आगामी लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही, लालू प्रसाद यादव के परिवार में घमासान की शुरुआत होने के साथ ही बड़े बेटे तेज प्रताप ने अपनी खुद की पार्टी “लालू राबरी मोर्चा” का एलान कर दिया हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह नई पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में सम्भावत 20 सीटों पर लड़ सकती हैं।
तेज प्रताप यादव, जिन्होंने पिछले हफ्ते ही आरजेडी के युवा विंग से इस्तीफा दिया था, उन्होंने निश्चीत किया कि उनका यह फैसला उनके और उनके छोटे भाई व आरजेडी चीफ तेजस्वी यादव के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए लिया गया हैं।
उन्हेंने पटना में रिपोर्टरों से बातचीत के दौरान कहां कि, मैं अपनी खुदकी पार्टी लालू राबरी मोर्चा का गठन करूंगा। तेज प्रताप ने तेजस्वी पर निशाना करते हुए कहां कि तेजस्वी चापलूसों से घिरे हुए हैं जो उनके भाई को उनके खिलाफ भड़का रहे हैं।
तेज प्रताप को उनके महाभारत के प्रति रुचि के लिए जाना जाता हैं, उन्होने एक बार फिर महाभारत के एक दृश्य का उपयोग किया कि उन्हे कैसे पार्टी में नजरअंदाज किया जा रहा हैं।
उन्हेंने कहां जैसे पांडवों ने अपने पांच गांव के बारे में पुछा था, वैसे ही मैंने अपनी दो सीटों के बारे में पुछा मगर मुझे इसका जवाब नही मिला।
उन्होने कहां कि वह अपने भाई से हो रही अहंकार की लडाई से कभी कभी बहुत दुखी हो जाते हैं, जो कि लालू के पसंदीदा राजनीतिक उतराधिकारी हैं।
हाल ही का झगड़ा तेज प्रताप द्वारा अपने दो करीब सहयोगियों के लिए दो सीटों की मांग पर हुआ था जोकि पार्टी द्वारा नही मानी गई।
इसके बजाय आरजेडी ने उनके ससुर चंद्रिका राय को जोकि आठ बार विधायक रह चुके हैं उनको महत्वपूर्ण सारण सीट दी। जबकि तेज प्रताप तलाक की अर्जी दे चुके हैं।
उन्होेंने कहां कि सारण सीट से उम्मीदवार कोई बाहरी नही होना चाहिए।
फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए आरजेडी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहां कि सीट से उम्मीदवार उनकी माँ राबरी देवी के बजाए होनी चाहिए।