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लौंग के फायदे, नुकसान

लौंग की खेती बहुत ही मुश्किल होती है क्योंकि लौंग का पेड़ लगने के 8 या 9 साल बाद ही फल देता है। यही वजह है कि लौंग काफ़ी महँगा भी होता है।

लौंग एक तरह का मसाला होता है जिसका प्रयोग न सिर्फ़ खाना पकाने में होता है बल्कि हमारे दैनिक जीवन की अनेक समस्याओं को सुलझाने में भी होता है।

भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए तो लौंग का प्रयोग किया ही जाता है किन्तु यह हमारे स्वास्थ्य के लिए के लिए भी उपयोगी है।

विषय-सूचि

आइए इस लेख में लौंग के फायदे और घरेलु नुस्खे के बारे में चर्चा करें। सबसे पहले देखते हैं कि लौंग में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं

लौंग में पाए जाने वाले पोषक तत्व

  1. सोडियम – 94 मिलीग्राम
  2. कैल्सीयम – 44 मिलीग्राम
  3. थायमीन – 0.072 मिलीग्राम
  4. राइबोफ्लेविन – 0.066 मिलीग्राम
  5. विटामिन – के 12%
  6. विटामिन – सी 11.7 मिलीग्राम
  7. विटामिन ई – 0.19 मिलीग्राम
  8. विटामिन ए – 0.5%
  9. पायरोडॉक्साइन 0.116 मिलीग्राम
  10. पोटैशियम 370 मिलीग्राम
  11. ज़िंक 2.32 मिलीग्राम
  12. आयरन 1.28 मिलीग्राम
  13. फॉस्फोरस 90 मिलीग्राम
  14. कॉपर 0.231 मिलीग्राम
  15. प्रोटीन 3.27 ग्राम
  16. मैग्नीशियम 60 मिलीग्राम
  17. मैग्नीज़ 0.256 मिलीग्राम
  18. वसा 0.15 ग्राम
  19. सेलेनियम 13%
  20. ऊर्जा 47 किलोकैलोरी
  21. फ़ाइबर 5.4 ग्राम
  22. कलेस्टरॉल 0 मिलीग्रामmg
  23. नियासिन 1.046 मिलीग्राम
  24. कार्बोहाइड्रेट 10.51 ग्राम
  25. पैन्थोथेनिक ऐसिड 0.338 मिलीग्राम

लौंग के फायदे

1. लौंग सिरदर्द से राहत दिलाये

सिर दर्द के लिए लौंग एक फ़ायदेमंद दवा होती है। लौंग में दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं जिस कारण यह सिर दर्द में फ़ायदा करता है।

अगर आपके सिर में दर्द हो रहा हो तो लौंग को पीसकर एक रुमाल में रखें। इस रुमाल की पोटली बना लें और जब भी सिर में दर्द हो तो इसे धीरे धीर सूँघें। यह सिर दर्द में काफ़ी फ़ायदा करता है।

अगर आपके सिर में निरंतर दर्द बना रहता है तो इसके लिए लौंग के पानी का सेवन करें।

5-6 लौंग लें। उन्हें एक कप पानी में पीस लें। इस पानी को गर्म करें और जब यह पानी आधा रह जाए तब इसमें चीनी मिला लें। आप चाहें तो लौंग का पानी छान भी सकते हैं। इसे सुबह-शाम पीने सिर दर्द से राहत मिलती है।

अगर आप लौंग के पानी का सेवन नहीं करना चाहते हैं तो आप इसके तेल की मसाज भी कर सकते हैं।

एक टेबलस्पून नारियल का तेल और दो बूँद लौंग का तेल एक साथ मिला दें। इस मिश्रण से पूरे सिर की मसाज करें। यह तरीक़ा भी सिर दर्द से राहत के लिए काफ़ी असरदार है।

10-12 लौंग एक साथ पानी मिलाकर पीस लें। जब एक गाढ़ा लेप तैयार हो जाए तो उसे अपनी कंपटियों पर लगाएँ। यह भी सिर दर्द से राहत देता है।

2. लौंग जुकाम और बुखार से राहत दे

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि लौंग जुकाम में बहुत फ़ायदा करता है। लौंग की चाय या लौंग का काढ़ा पीने से जुकाम से राहत मिलती है।

अगर बहुत ज़्यादा खाँसी आ रही है तो लौंग चबाने से ख़ासी की समस्या से निजात मिलती है।

लौंग का पाउडर रूमाल में रखकर सूँघने से ज़ुकाम से छुटकारा मिलता है। आप चाहें तो कपड़े पर लौंग का तेल भी डाल सकते हैं।

आधा कप शक्कर लें। इसमें दो बूँद लौंग का तेल डाल लें। इस मिश्रण का सेवन करने से जुकाम से राहत मिलती है।

ना सिर्फ़ जुकाम बल्कि लौंग बुखार से भी राहत देता है। लौंग को पीस कर उसे पानी के साथ निगल लें।अगर आपको बुखार हो रहा हो तो दिन में तीन बार इस प्रक्रिया को करें।

3. लौंग से दाँतों की समस्याओं से छुटकारा मिलता है

दाँतों में दर्द, मसूड़ों से खून या दांतों में कीड़े लगने की समस्या होने पर लौंग का इस्तेमाल किया जाता है।

अगर आपके दांतों में दर्द हो रहा हो तो लौंग का तेल दाँतों पर लगाएँ। आप चाहें तो रुई को लौंग के तेल में भिगो दें और फिर उसे दर्द होने वाले दाँत पर रखें। इस दौरान लार को गिरने दें। यह दाँत दर्द के लिए एक असरदायक दवा है।

कुछ लौंग को एक साथ पीस लें। इसके बाद इसमें नीबू का रस मिलाएँ और इस मिश्रण को अपने दांतों पर लगाएं। यह भी दाँत के दर्द से राहत देता है।

4. लौंग दे मुंहासों से आराम

लौंग का प्रयोग त्वचा की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी किया जाता है। लौंग में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जोकि त्वचा के लिए बहुत फ़ायदेमंद होते हैं।

लौंग के तेल में किसी भी प्रकार के संक्रमण से लड़ने की क्षमता होती हैल इस तरह लौंग का तेल चेहरे पर मुँहासे फैलाने वाले बैक्टिरिया को नष्ट कर देता है।

इसके अतिरिक्त लौंग चेहरे के रोम छिद्रों को भी खोलने में मदद करता है। इस प्रकार अंदर मौजूद सारी गंदगी बाहर आ जाती है जिससे कि मुंहासों की समस्या से राहत मिलती है।

5. लौंग बनाये तनाव से राहत

शोधों में इस बात की पुष्टि की गई है लौंग ना सिर्फ़ दर्द से राहत देता है बल्कि यह तनाव को भी कम करता है।

लौंग के तेल से सिर में मसाज करने से तनाव से छुटकारा मिलता है।

लौंग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स का स्तर तेज़ी से कम कर देते हैं। इस तरह मस्तिष्क को शांति का अनुभव होता है।

6. लौंग के फायदे पेट और पाचन के लिए

लौंग में फ़ाइबर, पोटैशियम, सोडियम व अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं। ये सभी तत्व पेट और पाचन के लिए बहुत ज़्यादा फ़ायदेमंद होते हैं।

एक रीसर्च में यह बात सामने आयी है कि लौंग में पाए जाने वाले यौगिक पेट में हो रहे अल्सर या घाव का उपचार करते हैं।

लौंग में पाया जाने वाला फ़ाइबर एसिडिटी और क़ब्ज़ की समस्या से राहत देता है। ये फ़ाइबर आँतों की दीवार को चिकना कर देता है। इस तरह आँतों में मौजूद हानिकारक पदार्थ मल के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है।

लौंग के तेल में ऐसे यौगिक पाए जाते हैं जो गैस्ट्रिक म्यूकस की मोटाई को बढ़ा देते हैं। सीधे अर्थों में ये कह सकते हैं कि लौंग में मौजूद तत्व पेट की अंदरूनी दीवार को मोटा कर देते हैं। इस तरह पेट की दीवार का ऐसिड से कम क्षरण होता है और पेट में अल्सर या घाव नहीं बनते हैं।

7. लौंग रक्तचाप नियमित रखे

लोंग रक्त को शुद्ध करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक रीसर्च में यह बात सामने आयी है कि लौंग का तेल एंटीऑक्सीडेंट गुणों से परिपूर्ण होता है। इस तरह यह रक्त को शुद्ध करता है।

लौंग का तेल रक्त में मौजूद हानिकारक कलेस्टरॉल के स्तर को कम करता है। इस तरह रक्त की सांद्रता कम हो जाती है और नसों में रक्त का प्रवाह नियमित रूप से बना रहता है।

शोध में इस बात का भी ख़ुलासा हुआ कि लौंग शरीर का तापमान कम करता है। इस तरह यह ब्लड सर्कुलेशन को भी नियमित करता है।

8. लौंग का उपयोग आँखों के लिए

चूँकि लौंग विटामिन ए से भरपूर होता है अतः इस तरह यहाँ आँखों के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। विटामिन ए आँखों की अनेक समस्याओं को दूर करता है।

जिन लोगों को रतौंधी या रात का अंधापन है उन्हें लौंग का प्रयोग करना चाहिए।

बकरी के थोड़े से दूध में लौंग को पीस लें। अब इस मिश्रण को आँखों में सुरमा या काजल की तरह लगाएं। नियमित रूप से ऐसा करने से रतौंधी या रात के अंधेपन से छुटकारा मिलता है।

9. लौंग से भूख बढाएं

जिन लोगों को भूख न लगने की समस्या है उन्हें लौंग का सेवन करना चाहिए। लौंग फ़ाइबर से भरपूर होता है जोकि पेट की अनेक समस्याओं से निजात देता है।

फ़ाइबर पेट और आंतों की दीवारों को चिकना कर देता है जिससे कि मल शरीर से आसानी से बाहर निकल जाता है।इस तरह पेट में फ़्रेशनेस आ जाती है और व्यक्ति को भूख का अनुभव होता है।

एक ग्राम शहद और आधा ग्राम लौंग का चूरन एक साथ लें। इन्हें आपस में अच्छे से मिला दें और सुबह शाम इसका सेवन करें। ऐसा करने से आपको अपनी भूख में सुधार मालूम पड़ेगा।

10. लौंग से मुँह की दुर्गंध से राहत

जिन लोगों को साँस की बदबू या मुँह से बदबू आने की समस्या है उन्हें लौंग का सेवन करना चाहिए। लौंग एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से परिपूर्ण होता है।

अगर आपके मुँह से निरंतर बदबू आ रही है तो दिन में 3-4 बार लौंग को चबाएँ। यह एक माउथ फ्रेशनर की तरह कार्य करता है।

इस तरह हमने लौंग के फ़ायदे देख लिये। हम जानते हैं कि किसी भी चीज़ का अत्यधिक सेवन नुक़सानदायक होता है ठीक इसी तरह लौंग का अत्यधिक सेवन भी नुक़सान पहुँचाता है। आइए अब देखते हैं की लौंग के क्या-क्या नुक़सान होते हैं।

लौंग के नुकसान

1. लौंग गर्भावस्था के दौरान

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अत्यधिक लौंग का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि गर्भावस्था के दौरान अधिक लौंग का सेवन किया जाए तो शिशु और महिला दोनों के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।

2. लौंग के नुकसान पुरुषों के लिए

लौंग का अत्यधिक सेवन पुरुषों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यह पुरुषों में कामोत्तेजना को कम कर देता है।

अगर लौंग का ज़्यादा सेवन कर लिया जाए तो पुरुष ट्रबल ऑफ मेंटेंनिंग इरेक्शन नामक रोग से पीड़ित हो सकते हैं।

3. ब्लड शुगर के लिए

जिन लोगों के रक्त में शुगर का स्तर कम है उन्हें लौंग के अत्यधिक प्रयोग से बचना चाहिए।

अगर वे नियमित रूप से लौंग का सेवन करते रहते हैं तो उनमें ब्लड शुगर का एकदम कम हो जाने का ख़तरा हो जाता है। इस तरह उनके रक्तचाप पर भी प्रभाव पड़ता है।

4. लौंग से ब्लीडिंग का ख़तरा

लौंग हमारे रक्त को पतला बना देता है। जिन लोगों में विटामिन K की अत्यधिक कमी है उन्हें लौंग के सेवन से बचना चाहिए। लौंग ब्लीडिंग की समस्या को जन्म देता है।

5. लौंग से ऐलर्जी की समस्या

अगर आपको लौंग से ऐलर्जी है तो लौंग का बिलकुल भी सेवन नहीं करना चाहिए।

यदि आपको लौंग से ऐलर्जी नहीं है तो आप लौंग का सेवन कर सकते हैं लेकिन इस बात को ध्यान में रखें कि ये ज़्यादा ना हों। अगर आप लौंग का अत्यधिक सेवन करते हैं तो आपकी त्वचा पर जलन या लाल चकत्ते पड़ सकते हैं।

इस लेख से सम्बंधित किसी भी प्रकार के सवाल या सुझाव को आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

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