जैतून का तेल के बारे में फायदे, उपयोग
जब से शोधों में ऑलिव ऑयल या ज़ैतून के तेल के स्वास्थ्यवर्धक गुणों को साबित किया गया है तब से विश्व में जैतून के तेल का प्रयोग बढ़ गया है।…
जब से शोधों में ऑलिव ऑयल या ज़ैतून के तेल के स्वास्थ्यवर्धक गुणों को साबित किया गया है तब से विश्व में जैतून के तेल का प्रयोग बढ़ गया है।
स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए ही ज़ैतून का तेल प्रयोग किया जाता है। एक तरह से हम कह सकते हैं कि हमारे सौंदर्य और स्वास्थ्य की गुणवत्ता बनाए रखने में ज़ैतून का तेल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस लेख में हम ज़ैतून के तेल के फायदों के विषय में चर्चा करेंगे। आइये सबसे पहले देखते हैं कि ज़ैतून के तेल में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं-
इस तरह हम ज़ैतून के तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्वों को देख सकते हैं। आइए अब बात करते हैं कि स्वास्थ्य के लिए ज़ैतून के तेल के क्या क्या फ़ायदे हैं।
हमारी हड्डियों को मज़बूत और सुदृढ़ बनाने के लिए कैल्शियम, पोटैशियम और फॉस्फोरस की एक प्रचुर मात्रा की आवश्यकता होती है। इन सभी तत्वों के बावजूद हड्डियों के लिए एक अन्य तत्व की आवश्यकता होती है जिसका नाम है ओस्टियोकेलिन।
एक शोध में यह बात साबित की गई है कि जैतून के तेल में ओस्टियोकेलिन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। शोध में उन पुरुषों की हड्डियां मज़बूत और सुदृढ़ पाई गईं जिन में ओस्टियोकेलिन की प्रचुर मात्रा थी।
उन पुरुषों के द्वारा इस बात को स्वीकारा गया कि वे अपने आहार में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करते हैं। इस तरह ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से हड्डियों को मज़बूत बनाकर उनकी गुणवत्ता को सुधारा जा सकता है।
एक शोध में इस बात का दावा किया गया है कि जैतून के तेल के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर की समस्या से बचा जा सकता है।
ऑलिव ऑयल में ओल्यूरोपिन नामक तत्व पाया जाता है जो स्तन कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है।
यदि अपने आहार में ऑलिव ऑयल को शामिल किया जाए तो ब्रेस्ट कैंसर जैसी समस्या से बचा जा सकता है। जैतून के तेल को हम कुकिंग ऑयल की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्पेन में हुए एक शोध में चौंकाने वाली बात का ख़ुलासा हुआ। शोध में पाया गया कि जो महिलाएँ अपने आहार में नियमित रूप से ऑलिव ऑयल का सेवन करती हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर के चांसेस 62% तक कम हो गए।
इस प्रकार ऑलिव ऑयल को एक कैंसर विरोधी पदार्थ साबित किया जा चुका है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आजकल की भाग दौड़ की ज़िंदगी और काम की अधिकता के कारण हमारे मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस पर ग़लत डाइट और जंक फ़ूड का सेवन स्थिति को गंभीर बना देता है।
हम काम की अधिकता के कारण वैसे ही तनाव में होते हैं और जंक फ़ूड खाने के कारण हमारे शरीर में अनेक समस्याएं होने लगती हैं जो हमें निराशा की ओर धकेलने लगती हैं।
ऐसे में सही खाद्य पदार्थों का चुनाव तनाव से मुक्ति दिलवा सकता है। जैतून का तेल तनाव से मुक्ति देने वाला एक बेशक़ीमती साधन है। अध्ययनों में जैतून के तेल की गुणवत्ता को साबित किया गया है।
जैतून का तेल सेरोटोनिन के स्राव को प्रेरित करता है। सेरोटोनिन को फ़ील गुड हॉर्मोन के नाम से भी जाना जाता है।
इस हारमोन के स्रावित हो जाने से मस्तिष्क में तनाव का स्तर कम होता है और व्यक्ति को अच्छा महसूस होता है। एक तरह से ऑलिव ऑयल एंटीडिप्रेशन किट की तरह कार्य करता है।
ऑलिव ऑयल त्वचा के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से त्वचा में निखार और शाइनिंग आती है।
ऑलिव ऑयल का प्रयोग अनेक प्रकार के फ़ेस पैक और स्किन पैक बनाने में किया जाता है। ऑलिव ऑयल त्वचा की गुणवत्ता को सुधारता है और त्वचा की अनेक समस्याओं जैसे मुँहासे दाने, सूखापन आदि से छुटकारा देता है।
यदि आपकी त्वचा पर मुंहासों की समस्या हो रही हो तो आपको ऑलिव ऑयल से बना हुआ स्किन पैक लगाना चाहिए।
यह पैक त्वचा के रोम छिद्रों को खोलने में सहायक होता है जिससे कि त्वचा के अंदर विद्यमान् गंदगी बाहर निकल जाती है। इस तरह त्वचा को मुंहासों की समस्या से छुट्टी मिलती है।
ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल मेकअप रिमूवल के रूप में भी किया जाता है।
यदि आप अपने चेहरे पर केमिकल युक्त मेकअप रिमूवर नहीं अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए।
हमारी त्वचा धूप, लू और प्रदूषण के कारण काफ़ी ड्राई हो जाती है। हम अनेक प्रकार के मॉश्चराइज़र्स का इस्तेमाल करते हैं ताकि हमारी त्वचा में नमी बनी रहे।
ये मॉश्चराइज़र हमारी त्वचा को नमी देते हैं लेकिन ये हमारी त्वचा को थोड़ा डार्क भी कर देते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए हम ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
एक चम्मच एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल
बढ़ती उम्र के साथ साथ चेहरे पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं। आज कल के माहौल और प्रदूषण के कारण झुर्रियों की समस्या ना सिर्फ़ बुढ़ापे में हो रही है बल्कि जवान लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में इस समस्या का समाधान जैतून का तेल कर सकता है।
यह न सिर्फ़ झुर्रियों की समस्या से छुटकारा देगा बल्कि त्वचा को ड्राई और रफ़ होने से भी बचाएगा।
यदि आपकी एड़ियां फट रही हैं तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल करें।
फटे होंठ ना सिर्फ़ बदसूरत लगते हैं बल्कि वे दर्द भी देते हैं। हम कोई भी लिप बॉम इस्तेमाल क्यों न कर लें किंतु वह कुछ समय के लिए ही हमारे होठों पर असर करता है।
कभी कभी तो लिप बाम के साइड इफेक्ट्स के चलते होठ पहले से ज़्यादा फट जाते हैं और वे काले पड़ जाते हैं। होठों को परमानेंट ख़ूबसूरत बनाने के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
चमकदार व गुलाबी नाख़ून हर किसी को पसंद होते हैं। जिन लोगों के नाख़ून पीले होते हैं उन्हें अस्वस्थ माना जाता है।
चमकदार व गुलाबी नाख़ून पाने के लिए हर कोई प्रयास करता है।
हम अनेक प्रकार के केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं ताकि हमारे नाख़ून ख़ूबसूरत हो जाएं लेकिन ये प्रॉडक्ट्स सकारात्मक प्रभाव से ज़्यादा नकारात्मक प्रभाव दिखाते हैं। ऐसे में हमें प्राकृतिक उत्पादों पर ध्यान देना चाहिए।
नाखूनों में चमक लाने के लिए हम जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैतून का तेल विटामिन ई से भरपूर होता है जो नाखूनों पर छाया पीलापन कम करता है।
जैतून के तेल से मसाज करने पर नाखूनों के अंदर विद्यमान् त्वचा में रक्त का सर्कुलेशन नियमित होता है जिससे कि नाखून स्वस्थ और चमकदार दिखाई देते हैं।
यदि आपको क़ब्ज़ की समस्या हो रही हो और आपको मलत्याग में काफ़ी दिक़्क़त हो रही हो तो ऑलिव ऑयल के सेवन से आपको इससे छुटकारा मिल सकता है।
ऑलिव ऑयल में मोनोसैचुरेटेड फ़ैट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये फ़ैट आंतों की दीवारों को चिकना कर देता है जिससे कि आंतों में मौजूद हानिकारक पदार्थ मल के रूप में आसानी से बाहर निकल जाता है।
क़ब्ज़ की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप निम्नलिखित तरीक़ों से ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं-
क़ब्ज़ की समस्या से निजात पाने के लिए आप वर्जिन ऑलिव ऑयल या कच्चे ऑलिव ऑयल का सेवन कर सकते हैं।
नियमित रूप से इस का सेवन करने से आप क़ब्ज़ या कांस्टीपेशन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
यदि आप को हद से ज़्यादा कांस्टीपेशन की समस्या हो रही है जो किसी भी दवाई से नहीं जा रही है तो आपको जैतून के तेल और दूध का सेवन करना चाहिए।
नियमित रूप से ऐसा करने पर आपको अपने क़ब्ज़ में काफ़ी सुधार मालूम पड़ेगा।
यदि आप जैतून के तेल को नींबू के रस, दूध या फिर यूँ ही कच्चा नहीं लेना चाहते हैं तो आप संतरे के रस के साथ जैतून के तेल का सेवन कर सकते हैं।
आपको क़ब्ज़ में काफ़ी हद तक सुधार मालूम पड़ेगा।
ऑलिव ऑयल को क़ब्ज़ से छुटकारा पाने के लिए कई तरीक़ों से इस्तेमाल किया जा सकता है।
आप 1 कप कॉफ़ी के साथ भी जैतून के तेल का सेवन कर सकते हैं।
ऑलिव ऑयल में विटामिन के, ओमेगा 3 फैटी एसिड, ओमेगा 6 फैटी एसिड और विटामिन ई की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये सभी तत्व ना सिर्फ़ पाचन क्रिया को सुदृढ़ करते हैं बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को सुधारते हैं।
एक शोध में यह बात सामने आयी है कि जो लोग अपने आहार में जैतून के तेल का इस्तेमाल करते हैं उन में स्ट्रोक्स और ब्लड क्लॉटिंग की संभावना 41% तक कम हो गई।
ब्लड क्लॉटिंग एक अत्यंत गंभीर समस्या है जिस कारण व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। जब दिमाग़ से जुड़ी हुई नसों में रक्त का थक्का जम जाता है तो मस्तिष्क डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है।
इतना ही नहीं कभी कभी ब्लड क्लॉटिंग के चलते व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।
जैतून के तेल का सेवन करने से रक्त में मौजूद हानिकारक तत्व रक्त से बाहर निकल जाते हैं। इस तरह रक्त की सांद्रता कम हो जाती है जिससे कि नसों में रक्त का प्रवाह सुचारु रूप से बना रहता है। इस प्रकार नसों में ब्लड क्लॉटिंग की समस्या नहीं पनपने पाती है।
जैतून के तेल में सैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फ़ैट की अत्यंत कम मात्रा पाई जाती है। इस तरह यह रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ने नहीं देता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा के हुए एक शोध में यह बात सामने आयी है कि जैतून के तेल में 75-80% मोनोअनसैचुरेटेड फ़ैट पाया जाता है। यह शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल या लाभदायक कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल के स्तर को संतुलित करता है।
शोध में यह बात कही गई कि ग्रीक, क्रेटन और मिडिटेरियन के इलाक़े के लोग जोकि ऑलिव ऑयल का नियमित रूप से सेवन करते हैं उन में अमेरिकन्स की अपेक्षा बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम पाया गया।
इतना ही नहीं इन लोगों के शरीर में एचडीएल और गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर की भी सही मात्रा पाई गई।
ऑलिव ऑयल में बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। इसी कारण यह रक्त को शुद्ध भी करता है जिससे कि क्लॉटिंग की समस्या से राहत मिलती है।
यदि आपके बाल तेज़ी से झड़ रहे हो और वे फ़्रीजी व बेजान नज़र आते हों तो आपको जैतून के तेल से बने हुए हेयर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।
अपने बालों की अच्छी सेहत के लिए आप शैम्पू से 1 घंटा पहले जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बालों को चमकदार और ख़ूबसूरत बनाता है।
जैतून के तेल के सेवन से गुर्दे में मौजूद पथरी से छुटकारा पाया जा सकता है।
इस मिश्रण का सेवन करने से गुर्दे की पथरी से छुटकारा मिलता है।
इस प्रकार हम देख सकते हैं कि ऑलिव ऑयल हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फ़ायदेमंद होता है। हमें अपने आहार में जैतून के तेल को नियमित रूप से शामिल करना चाहिए लेकिन एक बात जो हम हमेशा कहते आये हैं वो हम यहाँ फिर से दोहराएंगे।
जैसा कि हम कहते आए हैं कि किसी भी चीज़ का इस्तेमाल और सेवन करने से पहले डॉक्टर का परामर्श आवश्यक है, यह बात जैतून के तेल के लिए भी लागू होती है।
यदि आपको जैतून के तेल से किसी भी तरह की एलर्जी हो रही है तो आप इसका बिलकुल भी इस्तेमाल या सेवन ना करें।
जब से शोधों में ऑलिव ऑयल या ज़ैतून के तेल के स्वास्थ्यवर्धक गुणों को साबित किया गया है तब से विश्व में जैतून के तेल का प्रयोग बढ़ गया है।…
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