हमारे चयापचय को बढ़ाना चाहिए।

    हमारे शरीर का चयापचय एक ऐसी प्रक्रिया है जिस में हमारा शरीर हमारे खाने के कैलरीज़ को ऑक्सिजन के साथ मिलाकर, ऊर्जा पैदा करता है। इस ऊर्जा से, हमारे शरीर की बाकी प्रक्रियाएँ पूरी होतीं हैं।

    हर इंसान का चयापचय दर एक-दूसरे से अलग ही होता है। कई लोगों का शरीर ज़्यादा कैलरीज़ आसानी से इस्तेमाल कर लेता है, तो कई लोगों का इतना आसान नहीं होता है। इसके कारण हमार वज़न भी एक-दूसरे से अलग होता है।

    इसलिए अगर हमें अपना वज़न घटाना है, तो सबसे पहले हमें अपने चयापचय दर पर ध्यान देना होगा। व्यायम करने से, इस पर अच्छा असर होता है। लेकिन इन्हें करते समय कुछ बातों का खयाल रखना ज़रूरी है; तो ही हमारा व्यायाम अच्छी तरह से हो पाएगा और हम थकान से दूर रहेंगे। उन में से कुछ बातें निम्न हैं:

    1. व्यायाम करते वक्त, हमारे शरीर को उचित संख्या में पानी का तत्व मिलना चाहिए।
    2. चाई, कॉफी या ग्रीन टी पीना मत चोड़िए। उससे आपका मन पूरा दिन फुर्तीला रहेगा।
    3. नींद की कमी बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। हमें अच्छे से और समय से सो जाना चाहिए। उससे हमारे शरीर को थकान महसूस नहीं होगी और हमारे बदन को अच्छा आराम भी मिल जाएगा। परेशानियों से भी हम दूर रहेंगे।
    4. ऐसे आहार खाएँ जिन में ज़्यादा प्रोटीन हो।

    हमारा चयापचय दर बढ़ाने के खाद्य पदार्थ (metabolism boosting foods)

    हम क्या खाते हैं, उस पर हमारे शरीर का चयापचय निर्भर है। अपने खानपान की आदतों को थोड़ा बदल कर, हम अपने चयापचय दर को बदल सकते हैं। इससे हमारा वज़न घटने या बढ़ने का निर्णय लेता है। निम्न आहार खाने से, हमारे शरीर का चयापचय दर बढ़ जाता है।

    विटामिन डी के आहार

    विटामिन में उच्च खाद्य पदार्थ vitamin foods in hindi

    विटामिन डी की कमी से, हमारे शरीर का चयापचय दर धीमा हो जाता है। विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत धूप होता है। लेकिन क्योंकि हमें धूप की ऊर्जा कम ही मिलती है, हम पनीर और सोया दूध जैसे आहार को धूप के विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इन आहारों विटामिन डी का तत्व, भरपूर पाया जाता है।

    दूध और योगर्ट

    दूध में बहुत सारा कैल्शियम होता है, जिसके रोज़ाना पीने से हमारे शरीर का चयापचय दर बेहतर हो जाता है। योगर्ट हमारे पाचन को स्वस्थ रखता है, और हमारे शरीर को इससे ठंडक भी मिलती है।

    ग्रीन टी और कॉफी

    ग्रीन टी पीने का सही समय right time to drink green tea

    कहा जाता है कि जो लोग ग्रीन टी और कॉफी पीते हैं, उनका शरीर चयापचय के लिए, ज़्यादा कैलरीज़ इस्तेमाल करता है। इसके कारण हमारा चयापचय दर बढ़ जाता है, और धीरे-धीरे, हमारा वज़न भी घटता है।

    हरी सब्ज़ियाँ

    पालक जैसे हरी सब्ज़ियाँ हमारे सेहत के लिए बहुत अच्छे साबित हुए हैं। इनमें प्रोटीन, मिनरल्स और आइरन होते हैं जो हमारे शरीर में, पूरे दिन के लिए, ऊर्जा फैला देती है।

    नट्स

    अखरोट खाने के फायदे

    बादाम और पिस्ता जैसे नट्स के कई सारे फायदे होते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इन्हें हजम करने करने के लिए, हमारे शरीर को फैट के तत्व से राहत पाना पड़ता है। इसके कारण हमारा चयापचय दर बढ़ जाता है।

    ये थे कुछ तरीके हमरे शरीर के चयापचय दर को बढ़ाने के। लेकिन किसी भी चीज़ को उनकी उचित संख्या में खाने या पीने से ही उसके पूरे लाभ सही तरह से हम तक पहुँचते हैं।

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