Mon. Nov 18th, 2024
    मसूद अज़हर चीन

    आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए भारत भरसक कोशिशों में लगा हुआ है। सीमा पार से आया आतंकवाद भारत के लिए मुसीबत बनता जा रहा है।

    भारत ने चीन से कहा है कि पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के सरंगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकी घोषित करने में भारत की मदद करे और इसके लिए वीटो का इस्तेमाल न करे। साथ ही भारत ने चीन को कहा है कि अपनी सरजमीं पर कट्टरपंथी परेश बरुहा को पनाह न दे।

    चीन के जन सुरक्षा अधिकारी जहो खेज्ही और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बीच आगामी भारत-चीन द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग की बैठक में आतंकवाद से जुड़े मसले पर बातचीत होगी। भारतीय प्रतिनिधित्व समूह के सदस्य ने बताया कि दोनों राष्ट्र इस समस्या से चिन्तित हैं और एक-दूसरे को सहयोग करने को तत्पर है। इससे भारत चीन सम्बन्ध में भी सुधार होगा।

    संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के सरंगना मसूद अजहर को चीन वीटो की ताकत का इस्तेमाल कर बचा लेता है। अधिकारी के मुताबिक यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ़ असम के सरंगना परेश बरुहा हाल ही में चीन की यात्रा पर था और वहां से भारत के उत्तरी पूर्व में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी की थी।

    संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्यों को वीटो का अधिकार होता है। चीन मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की भारत की राह में अड़ंगा लगाता रहा है। सूत्रों के मुताबिक चीन भी शिनजियांग में उइगर मुस्लिम चरमपंथियों को लेकर चिंतित है।

    भारतीय गृह मंत्री और चीनी जनसुरक्षा अधिकारी के मध्य मुलाकात दो चरणों में होगी। इस बैठक के दौरान साझा हित, द्विपक्षीय आतंकवाद पर सहयोग और भारत और चीन के बीच सुरक्षा के मसले पर बातचीत होगी। इस बैठक के दौरान भारत और चीन सुरक्षा सहयोग पर भी हस्ताक्षर करेगे जो दोनों राष्ट्रों के मध्य पहला सुरक्षा समझौता होगा।

    चीनी अधिकारी जहो खेजी द्विपक्षीय वार्ता के लिए 21 से 25 अक्टूबर तक भारत दौरे पर रहेंगे साथ ही वह मुंबई भी जायेंगे।

    इससे पहले भारत, भूटान और चीन की सीमा पर भारतीय सेना और चीनी आर्मी के मध्य दो माह तक संघर्ष चलता रहा था। चीनी आर्मी भूटान के डोकलाम इलाके में सड़क निर्माण कर रही थी।

    भारत और चीन की सेना के मध्य विवाद की समाप्ति के बाद दोनों राष्ट्रों की सेनाओं के मध्य ‘हैंड इन हैंड’ यानी हाथों में हाथ अभ्यास इस वर्ष चीन में आयोजित होगा।

    इसी सन्दर्भ में चीन नें हाल ही में कहा था कि हाल के समय में भारतीय सेना और चीनी सेना में सम्बन्ध अच्छे हुए हैं और दोनों सेनायें समय-समय पर मुलाकात करती हैं।

    भारतीय प्रधानमंत्री और चीनी राष्ट्रपति के मध्य इसी वर्ष अप्रैल में चीन के वुहान शहर में अनौपचारिक मुलाकात हुई थी। इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने के बाबत बातचीत हुई थी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *