बहुविवाह प्रथा : “नवाबी शौक” को झूठा “धार्मिक” रंग देता मुस्लिम समाज
कोई भी मुस्लिम बहुपत्नीक नियमों के तहत एक वक़्त में 4 पत्नियां रख सकता है। हालाँकि मुस्लिम महिलाओं को बहुपतित्व के तहत एक वक़्त में एक से अधिक पति रखने…
कोई भी मुस्लिम बहुपत्नीक नियमों के तहत एक वक़्त में 4 पत्नियां रख सकता है। हालाँकि मुस्लिम महिलाओं को बहुपतित्व के तहत एक वक़्त में एक से अधिक पति रखने…
शरीयत के सभी कानून और धर्मगुरुओं द्वारा जारी सभी फतवे अमूमन मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ ही होते हैं। ट्रिपल तलाक, बहुविवाह, निकाह हलाला, पर्दा प्रथा जैसे तमाम कानून मुस्लिम महिलाओं…