रविवार, 27 अगस्त को बिहार की राजधानी पटना के गाँधी मैदान पर लाखों का हुजूम उमड़ पड़ा था। मौका था आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा बुलाई गई “भाजपा हटाओ, देश बचाओ” रैली का। आरजेडी सुप्रीमो ने मंच पर सभी गैर-एनडीए दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था। रैली में सबसे ज्यादा चर्चा इसी बात की रही कि कौन नेता आया और कौन नहीं। बिहार में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी की सहयोगी कांग्रेस के शीर्ष नेता इस रैली में शामिल नहीं हुए। माना जा रहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उपाध्यक्ष राहुल गाँधी की अनुपस्थिति में पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मनमोहन सिंह रैली में शामिल हो सकते हैं पर वह भी रैली में शामिल नहीं हुए।
रैली में शामिल नेताओं के अलावा जिस बात ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा वह थी लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप का भाषण। तेज प्रताप ने बिल्कुल अपने पिता के अंदाज में भाषण दिया और भाजपा के खिलाफ सियासी जंग का शंखनाद भी किया। अपने सम्बोधन के दौरान पूरे समय तेज प्रताप ने भाजपा पर हमलावर रुख अपनाये रखा। उन्होंने कहा कि तब तक सांस नहीं लूंगा, सोऊंगा नहीं जब तक कि भाजपा के राज को चीर कर न रख दूँ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विश्वासघाती होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि रातों रात नीतीश कुमार और सुशील मोदी एक दूसरे से प्यार कर लेते हैं। उन्होंने नीतीश कुमार पर जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया।
अपनाया लालू का अंदाज, तेजस्वी को कहा अर्जुन
तेज प्रताप ने अपना सम्बोधन में अपने पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का अंदाज अपनाया। उन्होंने कहा कि आप सबको लग रहा होगा कि मैंने पापा का भाषण चुरा लिया है। उनका अंदाज चुरा लिया है लेकिन मैं ऐसे ही बोलूँगा। भाजपा सरकार के खिलाफ जब तक मेरी आवाज देश की आवाम के दिलों में नहीं उतर जाती तब तक मैं आवाज उठाता रहूँगा। उन्हें केंद्र की मोदी सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया और नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने सृजन घोटालों से खुद को बचाने के लिए मोदी की शरण ली है।
तेज प्रताप ने अपने सम्बोधन के दौरान शंखनाद कर भाजपा सरकार के विरुद्ध सियासी युद्ध का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि युद्ध की असली शुरुआत शंखनाद से ही होती है। कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन ने मिलकर अधर्मी कौरवों के खिलाफ शंखनाद किया था। आज मैं इस मंच से भाजपा राज के खिलाफ शंखनाद कर रहा हूँ। तेजस्वी मेरा अर्जुन है और हम दोनों मिलकर भाजपा राज का अंत करेंगे। रैली से पूर्व लगे पोस्टरों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सुपुत्रों तेज प्रताप-तेजस्वी को श्रीकृष्ण-अर्जुन के रूप में दिखाया गया था और सुपुत्री मीसा भारती रानी लक्ष्मीबाई के रूप में नजर आई थी।
लालू ने दिखाई ताकत, मंच पर जुटे कई दिग्गज
पटना का ऐतिहासिक गाँधी मैदान आरजेडी समर्थकों से खचाखच भरा हुआ था। अनुमानतः 3 लाख लोगों की भीड़ गाँधी मैदान में जुटी थी। लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार के सामने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि देश में अब भी मोदी लहर है तो उन्हें आकर गाँधी मैदान में जुटी 3 लाख लोगों की भीड़ देखनी चाहिए। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी अपने सम्बोधन के दौरान नीतीश कुमार और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा और उसे हर मोर्चे पर विफल बताया।
इस रैली के मंच पर विपक्ष के कई दिग्गज नेता जुटे। जेडीयू द्वारा मिली चेतावनी के बावजूद बागी रुख अपनाये शरद यादव इस रैली में शामिल हुए और राबड़ी देवी ने उनका अभिवादन किया। लालू यादव शरद यादव के गले मिले। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी रैली में शामिल हुए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रैली में शामिल हुई। कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद और हनुमंत राव इस रैली में शामिल हुए। सीपीआई नेता डी राजा, एनसीपी के तारिक अनवर और डीएमके के एलंगोवन भी रैली में शामिल हुए। लालू यादव ने इस रैली के माध्यम से भाजपा को विपक्षी एकता का सन्देश दे दिया है।