भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पियो से मुलाकात की थी। नई दिल्ली और वांशिगटन व्यापार वार्ता के बाबत समझौते के काफी नजदीक पंहुच गए हैं और इसी दौरान दोनों मंत्रियो की मुलाकात हुई है।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता
विदेश मंत्री तीन दिनों की अमेरिका की यात्रा पर है और इस दौरान वह अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रोबर्ट ओ ब्रायन से भी मुलाकात करेंगे। दोनों देशो के बीच व्यापार तनाव जून में शुरू हुआ था जब अमेरिका ने भारत से व्यापार तरजीह देश का दर्जा छीन लिया था।
इसकी प्रतिक्रिया में भारत ने अमेरिका के सेब और बादाम सहित 28 उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क थोपा था। जीएसपी का भारत एक बहुत बड़ा लाभार्थी रहा है। यह डिजाईन अमेरिकी ग्राहकों को विकासशील देशो के उत्पादों को बेचने के लिए मदद के लिए बनाया गया था।
यूएनजीए सम्मेलन के इतर प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के साथ एक साझा प्रेस कांफ्रेंस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका और भारत जल ही व्यापार समझौते को मुकम्मल कर लेंगे।
अमेरिका और चीन के बीच भी व्यापार युद्ध का दौर जारी है और दोनों वैश्विक महाशक्तियो के बीच टकराव का सीधा असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि भारत और अमेरिका ने अपने व्यापारिक मुद्दों को सही स्वरूप देने में उल्लेखनीय प्रगति की है और दोनों पक्ष समझदारी या अनुबंध तक जल्द पहुंचने को लेकर काफी हद तक आशान्वित हैं।
भारत और अमेरिका ने बीते तीन-चार वर्षो में व्यापार को बढ़ाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है और व्यापार घाटे को भी कम किया है।