4जी कवरेज़ की अपार सफलता के बाद अब देश 5जी सुविधा की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में सभी टेलीकॉम ऑपरेटर इस दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा चुके हैं। एक ओर जहां एयरटेल और रिलायंस जियो इस पर लगातार काम करने की घोषणा कर चुके हैं, वहीं अब सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल ने भी इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
बीएसएनएल ने अपनी तरफ से देश में 5जी सुविधा के विस्तार के लिए स्वीडिश कंपनी एरिक्सन से हाथ मिलाया है। इसके तहत कल बुधवार को एरिक्सन ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उसने 5जी सुविधाओं और इसकी एप्लिकेशन को विकसित करने ने लिए सरकारी कंपनी बीएसएनएल के साथ हाथ मिलाया है।
बीएसएनएल ने एरिक्सन के साथ अनुबंध किया है। इस अनुबंध के अनुसार बीएसएनएल एरिक्सन की मदद से 5जी सुविधा को स्वास्थ, उद्योग, ऊर्जा और कृषि जैसे क्षेत्रों तक पहुँचाने में मदद करेगी।
एरिक्सन 5जी तकनीक के ऊपर काफी समय से काम कर रही है। इसके चलते हाल ही में उसके द्वारा किए गए एक टेस्ट में उसने इस नेटवर्क से 5.7 जीबीपीएस की स्पीड प्राप्त की है। इसी के साथ 5जी के क्षेत्र में अधिकाधिक तेज़ी लाने के लिए एरिक्सन ने आईआईटी दिल्ली में एक लैब की स्थापना भी की है। इस लैब से ही एरिक्सन देश में 5जी सुविधा के तेज़ विस्तार को लेकर आगे बढ़ेगा।
इस प्रगति पर बीएसएनएल के सीएमडी अनुपम श्रीवास्तव ने बयान देते हुए कहा है कि “5जी सुविधा के आ जाने से देश में नए मौके सामने आने लगेंगे। इसी के चलते हमने एरिक्सन के साथ हाथ मिलाया है। हमारा उद्देश्य है कि 5जी सुविधा के मामले में हम देश का नेतृत्व करें।”
बीएसएनएल का यह कदम भारत सरकार की डिजिटल इंडिया प्रोग्राम में अधिकाधिक उन्नति के मार्ग खोलेगा।
मालूम हो कि एरिक्सन का अनिल अंबानी की आरकॉम के साथ लेन-देन का विवाद चल रहा है, जिसके तहत एरिक्सन को आरकॉम से 550 करोड़ रुपये लेने हैं।