Wed. Nov 6th, 2024
    हिमाचल प्रदेश चुनाव

    हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में बमुश्किल एक सप्ताह का समय शेष रह गया है। हिमाचल प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, सत्ताधारी दल कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा की बेचैनी बढ़ती जा रही है। कांग्रेस हिमाचल की सत्ता में बने रहने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है वहीं भाजपा 5 वर्षों के सियासी वनवास के बाद सत्ता वापसी को बेकरार है। हिमाचल की सर्द वादियों में चुनावी सरगर्मियों से से सियासी दलों के पसीने छूट रहे हैं। सत्ता पाने की जद्दोजहद में भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ जुबानी जंग छेड़ रखी है और सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों की नजरें हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों पर लगी हैं क्योंकि इसे 2019 लोकसभा चुनावों की शुरुआत माना जा रहा है।

    तेज हुई जुबानी जंग

    जैसे-जैसे चुनावी तिथि नजदीक आती जा रही है दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। भाजपा आलाकमान लगातार अपने शीर्ष नेताओं को हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार में उतार रहा है वहीं कांग्रेस के कई दिग्गज राज्य में डेरा जमा कर बैठ गए हैं। शांता कुमार, प्रेम कुमार धूमल, जे पी नड्डा जैसे वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं में पहुँच, संगठन में पकड़ और लोकप्रियता के दम पर भाजपा की सियासी राह आसान बनाने में जुटे हैं वहीं अनुराग ठाकुर सरीखे युवा नेता युवा वर्ग को साधने की कोशिशों में जुटे हैं। हिमाचल की प्रदेश इकाई में उठे बगावती सुरों के बाद कांग्रेस काफी सावधानी बरत रही है और चुनाव प्रचार का जिम्मा पूरी तरह से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के कन्धों पर है। सहयोगी की भूमिका में रणदीप सुरजेवाला, नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह सरीखे नेता है।

    जुमला बाबू है पीएम मोदी : सुरजेवाला

    हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के स्टार प्रचारक की भूमिका निभा रहे हरियाणा कांग्रेस विधायक रणदीप सुरजेवाला ने तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी जुमला बाबू है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में सेब पर इम्पोर्ट ड्यूटी लगाने का वादा किया था। उन्होंने राज्य में बेहतर रेल नेटवर्क लाने का वादा भी किया था मगर उनका वादा सिर्फ एक जुमला बनकर रह गया है। जुमला बाबू नरेंद्र मोदी हर बार एक नया जुमला लेकर आते हैं। नरेंद्र मोदी इस बात का जवाब भी नहीं दे रहे हैं कि जय शाह की कंपनी का टर्नओवर 16,000 गुना कैसे बढ़ गया। अगर वह पीडीएस घोटालों के बारे में भी बता देते तो बेहतर होता। नरेंद्र मोदी सिर्फ बातें और वादें करते हैं जिसका जमीनी हकीकत से कोई लेना-देना नहीं होता है।”

    हिमाचल प्रदेश चुनाव
    रणदीप सुरजेवाला ने साधा पीएम मोदी पर निशाना

    कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की सत्ताधारी मोदी सरकार ने सीबीआई को तोता बना दिया है जो उसके कहे अनुसार कर रही है। सीबीआई आज भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है। कांग्रेस के लगातार गिरते प्रदर्शन पर सुरजेवाला ने कहा, “जब राजीव गाँधी प्रधानमंत्री थे उस दौर में भाजपा का प्रदर्शन कांग्रेस के आज के प्रदर्शन से काफी बुरा था। इसके बावजूद भी राजीव गाँधी ने कभी भाजपा का मजाक नहीं उड़ाया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी कांग्रेस की विचारधारा को आगे ले जाना का माद्दा रखते हैं और वह इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए सुरजेवाला ने कहा कि मोदीजी आने वाले हैं इसलिए भाजपा के लोग अब अच्छे दिन आने की बात करेंगे।

    हिमाचल की जनता कांग्रेस का सच जानती है : अनुराग

    भाजपा की और से मोर्चा सँभालते हुए मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल के पुत्र और हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस का सच जानती है। कांग्रेस के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं और जमानत पर बाहर हैं। उनकी इस बात पर सुरजेवाला भड़क गए और उन्होंने कहा, “प्रेम कुमार धूमल और अनुराग ठाकुर भी जमानत पर बाहर हैं। केंद्र सरकार ने वीरभद्र सिंह की बेटी के शादी के मौके पर सीबीआई को भेज दिया था। चुनावों में हिमाचल प्रदेश की जनता इसका फैसला करेगी कि कौन जमानती है और कौन नहीं।” अनुराग ठाकुर ने रणदीप सुरजेवाला के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए माफी मांगने को कहा और कहा कि प्रेम कुमार धूमल और उन पर कोई मुकदमा नहीं है। रणदीप सुरजेवाला ने अनुराग ठाकुर पर तथ्यों को घूमने का आरोप लगाया।

    हिमाचल प्रदेश की मौजूदा कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी थी जबकि सत्ताधारी कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार से ही फुर्सत नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासनकाल में हिमाचल प्रदेश में रेल नेटवर्क का जाल बिछा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सम्पूर्ण भारत में ‘भ्रष्टाचार मुक्त, विकास युक्त’ शासन दिया है। मध्य प्रदेश में हुए व्यापम घोटाले की जाँच चल रही है। आरोपियों पर मुकदमा भी चल रहा है।

    केंद्र की सत्ताधारी मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि कालेधन पर रोक लगाने के लिए भाजपा सरकार ने कठोर निर्णय लिए और कमेटी भी बनाई। लोगों को उचित टैक्स भरकर काला धन सफेद बनाने का मौका दिया गया। हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुए वीरभद्र सिंह सरकार के मंत्री अनिल शर्मा के पिता सुखराम के विषय में बोलते हुए अनुराग ने कहा कि उनका मामला अदालत में है। उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष का नाम लिया है जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि उनके साथ किसकी मिलीभगत थी। आरोप साबित होने पर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

    मजबूत दिख रही है भाजपा

    हिमाचल प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसने के झटके से कांग्रेस अभी उबर नहीं पाई थी कि राज्य सरकार और पार्टी संगठन में उभरे मतभेद सतह पर आ गए। कांग्रेस आलाकमान ने हस्तक्षेप कर किसी तरह से इस मामले का हल निकाला तो वीरभद्र सिंह सरकार में मंत्री रहे अनिल शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता सुखराम ने भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया। भाजपा अपने सभी शीर्ष नेताओं और बड़े चेहरों को हिमाचल प्रदेश के सियासी दंगल में उतारकर फतह हासिल करने की हरसंभव कोशिश कर रही है। 95 फीसदी हिन्दू आबादी वाले हिमाचल में मतदाताओं को लुभाने के लिए भाजपा ने देश में हिंदुत्व के सबसे बड़े चेहरे योगी आदित्यनाथ को भी चुनावी प्रचार अभियान में शामिल किया था।

    हिमाचल प्रदेश चुनाव
    अनिल शर्मा ने थामा भाजपा का दामन

    भाजपा हिमाचल प्रदेश में उसके कोर वोटबैंक माने जाने वाले सवर्ण समाज के वोटरों को साधने की हर मुमकिन कोशिश करती नजर आ रही है। चुनावों से ऐन पहले भाजपा आलाकमान की पहली पसंद जे पी नड्डा की जगह प्रेम कुमार धूमल की उम्मीदवारी की घोषणा इस बात का सबूत है। हिमाचल प्रदेश में राजपूत समाज किंग मेकर की भूमिका में है और धूमल राजपूत समाज से ही आते हैं। जे पी नड्डा ब्राह्मण समाज से आते है जो आबादी के लिहाज से हिमाचल प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा मतदाता वर्ग है। नड्डा-धूमल की जोड़ी हिमाचल प्रदेश की सियासत में 55 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले सवर्ण मतदाताओं को साधने का प्रयास कर रही है। ओपिनियन पोल के ताजा रुझान भी भाजपा के पक्ष में है। अब सबकी निगाहें इस ओर टिकी हैं कि क्या कांग्रेस सूबे में अपनी सरकार बचाने में सफल रहेगी या फिर हिमाचल की वादियां भगवे रंग में रंग जायेंगी।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।