सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवने ने बुधवार को कहा कि अनुच्छेद-370 को रद्द करना एक ऐतिहासिक कदम है और इससे जम्मू एवं कश्मीर को मुख्यधारा में लाते हुए भारत के साथ एकीकृत करने में मदद मिलेगी। भारतीय सेना दिवस पर सेना प्रमुख ने कहा, “अनुच्छेद-370 निरस्त करने से पश्चिमी पड़ोसी द्वारा छेड़े गए छद्म युद्ध बाधित हुआ है।”
जनरल नरवने ने कहा, “हमारी आतंकवाद के प्रति शून्य-सहिष्णुता है। हमारे पास आतंक को बढ़ावा देने वालों का मुकाबला करने के लिए कई विकल्प हैं और हम उनका उपयोग करने में संकोच नहीं करेंगे।”
इस दौरान जनरल नरवने ने दिल्ली छावनी क्षेत्र के परेड मैदान में जवानों को पदक प्रदान किए।
इस अवसर पर एक महिला भारतीय सेना की कप्तान तान्या शेरगिल, जो चौथी पीढ़ी के भारतीय सेना परिवार से हैं, ने इस आयोजन में एक पुरुष-परेड का नेतृत्व किया।
इससे पहले दिन में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, नरवने, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर. के. भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, “सेना दिवस पर भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं। आप हमारे देश का गौरव हैं, हमारी स्वतंत्रता के प्रहरी हैं। आपके असीम बलिदान ने हमारी संप्रभुता को सुरक्षित किया है, हमारे देश का गौरव बढ़ाया है, देश के लोगों की रक्षा की है। जय हिंद!”
मोदी ने हिंदी में ट्वीट किया, “भारत की सेना मां भारती की आन-बान और शान है। सेना दिवस के अवसर पर मैं देश के सभी सैनिकों के अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम को सलाम करता हूं।”