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    भारत अमेरिका

    भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मनीला में आसियान शिखर सम्मेलन में गए हुए है। यहां पर मोदी ने कई देशों के नेताओं के साथ मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान मनीला में द्विपक्षीय बैठक भी आयोजित हुई।

    दोनों की बैठक के बाद अब व्हाइट हाउस ने ट्रम्प-मोदी की मुलाकात पर बयान दिया है। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के तहत भारत-अमेरिका के संबंधों को मजबूती मिली है। आगे भी ट्रम्प सरकार की तरफ से मोदी सरकार के साथ संबंध को अधिक मजबूती प्रदान की जाएगी।

    क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों, व्यापार, अर्थव्यवस्था और आतंकवाद सहित कई मुद्दों पर ट्रम्प व मोदी के बीच में वार्ता हुई है। जिससे भारत व अमेरिका के बीच दोस्ती मजबूत हुई है।

    अमेरिका व भारत के बीच गहरी दोस्ती

    व्हाइट हाउस के प्रिंसिपल उप-प्रेस सचिव राज शाह ने सोमवार को भारतीय संवाददाताओं के समूह को कहा कि भारत लोकतंत्र के प्रति साझा प्रतिबद्धता दिखाता है। वहीं आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका का शुरूआत से ही भारत सहयोगी रहा है। दोनों देशों के लिए आतंकवाद एक प्रमुख समस्या है।

    शाह ने कहा कि अमेरिका व भारत को अपने संबंधो पर हमेशा कायम करना चाहिए और किसी अन्य आकस्मिक संबंध पर नहीं होना चाहिए। शाह ने आगे कहा कि भारत व अमेरिका के बीच काफी सारी चीजें आम व समान है। जबकि चीन व अमेरिका के बीच में ऐसा नहीं है।

    ट्रम्प अन्य देशों की तुलना में भारत को प्राथमिकता देते है और साथ ही मोदी को पसंद भी करते है। ट्रम्प, मोदी से काफी प्रभावित है। दोनों नेता एक-दूसरे को पसंद करते है। एक साल के अंदर ट्रम्प व मोदी के बीच में चार बार मुलाकात हो चुकी है। जो कि दोनो देशों की मजबूती व संबंधों को दर्शाती है।

    शाह ने कहा कि भारत व अमेरिका के बीच में आतंकवाद के अलावा व्यापार व आर्थिक मुद्दों को भी शामिल किया गया है जिसमें दोनों देशों के बीच वार्ता होती है। इसके अलावा चीन मुद्दे पर कहा कि चीन की वजह से अमेरिका को काफी व्यापारिक घाटा हो रहा है।