कमल हासन भारतीय फिल्मो के अभिनेता हैं। उन्होंने हिंदी फिल्मो के अलावा तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और बंगाली फिल्मो में भी अभिनय किया है। कमल हासन ने अपनी पहचान ना केवल एक अभिनेता के रूप में दर्शाई है बल्कि उन्हें निर्देशक, निर्माता, स्क्रीन लेखक, गायक, डांसर, राजनेता, कोरियोग्राफर और गीतकार के रूप में भी जाना जाता है।
कमल हासन द्वारा अभिनय किए गए फिल्मो की बात करे तो उन्होंने ‘मानवन’, ‘कन्नुम करलूम’, ‘कन्याकुमारी’, ‘रासलीला’, ‘आइना’, ‘श्रीदेवी’, ‘एक दूजे के लिए’, ‘टिक टिक टिक’, ‘सनम तेरी कसम’, ‘मुंबई एक्सप्रेस’, ‘विश्वरूपन 2’, ‘फोर फ्रेंड्स’ जैसी फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शाया है।
कमल हासन ने अपने अभिनय की वजह से कई सारे अवार्ड्स को अपने नाम किया है। कमल को ज़्यादा तर तमिल और तेलुगु फिल्मो में अभिनय करते हुए देखा गया है। इन्होने ना केवल अपने अभिनय की वजह से बड़े बड़े अवार्ड्स को अपने नाम किया है बल्कि उन्हें कई सारे और सम्मानों से भी सम्मानित किया गया है।
कमल हासन का प्रारंभिक जीवन
कमल हासन का जन्म 07 नवंबर 1954 को मद्रास, भारत में हुआ था। उन्होंने तमिल इयेंगेर परिवार में जन्म लिया था। कमल हासन के पिता का नाम ‘डी. श्रीनिवासन’ है और पेशे से वह वकील रह चुके हैं। उनकी माता का नाम ‘राजलक्ष्मी श्रीनिवासन’ है और वह घर परिवार को सम्हालने का थीं। कमल के दो भाई हैं और उनका नाम ‘चन्द्र हासन’ और ‘चारु हासन’ हैं। कमल के दोनों भाई पेशे से अभिनेता हैं। कमल की एक बहन भी हैं जिनका नाम ‘नलिनी रघु’ है।
कमल हासन ने अपने स्कूल की पढाई ‘सर एम.कट मुठिआह चेत्तिअर हायर सेकेंडरी स्कूल’, चेन्नई और ‘हिन्दू हायर सेकेंडरी स्कूल’, चेन्नई से पूरी की थी।
कमल ने फिल्मो में अभिनय की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में की थी। इसके बाद धीरे धीरे कमल ने अपना नाम जनता के बीच लोकप्रिय किया था और एक के बाद एक सुपरहिट फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शाते रहे हैं।
व्यवसाय जीवन
कमल हासन का फिल्मो का शुरू दौर
साल 1960 में कमल हासन ने पहली बार फिल्म में अपने अभिनय को दर्शाया था। फिल्म का नाम ‘कलाथुर कन्नम्मा’ था और कमल ने ‘सेल्वम’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था और इसी के साथ कमल को ‘राष्ट्रपति अवार्ड’ से नवाज़ा भी गया था।
इसके बाद साल 1962 में कमल ने तमिल फिल्म ‘पारथल पासी थीरम’ और ‘पाधा काणिक्करी’ में अभिनय किया था। उसी साल कमल ने अपना डेब्यू एक बाल कलाकार के रूप में मलयालम फिल्मो में भी किया था। उन्होंने फिल्म ‘कन्नुम करालूम’ में ‘बाबू’ नाम के किरदार को दर्शाया था।
साल 1973 में कमल ने एक युवा अभिनेता के रूप में अपने अभिनय को दर्शाना शुरू किया था। उन्होंने सबसे पहले तमिल फिल्म ‘अरंगेत्रम’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘के. बालचंद्रा’ थे और फिल्म में कमल ने ‘तिआगु’ नाम का किरदार अभिनय किया था।
साल 1974 में कमल ने तीन फिल्मो में अभिनय किया था जिनका नाम ‘गुमास्थाविन मगल’, ‘अवल ओरु थोडार कथाई’ और ‘नान अवनिल्ला’ था। इन तीनो ही फिल्मो में कमल ने सहायक किरदार को दर्शाया था। उसी साल कमल ने फिल्म ‘कन्याकुमारी’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म में इनके किरदार का नाम ‘संकरण’ था और यह एक मलयालम फिल्म थी। फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था। इस फिल्म के लिए कमल ने एक अवार्ड भी जीता था।
कमल हासन का फिल्मो का बाद का सफर
साल 1975 में कमल हासन ने कुल 14 फिल्मो में अभिनय किया था। उनमे से कुछ फिल्मो के नाम ‘सिनेमा पैथीयम’, ‘पत्तामपोची’, ‘दैन सिन्धुद्वीन वानम’, ‘मलाई सूडा वा’, ‘अपूर्वा रागंगाल’, ‘रासलीला’ और ‘अंधारंगम’ था। इन फिल्मो को दर्शको ने ठीक ठाक पसंद किया था और एक बार फिर कमल ने लोकप्रिय अभिनेता का खिताब अपने नाम किया था।
साल 1976 की शुरुआत कमल ने फिल्म ‘अप्पूपान’ से की थी। इस फिल्म में उन्होंने ‘बाबूमोन’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘पि. भास्करन’ थे। फिल्म को दर्शको ने ठीक ठाक पसंद किया था। इसके बाद कमल ने अपना डेब्यू तेलुगु फिल्मो में किया था। उनकी पहली तेलुगु फिल्म का नाम ‘अंथुलेनि कथा’ था। इस फिल्म में कमल ने ‘अरुण’ नाम का एक कैमिओ किरदार दर्शाया था।
उसी साल कमल को फिल्म ‘समासिया’ और ‘स्विमिंग पूल’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘सत्यम’ में अभिनय किया था जिसके निर्देशक ‘एस. ए कन्नम’ थे। फिल्म को दर्शको ने भी बहुत पसंद किया था। कमल ने फिल्म ‘कुमारा विजयम’ में ‘कुमार’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘ए. जगन्नाथन’ थे। फिल्म को जानत ने बहुत पसंद किया था।
साल के अंत में कमल को फिल्म ‘मूंडरू मुदिचु’ और ‘ललिता’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘के. बलचनदर’ और ‘वलमपुरी सोमनाथ’ थे और फिल्म में कमल ने ‘बालाजी’ और ‘बलू’ नाम के किरदारों को दर्शाया था। इन दोनों फिल्मो को दर्शको ने बहुत पसंद किया था। इन फिल्मो को बॉक्स ऑफिस में सुपरहिट फिल्मो की सूचि में दर्ज किया गया था।
साल 1977 में कमल हासन को फिल्म ‘आइना’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘प्रेम कपूर’ नाम के किरदार को दर्शाया था जो की एक कैमिओ किरदार था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘आवरगल’ में भी अभिनय किया था जिसके निर्देशक ‘के. बालाचंदर’ थे। फिल्म में कमल ने ‘जनार्दन’ नाम का किरदार अभिनय किया था।
उस साल कमल ने दो मलयालम फिल्मो में भी अभिनय किया था। उन फिल्मो के नाम ‘मधुरास्वापम’ और ‘श्रीदेवी’ था। फिल्म श्रीदेवी को दर्शको ने ज़्यादा पसंद किया था और फिल्म में कमल के किरदार का नाम ‘वेणुगोपाल’ था। इसी साल कमल ने अपना डेब्यू बंगाली फिल्मो में भी किया था। उनकी पहली बंगाली फिल्म का नाम ‘कबिता’ था, जिसमे उन्होंने ‘गोपाल’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘भारत शमशेर’ थे।
कमल हासन ने उसी साल कुछ और फिल्मो में अभिनय किया था जिन्हे दर्शको ने पसंद किया था। उन फिल्मो के नाम ’16 वयतिनिले’, ‘कोकिला’, ‘सत्यवन सावित्री’, ‘आड़ू पुलि अत्तम’ और ‘आद्या पादम’ था।
साल 1978 में भी कमल हासन ने मलयालम, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मो को मिला कर कुल 20 फिल्मो में अभिनय किया था। उस साल की तमिल फिल्मो की बात करे तो कमल ने उस साल फिल्म ‘निजहल निजामगिराधू’ में सबसे पहले अभिनय किया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘संजीवी’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उन्हें फिल्म ‘इलमई ऊंजलादुकिरथू’, ‘सत्तम एन केएल’, ‘अवल अप्पादिथन’ जैसी फिल्म में अभिनय किया था।
उसी साल की कमल की मलयालम हिट फिल्मो की बात करे तो उन्होंने फिल्म ‘मदनोलसवम’, ‘काथिरूंना निमिषन’, ‘अवल विस्वस्थाययीरून्नु’ और ‘वयंदुम थम्बन’ में अपने अभिनय को दर्शाया था। इन सभी फिल्मो को दर्शको ने पसंद किया था। उस साल उन्होंने एक ही कन्नड़ फिल्म में अभिनय किया था जिसका नाम ‘थप्पीदा थला’ था।
साल 1979 की बात करे तो उस साल सबसे पहले कमल हासन ने फिल्म ‘सममोकादिधि सक्कादीधी’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सिंगीतम श्रीनिवास राओ’ थे और फिल्म में कमल ने ‘रंगदू’ और ‘शेकर’ नाम के किरदार को दर्शाया था। फिल्म को दर्शको ने पसंद किया था।
कमल हासन का फिल्मो का सफल सफर
इसके बाद कमल को तमिल फिल्म ‘नीया?’, ‘थाईल्लमल नान इल्लै’ और ‘निनाइथाले इनिक्कुम’ में अभिनय किया था। इन तीनो तमिल फिल्मो को दर्शको ने बहुत पसंद किया था। फिल्म ‘निनाइथाले इनिक्कु’ को तेलुगु भाषा में भी दर्शाया गया था, जिसका नाम बदल कर ‘अँधामैना अनुभवम’ नाम दिया गया था। इस फिल्म में भी कमल ने ‘चंद्रु’ नाम के किरदार को दर्शाया था।
इस साल के अंत तक कमल हासन ने कुछ और फिल्मो में एक अतिथि की भूमिका को भी दर्शाया था। उन फिल्मो के नाम ‘पासी’, ‘गप्पेडू मानसु’ और ‘अजहियाथा कोलंगाल’ था।
साल 1980 में कमल को फिल्म ‘उल्लास परावैगल’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सी. वी. राजेंद्र’ थे और फिल्म में कमल ने ‘रवि’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘गुरु’ में भी अभिनय किया था जिसमे उनके किरदार का नाम ‘गुरु’ ही था। फिल्म के निर्देशक ‘आई. वि. ससि’ थे और फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था।
इसके बाद कमल को कन्नड़ फिल्म ‘मारिया, माय डार्लिंग’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘दुराइ’ थे और फिल्म में कमल ने ‘रघु’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म को दर्शको ने इतना पसंद किया था की फिल्म को उसी नाम से तमिल भाषा में भी रिलीज़ किया गया था।
इसके बाद भी कमल को दो और तमिल फिल्म में देखा गया था जिसमे उन्होंने अतिथि की भूमिका दर्शाई थी। इन फिल्मो के नाम ‘सरनाम अय्यप्पा’ और ‘नट्चतुरम’ था। दोनों फिल्मो में कमल ने अपनी खुद की भूमिका को दर्शाया था।
साल 1981 में कमल को फिल्म ‘ठिल्लू मुल्लू’ में देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘के. बालाचंदर’ थे और फिल्म में कमल ने ‘चारु हासन’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था। इसके बाद कमल को फिल्म ‘राम लक्ष्मन’ में देखा गया था जिसके निर्देशक ‘आर. त्यागरंजन’ थे। फिल्म में कमल ने ‘राम’ नाम के किरदार को दर्शाया था।
उसी साल कमल ने अपना डेब्यू हिंदी फिल्मो में भी किया था। कमल की पहली हिंदी फिल्म का नाम ‘एक दूजे के लिए’ था। इस फिल्म के निर्देशक ‘के. बालाचंदर’ थे और फिल्म में कमल ने ‘वासु’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इसके बाद कमल को ‘पि. भारतीराजा’ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘टिक टिक टिक’ में भी अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘दिलीप’ नाम के किरदार को दर्शाया था।
साल 1982 की बात करे तो उस साल भी उन्होंने कुछ बड़ी फिल्मो में अभिनय किया था जिनका नाम ‘मूनद्राम पिराई’, ‘शिमला स्पेशल’, ‘सनम तेरी कसम’, ‘रानी थेनि’, ‘अग्नि साक्षी’ थे। साल 1983 में भी कमल को फिल्म ‘सत्तम’, ‘सदमा’, ‘सागर संगमम’ जैसी फिल्मो में अभिनय किया था।
साल 1984 की शुरुआत कमल ने फिल्म ‘ये देश’ में एक अतिथि की भूमिका को दर्शाते हुए किया था। इसके बाद उन्होंने हिंदी फिल्म ‘एक नई पहेली’ और ‘यादगार’ में भी अपने अभिनय को दर्शाया था। उसी साल कमल ने अपनी 125वि फिल्म में अभिनय किया था जिसका नाम ‘एनाक्कुल ओरुवन’ था।
उसी साल उन्होंने हिंदी फिल्म ‘करिश्मा’ में भी अभिनय किया था जिसके निर्देशक ‘आई. वि. ससि’ थे। फिल्म में कमल ने ‘सनी’ नाम के किरदार को दर्शाया था और उनके साथ मुख्य किरदार को रीना रॉय, सारिका और टीना मुनीम ने दर्शाया था। दर्शको को फिल्म ठीक ठाक पसंद आई थी।
साल 1985 में कमल हासन ने कुछ तमिल और कुछ हिंदी फिल्मो में अभिनय किया था। उनकी तमिल फिल्मो के नाम ‘ओरु क़ैदीयीन डायरी’, ‘काक्की सट्टे’, ‘उयर्न्दा उल्लम’ और ‘जपनील कल्याणरमन’ था। उनकी हिंदी फिल्म की बात करे तो उन्होंने फिल्म ‘सागर’, ‘गिरफ्तार’ और ‘देखा प्यार तुम्हारा’ में अपने अभिनय को दर्शाया था।
साल 1986 से साल 1990 तक कमल ने कई फिल्मो में अभिनय किया था, जिनमे से कुछ सुपरहिट हुई थी तो कुछ फिल्मो को फ्लॉप लिस्ट में अपना नाम दर्ज करना पड़ा था।
साल 1991 में कमल ने एक फिल्म में अभिनय किया था जिसका नाम ‘गुना’ था। इस फिल्म में उनके किरदार का नाम ‘गुणशेखरम’ था। साल 1992 में भी कमल ने मात्र दो ही फिल्मो में अभिनय किया था जिनका नाम ‘सिंगरवेलाम’ और ‘तेवर मगन’ था।
साल 1993 और साल 1994 में कमल द्वारा अभिनय किए गए हिट फिल्मो के नाम ‘महरसन’ और ‘नामंवार’ थे।
साल 1997 में कमल ने एक बार फिर सुपरहिट फिल्म में अपने अभिनय को दर्शाया था। इस फिल्म का नाम ‘चाची 420’ था। यह फिल्म कमल ने खुद निर्देश की थी और साथ ही उन्होंने ‘जयप्रकाश पासवान’ और ‘लक्ष्मी गोडबोले’ नाम के किरदारों को दर्शाया भी था। फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था।
साल 1998 में भी कमल एक सुपरहिट फिल्म का हिस्सा बने थे जिसका नाम ‘काथला काथला’ था। फिल्म के निर्देशक ‘सिंगीतम सरनिवास राओ’ थे और फिल्म में कमल ने ‘रामलिंगम’ नाम के किरदार को दर्शाया था। साल 2000 और 2001 का सफर कमल का कुछ खास नहीं था। उस साल उन्होंने बहुत ज़्यादा फिल्मो में अभिनय नहीं किया था और नाही उनके द्वारा अभिनय की गई फिल्मो को दर्शक ज़्यादा पसंद कर रहे थे।
साल 2005 में कमल एक बार फिर एक बड़ी फिल्म के साथ सिनेमा घरो में दिखे थे। उन्होंने फिल्म ‘मुंबई एक्सप्रेस’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सिंगीतम श्रीनिवास राओ’ थे और फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था। फिल्म में कमल ने ‘अविनाश’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म को हिंदी भाषा में भी उसी नाम के साथ रिलीज़ किया गया था और कमल ने ‘अविनाश’ नाम के किरदार को ही दर्शाया था।
साल 2008 में कमल ने ‘के.एस रविकुमार’ द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म ‘दसवताराम’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में कमल ने एक साथ 10 किरदारों को दर्शाया था, जिनके नाम ‘गोविंदराजन’, ‘रामास्वामी’, ‘रंगराजन नम्बि’, ‘क्रिस्चिन फ्लेचर’, ‘बलराम नायडू’, ‘कृष्णवेणी’, ‘विन्सेंट पूवरंगन’, ‘ख़लीफ़ुल्ला खान’, ‘अवतार सिंह, ‘शिन्गहेन नरहाशि’ और ‘जॉर्ज डब्लू बुश’ थे। यह फिल्म एक ज़्यादा बजट की फिल्म थी और दर्शको को फिल्म पसंद भी बहुत आई थी।
साल 2013 में भी कमल हासन को फिल्म ‘विश्वरूपण’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म के निर्देशक खुद ‘कमल हासन’ थे और फिल्म में उनके किरदार का नाम ‘विसम अहमद कश्मीरी’ था। फिल्म को हिंदी भाषा में ‘विश्वरूप’ नाम से रिलीज़ किया था। दर्शको को यह फिल्म बहुत पसंद आई थी और फिल्म ने अपना नाम हिट फिल्मो की सूचि में दर्ज किया था।
साल 2015 की बात करे तो उस साल कमल ने फिल्म ‘थूंगा वनम’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘राजेश सेल्वा’ थे और फिल्म में कमल ने ‘सी. के. दिवाकर’ नाम के किरदार को दर्शाया था। इस फिल्म को तेलुगु भाषा में भी रिलीज़ किया गया था जिसका नाम ‘चीखती राज्यम’ था। इस फिल्म के निर्देशक और कमल के किरदार का नाम वही पुराना ही था। दर्शको को यह फिल्म बहुत पसंद आई थी।
साल 2018 में कमल ने 2013 में आई फिल्म विश्वरूपण के दूसरे भाग ‘विश्वरूपण 2’ में अभिनय किया था। इस फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था और इसी के साथ फिल्म ने एक बार फिर बॉक्स ऑफिस में अपना नाम सुपरहिट फिल्मो की सूचि में दर्ज किया था। इस फिल्म को हिंदी भाषा में ‘विश्वरूप 2’ नाम से रिलीज़ किया गया था।
कमल हासन के आने वाले फिल्मो की बात करे तो उन्हें आगे दो तमिल फिल्मो में देखा जायगा। इन फिल्मो के नाम ‘इंडिया 2’ और ‘थलइवन इरुक्किरण’ है।
कमल हासन का बिग बॉस तमिल का सफर
साल 2017 में कमल हासन ने ‘स्टार विजय टीवी’ पर दर्शाने वाले टीवी रियलिटी शो ‘बिग बॉस तमिल’ के पहले सीजन को होस्ट किया था। यह शो धीरे धीरे तमिल में सबसे लोकप्रिय टीवी शो के रूप में दर्ज होने लगा था। साल 2018 में इस शो के दूसरे सीजन को भी कमल ने होस्ट किया था। लोगो को वह सीजन भी बहुत पसंद आया था। साल 2019 में भी कमल इस शो में होस्टिंग करते हुए दिखाई दिए थे।
पुरस्कार और उपलब्धियां
कमल हासन ने अपने अभिनय की वजह से अभी तक कुल 109 अवार्ड्स को अपने नाम किया है। उन्होंने ना केवल अपने अभिनय की वजह से बल्कि टीवी सिनेमा में अपने योगदान की वजह से भी कई सारे सम्मानों को प्राप्त किया है। उनमे से कुछ की जानकारी नीचे मौजूद है।
- साल 1990 में ‘पद्मा श्री’ अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
- साल 2000 में वेस्ट बंगाल की सरकार की तरफ से ‘आनरेरी अवार्ड्स’ से सम्मानित किया गया था।
- साल 2005 में ‘आनरेरी डॉक्टोरेट’ अवार्ड से सामनित किया गया था।
- साल 2010 में केरला की साकार की तरफ से ‘आनरेरी अवार्ड्स’ से सम्मानित किया गया था।
- साल 2014 में ‘पद्मा भूषण’ अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
- साल 2016 में फ्रांस की सरकार की तरफ से ‘ऑर्डर डेस आर्ट्स एट डेस लेटर्स’ से सम्मानित किया गया था।
कमल हासन का निजी जीवन
कमल हासन ने सबसे पहले डांसर ‘वाणी गणपति’ से शादी की थी। उन्होंने साल 1978 में शादी की थी और साल 1988 में दोनों ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला ले लिया था। उन दोनों के तल्लख के बाद उसी साल कमल ने अभिनेत्री ‘सारिका ठाकुर’ के साथ शादी की थी। कुछ सालो के साथ के बाद कमल और सारिका ने भी एक दूसरे से अलग होने का फैसला लिया था। उन दोनों का तलाख साल 2004 में हुआ था। कमल और सारिका की दो बेटियां हैं जिनका नाम ‘श्रुति हासन‘ और ‘अक्षरा हासन’ है। दोनों ही बेटियां पेशे से अभिनेत्री हैं।
कमल और सारिका के अलग होने की एक वजह अभिनेत्री ‘गौतमी तडिमल्ला’ को माना जाता है। साल 2004 से लेकर साल 2016 तक कमल और गौतमी ने एक दूसरे को डेट किया था। कमल और गौतमी की एक बेटी हैं जिनका नाम ‘सुब्भालक्ष्मी’ है।
कमल हासन के पसंदीदा चीज़ो की बात करे तो उन्हें खाने में करीमीन मछली पसंद हैं। कमल के पसंदीदा अभिनेता नागेश, शिवजी हनेसान, एम. जी. ऱमचनद्रान और राजेश खन्ना हैं। अभिनेत्रियों में कमल को श्रीदेवी और श्रीप्रिया पसंद हैं। कमल की पसंदीदा फिल्मे ‘बाइसिकल थीफ’, ‘मुग़ल-ए-आज़म’ और ‘शोले’ है। कमल हासन को डांस करना बहुत पसंद है और वह एक ट्रेंड भरतनाट्यम डांसर हैं।
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