Wed. Apr 24th, 2024
    मोदी सरकार

    केंद्र ने पिछले एक वर्ष में पुरे भारत में 25 शहरों और कस्बों के पुनः नामकरण की अनुमति दे दी है। इलाहाबाद और फैज़ाबाद दो ऐसे शहर हैं जिनको हाल ही में इस सूचि में जोड़ा गया है।

    पश्चिम बंगाल का नाम बदलने को ले के भी सरकार के पास कई प्रस्ताव आए। पश्चिम बंगाल का नाम बदल कर “बांग्ला” रखने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास अब भी लंबित है क्योकि इन प्रस्तावों को कई मंत्रालयों और विभागों से हो कर गुजरना पड़ता है।

    पीटीआइ को दिए एक इंटरव्यू में गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले एक साल में भारत के 25 गाँवो और शहरों के नाम को बदलने की अनुमति केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा दे दी गई। हालाँकि इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैज़ाबाद का नाम बदल कर अयोध्या करने का प्रस्ताव अभी उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जाना बाकि है।

    वैसे कुछ शहर और गाँवो जिनका पुनः नामकरण किया जा चुका है उनमे शामिल हैं।

    राजमुंदरी आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में स्थित है जिसका नाम राजमेंदंद्रम रखा गया है।

    ओडिशा के भद्रक जिले में स्थित आउटर व्हीलर को एपीजे अब्दुल कलम द्वीप में बदल दिया गया।

    केरल के मलप्पुरा जिले में एरिक्कोड का नाम बदल कर एरिकोड रखा गया है।

    हरियाणा के जिंद जिले पिंडारी अब पांडु-एरिक्डरा के नाम से जाना जायेगा।

    और नागालैंड के किपशायर जिले में साम्फूर की जगह अब सांफुर से जाना जायेगा।

    हाल ही में कुछ और शहर जिनका नाम बदलने की अनुमति केन्द्र सरकार और मंत्रालयों द्वारा दी जा चुकी है
    उनमे महाराष्ट्र के लांडगेवाडी को बदल कर नर्सिंगहागाओं, हरियाणा के रोहतक जिले के गढ़ी संपला को बदलकर सर छोटू रामनगर कर दिया गया है।

    हलाकि कचहरिगाँव का नाम बदलकर फेहमा रखने से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इंकार कर दिया है। जो की
    नागालैंड के दीमापुर जिले में है।

    एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय संविधान में लिखे नियमो और अनुच्छेदों को ध्यान में
    रखते हुए नाम बदलने की प्रक्रया को अंजाम देती है।

    भारतीय गृह मंत्रालय नाम बदलने की इस प्रक्रिया की अनुमति भारतीय रेल मंत्रालय, भारतीय डाक विभाग
    और भारतीय सर्वेक्षण विभाग की सहमति पर लेता है।

    इन विभागों को यह सुनिश्चित करना होता है कि प्रस्तावित नाम के समान्तर कोई और नाम उनकी सूचि में न हो।

    नाम बदलने की प्रक्रिया में संविधान के संसोधन की प्रक्रिया से हो कर भी गुजरना पड़ता है, साथ ही साथ संसद में बहुमत भी साबित करना होता है।

    पश्चिम बंगाल का नाम बदल कर “बांग्ला” करने का प्रस्ताव पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दिया गया है। गृहमंत्रालय ने इस प्रस्ताव पर विचार करते हुए इसे भारतीय विदेश मंत्रालय को भेजा है ताकि पता लगाया जा सके कि पड़ोसी देशो में इस नाम का कोई शहर न हो।

    गुरुवार को गुजरात के मुख्य मंत्री विजय रुपानी ने कहा कि अहमदाबाद का नाम बदलकर कर्णावती करने पर सरकार विचार कर रही है और यह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावो से पहले प्रस्तावित हो सकता है।

    वही गुरुवार को बीजेपी नेता राजा सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो हैदराबाद सहित तेलंगाना के अन्य शहरों का नाम बदल कर देश के महापुरुषो के नाम पर रखा जाएगा।

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