शार्दुल ठाकुर, जो बहुत समय तक भारतीय टीम के लिए टेस्ट मैच नही खेल पाए थे और कुछ समय से ग्रोइन की चोट से जूझ रहे थे, उन्होनें अब शानदार वापसी की है। वानखेड़े स्टेडियम में मंगलवार को, सीमर ने गेंद को अच्छी गति से घुमाया और 47 रन देकर चार विकेट लिए जिससे छत्तीसगढ़ को अपने रणजी ट्रॉफी मैच की दूसरी पारी 149 रन पर ऑलआउट होना पड़ा। अपनी दोनो इनिंग में मिलाकर शार्दुल ठाकुर ने 79 रन देकर 8 विकेट लिए जिसकी बदौलत मुंबई की टीम ने सीजन के अपने आखिरी मैच में जीत दर्ज की।
हालांकि, 27 साल के इस खिलाड़ी ने यह बताया है कि चोट से वापिस लौटने के बाद राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ताओ ने उनके साथ कोई संवाद नही किया। शार्दुल ने कहा, ” किसी ने अभी तक मुझसे बात नही की हैं।” जब अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच के लिए टीम चुनी जा रही थी तो आयोजन स्थल पर गेंदबाजो का प्रदर्शन देखने के लिए कोई भी राष्ट्रीय चयनकर्ता मौजूद नही था।
हालांकि, बीसीसीआई के एक सूत्र ने ठाकुर के बयान का खंडन करते हुए टीओआई को बताया कि, नए साल की पूर्व संध्या पर नागपुर में विदर्भ के खिलाफ मुंबई के रणजी ट्रॉफी के खेल में चयनकर्ताओं ने उस समय उनसे बात की जब वह एक्शन में लौटने के लिए तैयार थे। उन्होंने कहा कि उन्हें घर पर इंग्लैंड लायंस के खिलाफ सीमित ओवर और ‘टेस्ट’ श्रृंखला के लिए भारत ए के लिए खेलने के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए।
अपने फिटनेस लेवल और गेंदबाजी के आकार की बात करते हुए शार्दुल ने कहा,” मैं हर दिन हर खेल में बेहतर हो रहा हूं। जिस तरह मैंने अपनी इंजरी से लौटने के बाद पहले मैच में विदर्भ के खिलाफ पहले और दूसरे दिन गेंदबाजी की वह बहुत अलग था। दूसरे दिन मैंने और सुधार किया था। वानखेड़े में भी मैंने अपने आखिरी मैच से अच्छा प्रदर्शन किया।”