नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की सबसे चर्चित फिल्म “ठाकरे” का ट्रेलर लांच हो गया है। मगर मेकर्स के लिए ये रास्ता इतना भी आसान नहीं था। आज सुबह ही, सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन(सीबीएफसी) ने इस फिल्म के तीन सीन और दो डायलाग पर अप्पति जताई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सीबीएफसी ने बाबरी मस्जिद वाले सीन हो हटाने की मांग की है और साथ ही उस डायलाग पर अप्पति प्रकट की है जिसमे मुंबई में रह रहे दक्षिण भारतीय समुदाय के लिए ‘यंदु गुंडू’ जैसा शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि शिव सेना के राजनेता संजय राउत जो इस फिल्म का निर्माण भी कर रहे हैं, उन्होंने कह दिया था कि मेकर्स आज की तारीख़ में ही इसका ट्रेलर लांच करेंगे। और आगे ये भी कहा कि वे फिल्म में कोई बदलाव नहीं करेंगे।
उनके मुताबिक, “जैसे बालासाहेब विवादित थे उनकी फिल्म भी वैसी ही होगी। उनके विचारों ने देश को नयी दिशा दिखाई थी। हम वही दिखायेंगे जैसे वो थे। ये कोई प्रेम कहानी नहीं है। हम किसी क़िस्म का बदलाव इस फिल्म में नहीं करेंगे।”
अब ट्रेलर की बात की जाए तो, नवाज़ुद्दीन ने शिव सेना के संस्थापक बाल केशव ठाकरे के किरदार में अपने बेहतरीन अभिनय से जान फूंक दी है। उन्होंने इस फिल्म के लिए बहुत मेहनत की है जो उनकी बोली में दिखता भी है। उन्होंने सच्चे मराठा का किरदार बखूबी निभाया है। इस फिल्म में, ठाकरे साहब की ज़िन्दगी के बहुत अहम पहलुओं को छूआ गया है।
जितना जबरदस्त इसका स्क्रीनप्ले है उतना ही रोमांचक इसका बैकग्राउंड स्कोर है। अमृता राव ने इस फिल्म में उनकी पत्नी मीना ठाकरे का किरदार निभाया है। जबसे इसका टीज़र लांच हुआ है तबसे दर्शकों में इस फिल्म को लेकर उत्साह था। किसी मुस्लिम को ठाकरे साहब के किरदार में देखना वाकई दिलचस्प होगा। ठाकरे साहब कट्टर हिन्दू थे और उन्होंने अपने समाज और धर्म के लिए काफी लड़ाइयाँ भी लड़ी थी जो इस फिल्म का मुख्य आकर्षण होगा।
अभिजित पांसे निर्देशित इस फिल्म की स्क्रिप्ट राउत ने ही लिखी है। ये फिल्म बालासाहेब ठाकरे के जन्मदिवस के दो दिन बाद यानी 25 जनवरी को अगले साल रिलीज़ होगी।
‘मांझी: द माउंटेन मैन’ और ‘मंटो’ के बाद, ये नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की तीसरी बायोपिक है।