विषय-सूचि
इन्टरनेट कण्ट्रोल मैसेज प्रोटोकॉल क्या है? (icmp definition in hindi)
चूँकि IP के पास ऐसा कोई मैकेनिज्म नहीं है जिसके द्वारा वो एरर डिटेक्शन (error detection) कर सके और कण्ट्रोल संदेश भेज सके, ICMP (इन्टरनेट कण्ट्रोल मैसेज प्रोटोकॉल) ही एरर कण्ट्रोल की जिम्मेदारी निभाता है।
इसका प्रयोग एरर की सूचना देने और एरर मैनेजमेंट सम्बन्धी क्वेरी के लिए किया जाता है।
ये एक सपोर्टिंग प्रोटोकॉल है जिसे नेटवर्क devices जैसे कि routers द्वारा एरर मैसेज भेजने और ऑपरेशन मैनेज करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर; “निवेदन की गई सर्विस उपलब्ध नहीं है” या “होस्ट या राऊटर तक नही पहुंचा जा सकता”।
सोर्स quench मैसेज
सोर्स quench मैसेज होस्ट नेटवर्क तक मैसेज भेजने के लिए ट्रैफिक रेट कम करने का निवेदन है।
हम ऐसा कह सकते हैं कि प्राप्तकर्ता होस्ट यानी कि डेस्टिनेशन जब ये डिटेक्ट करता है कि पैकेट को भेजने की गति या ट्रैफिक रेट काफी तेज है तो ये सोर्स को धीमा होने का संदेश भेजता है (जिसे quench मैसेज कहते हैं) ताकि कोई पैकेट तेज गति के कारण रास्ते में खो ना जाये।
ICMP डिस्कार्ड किये हुए पैकेट से सोर्स का IP लेता है और सोर्स quench मैसेज भेज कर सोर्स को सूचित करता है। इसके बाद सोर्स ट्रांसमिशन की गति को कम कर देता है जिस से राऊटर में congestion खत्म हो जाये।
पैरामीटर प्रॉब्लम मैसेज (parameter problem message)
जब भी पैकेट राऊटर तक आता है तो कैलकुलेट किया गया हेडर चेकसम प्राप्त हुए हेडर चेकसम के बराबर आना चाहिए तभी पैकेट को राऊटर द्वारा स्वीकार किया जाएगा।
अगर चेकसम का सही से मिलान नही हो पाता तो राऊटर उस पैकेट को वहीं ड्राप कर देता है।
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अब ICMP डिस्कार्ड हुए पैकेट से सोर्स का IP लेगा और पैरामीटर प्रॉब्लम मैसेज भेज कर सोर्स को सूचित करेगा।
टाइम exceeded मैसेज
जब कुछ फ्रेगमेंट नेटवर्क में खो जायेंगे तब राऊटर द्वारा रखे गये फ्रेगमेंट को ड्राप कर दिया जाएगा और ICMP डिस्कार्ड हुए पैकेट से सोर्स का IP लेगा। (नेटवर्क लेयर में फ्रेगमेंटेशन क्या है?)
डेस्टिनेशन अन-रीचेबल (destination unreachable)
डेस्टिनेशन अन-रीचेबल को होस्ट या फिर इसके इनबाउंड गेटवे द्वारा तब generate किया जाता है ताकि ये बताया जा सके कि किसी कारण से डेस्टिनेशन अभी पहुँच से बाहर है।
रिडायरेक्शन मैसेज (redirection message)
रिडायरेक्ट निवेदन वाले मैसेज डाटा पैकेट्स का रूट बदलने के लिए भेजे जाते हैं। ये मैसेज होस्ट को ये सूचित करता है कि वो अपना सौतिंग इनफार्मेशन को अपडेट कर ले (किसी और रूट पर पैकेट भेजने के लिए)।
उदाहरण: अगर होस्ट राऊटर R1 के द्वारा डाटा भेजना चाहता है और R1 वो डाटा R2 को भेज देता है और R2 से होस्ट तक एक डायरेक्ट रास्ता भी है। तब R1 होस्ट को एक रिडायरेक्ट मैसेज ये सूचित करने के लिए भेजेगा कि R2 के द्वारा डेस्टिनेशन तक पैकेट्स को भेजने का एक सबसे अच्छा रास्ता उपलब्ध है। इस संदेश को पाते ही होस्ट सीधा R2 के द्वारा डाटा पैकेट्स को डेस्टिनेशन तक भेजने लगेगा।
राऊटर R2 असली डाटाग्राम को उस डेस्टिनेशन तक भेजेगा। लेकिन अगर डाटाग्राम के अंदर routing सम्बन्धी सूचना है तो बेस्ट रूट उपलब्ध होते हुए भी इस मैसेज को नही भेजा जाएगा क्योंकि रिडायरेक्ट हमेशा गेटवे द्वारा ही भेजा जाना चाहिए न कि इन्टरनेट होस्ट द्वारा।
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