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    फिलीपीन्स आसियान

    भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान सम्मेलन के लिए फिलीपीन्स में है। यहां पर मोदी ने मंगलवार को वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फक और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल से मुलाकात की। इसके अलावा पीएम मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से भी मिले।

    इनके बीच हुई मुलाकातों को काफी अहम माना जा रहा है। इनकी मुलाकात को चीन के परिदृश्य में देखा जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि चीन को घेरने के लिए पीएम मोदी व अन्य देशों के प्रमुखों ने मुलाकात की।

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    वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया व फिलीपीन्स के साथ चीन का दक्षिण चीन सागर को लेकर विवाद काफी गहरा है। हालांकि फिलीपीन्स में आसियान सम्मेलन के दौरान दक्षिण चीन सागर विवाद को नहीं उठाया गया।

    पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अलग से मुलाकात न करके अन्य देशों के प्रमुखों के साथ अलग से मुलाकात की है। इसे भारत की चीन के खिलाफ कूटनीतिक रणनीति के तहत देखा जा रहा है।

    चीन को घेरने की तैयारी में मोदी

    पीएम मोदी और फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते की बैठक के बाद दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर दस्तखत हुए। इनमें एक समझौता रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का भी है।

    आसियान के दौरान चीन व वियतनाम के बीच में भी बैठक हुई। इस दौरान इन्होंने दक्षिण चीन सागर में आपसी सहमति व शांति से टकराव खत्म करने पर सहमति जताई है। आसियान के दौरान भारत, अमेरिका, जापान व ऑस्ट्रेलिया का साथ आना व चतुष्कोणीय बैठक करना चीन की चिंता को बढ़ा रहा है।

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    पीएम मोदी भी चीन के खिलाफ रणनीति बनाने में लगे हुए है। भारत का प्रमुख रूप से साथ अमेरिका दे रहा है जो कि दक्षिण चीन सागर पर भारत की भूमिका को लेकर वकालत भी कर रहा है।

    इससे पहले सोमवार को पीएम मोदी व डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मे द्विपक्षीय वार्ता सम्पन्न हुई थी। इस दौरान चर्चा हुई कि दोनों देश एशिया और मानवता के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।