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    शरद यादव

    जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले एक के बाद एक पार्टी ने उनके साथियों को किनारे किया और अब जेडीयू की तरफ से बयान आया है कि अगर शरद यादव में थोड़ी सी भी शर्म बाकी हो तो वह स्वयं राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दें। यह बयान जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक की तरफ से आया है। बता दें कि शनिवार को जेडीयू ने शरद यादव को पार्टी के राज्यसभा नेता के पद से हटा दिया था। उनकी जगह आरसीपी सिंह को राज्यसभा में पार्टी का नया नेता चुना गया था। इसे नीतीश कुमार गुट का शरद यादव गुट पर हमला कहा गया था। इससे पूर्व भी शरद यादव गुट के दो अन्य नेताओं पार्टी महासचिव अरुण श्रीवास्तव और राज्यसभा सांसद अली अनवर पर पार्टी आलाकमान की गाज गिर चुकी है। अरुण श्रीवास्तव को पार्टी का सन्देश सही ढंग से ना पहुँचाने के लिए वहीं अली अनवर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाकर बर्खास्त किया जा चुका है।

    शरद यादव पर निशाना साधते हुए पार्टी प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि शरद यादव जिसे सरकारी जनता दल यूनाइटेड कह रहे हैं उसी जनता दल यूनाइटेड के 71 विधायकों की वजह से आज वो राज्यसभा सांसद है। उन्होंने कहा कि शरद यादव में अगर थोड़ी सी शर्म भी बची है तो इस लिहाज से उन्हें इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। शरद यादव का यह कहना सही है कि 2019 में जनादेश महागठबंधन को मिला था लेकिन जनता ने यह जनादेश भ्रष्टाचार के लिए नहीं दिया था। बता दें कि 19 अगस्त को बिहार की राजधानी पटना में जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है। नीतीश कुमार इस बैठक से पहले जेडीयू में उपस्थित अपने सभी विरोधियों को किनारे करने में लगे हुए हैं। उनका मुख्य उद्देश्य पार्टी मंच पर शरद यादव को कमजोर करना है। अगर शरद यादव कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं होते है तब उनको पार्टी से निकाला जाना तय माना जा रहा है।

    बता दें कि शरद यादव 10 से 12 अगस्त तक बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने 7 जिलों की यात्रा की और जनता के बीच जाकर बात की। विभिन्न मुद्दों पर उन्होंने जनता का मन टटोलने की भी कोशिश की। उन्होंने लोगों से कहा कि नीतीश कुमार के साथ वो लोग खड़े हैं जो अपना स्वार्थ साधने में लगे हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड सरकारी है। अपने गुट के बारे में उन्होंने कहा कि मेरे साथ वो लोग खड़े हैं जो जनता से जुड़े हैं और जनता की सेवा को लेकर फिक्रमंद है। मेरी जनता दल यूनाइटेड जनता की है और जनता के लिए है। माना जा रहा है कि शरद यादव नीतीश कुमार से अलग होकर अपने समर्थकों के साथ नई पार्टी का निर्माण करेंगे और लालू प्रसाद यादव की आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन करेंगे। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने स्पष्ट कहा है कि शरद यादव के नेतृत्व वाली जेडीयू के साथ उनका गठबंधन जारी रहेगा। शरद यादव ने दिल्ली में अपने आवास पर समान विचार वाले नेताओं की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हो सकता है और यह 2019 लोकसभा चुनावों के लिए केंद्रीय महागठबंधन की शुरुआत हो सकती है।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।