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    त्रिफला चूर्ण के नुकसान

    त्रिफला चूर्ण आयुर्वेद की एक महत्वपूर्ण औषधि है और यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी मानी गई है। वैसे तो आयुर्वेदिक औषधियां दुष्प्रभाव से मुक्त होती है किन्तु यह बात त्रिफला चूर्ण पर अपवाद साबित होती है।

    यदि सीमित मात्र में त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल किया जाए, तो यह फायदेमंद होता है। लेकिन, कई स्थितियों में त्रिफला चूर्ण का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए नुकसान भरा हो सकता है।

    विषय-सूचि

    त्रिफला चूर्ण के नुकसान

    • निर्जलीकरण की समस्या

    यदि लगातार अत्यधिक मात्रा में त्रिफला चूर्ण का सेवन किया जाए, तो यह हमारे शरीर को निर्जलीकरण की स्थिति में पहुँचा सकता है।

    त्रिफला चूर्ण आमाशय की सफ़ाई करके पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाता है किंतु वह सफ़ाई के लिए अत्यधिक जल का इस्तेमाल कर लेता है जिससे शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

    • त्रिफला चूर्ण से पेट संबंधी समस्यायें हो सकती हैं

    त्रिफला चूर्ण के अत्यधिक सेवन से पेट संबंधी समस्याएं हो जाती है। अधिकतर लोग पेट में सूजन या दबाव की समस्या की शिकायत करते हैं जो वास्तव में त्रिफला चूर्ण के सेवन से होती हैं।

    कब्ज के निवारण के लिए त्रिफला चूर्ण के सेवन की सलाह दी जाती है। किन्तु यदि व्यक्ति अत्यधिक मात्रा में लगातार त्रिफला चूर्ण का सेवन करता ही रहता है तो दस्त या अतिसार की समस्या हो सकती है।

    • त्रिफला चूर्ण से एलर्जी की समस्या

    त्रिफला चूर्ण के सेवन से कई बार व्यक्ति को एलर्जी की समस्याओं से झुझना पड़ता है।

    यदि आप निरंतर त्रिफला चूर्ण का सेवन कर रहे हैं और इस बीच आपको साँस लेने में बाधा, गले में सूजन, खुजली, त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते या मुँह में सूजन आदि की समस्या दिखाई पड़े तो तुरंत त्रिफला चूर्ण के सेवन को बंद कर देना चाहिए।

    • त्रिफला चूर्ण के नुकसान गर्भवती महिला के लिए

    गर्भ के समय महिला को त्रिफला चूर्ण के सेवन के लिए मना किया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह बच्चे के विकास पर विपरीत प्रभाव डालता है।

    त्रिफला चूर्ण के सेवन से गर्भस्राव की संभावना बढ़ जाती है अतः गर्भवती महिला को इसके सेवन से पूर्णतः बचना चाहिए।

    • त्रिफला चूर्ण से आँतों में समस्या होती है

    पाचन क्रिया में त्रिफला चूर्ण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। किन्तु यदि त्रिफला चूर्ण का अत्यधिक सेवन किया जाए तो यह आंतों में समस्या उत्पन्न करता है।

    अत्यधिक त्रिफला चूर्ण के प्रयोग से अतिसार की समस्या हो जाती है और आँतों में सूजन आ जाती है।

    • त्रिफला चूर्ण से अनिद्रा की समस्या

    त्रिफला चूर्ण के अत्यधिक सेवन से लोगों को अक्सर अनिद्रा की शिकायत हो जाती है। यह स्वाभाविक सी बात है कि जब हम किसी समस्या के निवारण के लिए किसी वस्तु पर निर्भर हो जाते हैं तो हमारा शरीर उस वस्तु का आदी हो जाता है। और धीरे धीरे उस वस्तु का असर लगभग खत्म ही हो जाता है।

    इस प्रकार उसके दुष्प्रभाव कुछ समय बाद सामने आना शुरू हो जाते हैं और व्यक्ति नयी नयी समस्याओं से घिर जाता है।

    • एंज़ाइम्स पर प्रभाव

    त्रिफला चूर्ण का निरंतर अत्यधिक सेवन करना एंज़ाइम्स की सुचारू कार्यविधि के लिए हानिकारक होता है। यह पी-450 एंज़ाइमों की कार्यप्रणाली को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।

    त्रिफला चूर्ण कुछ दवाइयाँ जैसे परसेटोमोल, कैफीन, वफ़रिन आदि के असर को भी कम करता है जिससे कि व्यक्ति इन दवाइयों से बुखार या अन्य समस्याओं में लाभ नहीं ले पाता है।

    त्रिफला चूर्ण का प्रयोग सुबह खाली पेट करना ही अधिक लाभकारी होता है किंतु वह भी एक निश्चित मात्रा में।

    • त्रिफला चूर्ण से वजन घटने की समस्या

    जो लोग त्रिफला चूर्ण का सेवन पेट साफ करने जैसी चीज़ों के लिए करते हैं और वे मोटे नहीं हैं तो उनके लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन निराशाजनक हो सकता है क्योंकि यह तेज़ी से वज़न को घटाता है।

    त्रिफला चूर्ण पेट की सफ़ाई करता है जिससे कि हानिकारक तत्व नष्ट हो जाते हैं। इस प्रक्रिया में यह आपका वजन घटाता है किन्तु यदि आपका वजन पहले से ही कम है तो आपको त्रिफला चूर्ण के सेवन को तुरंत बंद कर देना चाहिए।

    • त्रिफला चूर्ण से दस्त की समस्या

    जिन लोगों को कब्ज की समस्या है उनको त्रिफला चूर्ण का सेवन एक निश्चित मात्रा में ही करना चाहिए।

    यदि आप को ठीक प्रकार से मलत्याग हो रहा है तो आपको त्रिफला चूर्ण का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह मल को नर्म कर देता है जिससे कि दस्त की समस्या हो सकती है।

    • त्रिफला चूर्ण से शुगर के स्तर में बढ़ोतरी

    यदि आप नियमित रूप से त्रिफला चूर्ण का सेवन कर रहे हैं और आपको अचानक शुगर के स्तर में बढ़ोतरी लगने लगे तो आपको तुरंत त्रिफला के सेवन को बंद कर देना चाहिए।

    अध्ययनों से यह बात पता चलती है कि त्रिफला के सेवन से शुगर के स्तर में बढ़ोतरी हो जाती है।

    इस लेख में हमने बताया कि त्रिफला चूर्ण के नुकसान क्या हो सकते हैं?

    हालाँकि आप एक नियंत्रित मात्रा में त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल लगातार कर सकते हैं। यदि इसके नुकसान ज्यादा दिखाई दें, तो आप डॉक्टर के पास जाएँ।

    इस विषय के बारे में यदि आपके मन में कोई सवाल है, तो आप उसे कमेंट के जरिये हम से पूछ सकते हैं।

    19 thoughts on “त्रिफला चूर्ण के 11 गंभीर नुकसान”
    1. त्रिफला चूर्ण के इतने नुकसान क्यों हैं? त्रिफला एक औषधि होती है, औत औषधि के नुकसान नहीं होते.

    2. trifala churn ko rojana doodh garm ke sath le sakte hain right? aur iske saath patanjali ka ashwagandha bhi lena chahiye ya phir nahi? please answer my query.

    3. त्रिफला चूर्ण के साथ क्या नहीं लेना चाहिए? क्या दूध के साथ पीने से कोई हर्ज है?

    4. maine trifala chooran kaa zyaada istemaal kar liya tha isse meranirjalikaran ho gayaa or main behosh ho gyaa tha we should use it in limited amount

    5. trifalaa chooran se vajan kam hotaa hai . main motaa hoon to kyaa main vajan kam karne ke liye trifala chooran khaa sakta hon kyaa?

    6. त्रिफला चूर्ण से तो बहुत नुकसान भी है। फिर तो इसे नही खाना चाहिये।

    7. Kya trifala churn se nirjali karan hota h jisse urine kam ata hai muje javab de plz jisko bhi y pta h plz javab de

    8. अत्यधिक या अनुचित उपयोग से तो अधिकांश ओषधियां नुकसान कर सकती है। परंतु जिस प्रकार ये लेख लिखा गया है लगता है किसी विशेष कारण से ऐसा किया गया है। जब आप नुकसान बता रहे है तो लाभ कौन बताया या वो लिखने वाले को पता ही नहीं शायद।
      कृपया भेद भाव पूर्ण या अनुचित न लिखे। आपका लेख संतुलित होना चाहिए।

      1. यह ले किसी मुल्ले ने लिखा है जो भारतीय संस्कृति के खिलाफ हमेशा लिखता हुआ आया है इसको हमें कड़ी शब्दों में जवाब देना चाहिए

      2. Ye sajish hai, the Indian wire bika hai, vidishi doctors ka, isliye ye likha hai, mere dada ji, 85 years ke hai, or 20 saal se lgaatar 3 gm trifla subha khali pet lete hai, aaj tak koi bimari nahi, na chasma, na kabaj, or 5 km morning evening walhk

    9. मेरा पेट साफ़ नहीं होता तिरफलआ का प्रयोग कैसे करूँ

    10. मुझे कब्ज़ रहती है सुबह खली पेट एक चमच त्रिफला ले लेता हूँ इसके खाने के कितनी देर बाद चाय ले सकते हैं मैं तकरीबन डेड या दो घंटे के बाद चाय लेता हूँ. कृपया बताएं के ये ठीक है

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