फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रोन ने गुरुवार को कहा कि “कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है और कश्मीर मुद्दे से सम्बंधित हिंसा को रोकने या प्रोत्साहित करने के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरुरत नहीं है।”
राष्ट्रपति मैक्रोन ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे कश्मीर और जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में सब बताया था। मैंने कहा कि पाकिस्तान और भारत को मिलकर इसका समाधान निकालना चाहिए और किसी भी तीसरे पक्ष को इसमें हस्तक्षेप या हिंसा उकसाना नहीं चाहिए।”
एएनआई की खबरों के मुताबिक, मैक्रोन ने भारतीय संविधान से अनुच्छेद 370 को हटाने का निर्णय भारत की संप्रभुता की तहत है जो जम्मू कह्स्मिर को एक विदेश राज्य का दर्जा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे भारत द्वारा हाल ही में लिए गए निर्णय के बारे में बताया और यह उनकी संप्रभुता के अधीन है।”
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि “यह महत्वपूर्ण है कि जम्मू और कश्मीर में शांति कायम रहे। मैं कुछ दिनों के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि इस मामले पर बातचीत सिर्फ द्विपक्षीय स्तर पर होनी चाहिए।”
मैक्रोन ने लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा की जीत और सीधे दूसरी दफा भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के लिए पीएम मोदी को बधाई दी थी।