मुज़फ्फरनगर पुलिस ने अभिनेता अनुपम खेर, अक्षय खन्ना और 12 अन्य लोगों के खिलाफ फिल्म “द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर” से सम्बन्ध में एक एफआईआर दर्ज़ की है।
अदालत ने इस संबंध में अपने 8 जनवरी के आदेश का पालन न करने पर आपत्ति लेने के बाद मंगलवार को कांति पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई।
वकील सुधीर कुमार ओझा जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की बायोपिक के खिलाफ शिकायत दर्ज़ कराई थी, उन्होंने अपनी दायर की याचिका में ये कहा है कि अनुपम खेर और अक्षय खन्ना जिन्होंने मनमोहन सिंह और उनके मीडिया सलाहकार संजय बारू का किरदार निभाया है, उन्होंने फिल्म के जरिये दोनों की छवि खराब करने की कोशिश की है।
ओझा ने कहा कि उन्होंने 4 फरवरी को उप-विभागीय न्यायिक मजिस्ट्रेट सबा आलम की अदालत का रुख किया था क्योंकि यह आदेश पुलिस द्वारा अनुपालन नहीं किया गया था।
ओझा ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “इस पर, अदालत ने मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के माध्यम से कांति पुलिस स्टेशन को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया, जिसके बाद पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की।”
संपर्क करने पर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आने के बाद, उन्होंने पुलिस स्टेशन को अदालत के आदेश का पालन करने का आदेश दिया।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 295, 153, 153A, 293, 504, 506, 120B और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है जो विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने, अश्लील वस्तुओं की बिक्री, शांति और आपराधिक षड्यंत्र को भड़काने के इरादे से अपमान आदि से संबंधित है।
ओझा ने अपनी शिकायत में कहा कि जिन लोगों ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा की भूमिका निभाई है, उनकी छवि को भी नुकसान पहुँचा है। उन्होंने फिल्म निर्देशक और निर्माता के खिलाफ भी शिकायत की है।
फिल्म 11 जनवरी को रिलीज़ हुई थी।