कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि केंद्र सरकार देश के बड़े संस्थानों की स्वायत्तता पर हमले कर उन्हें ख़त्म कर रही है।
वित्त मंत्री ने UPA सरकार के दौरान बेहिसाब लोन देने पर RBI को आलोचना की थी उसके बाद कांग्रेस ने इसे देश की सबसे बड़ी वाणिजियक संस्था RBI का अपमान बताया और अरुण जेटली के माफ़ी की मांग की।
सीनियर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने जेटली पर RBI के कार्यप्रणाली में अनावश्यक दखल देने का आरोप लगाया, जिसके बाद खबर उठी थी कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
फिलहाल जेटली और सरकार की तरफ से कांग्रेस के आरोपों पर कोई जवाब नहीं आया है।
कांग्रेस के आरोपों के बाद पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि CBI के बाद अब RBI की बारी है। सरकार देश के सभी संस्थानों को एक एक कर ख़त्म करती जा रही है। देश के संस्थानों पर सरकार के इस सॉर्जिकल स्ट्राइक के खिलाफ देश के लोगों को आवाज उठानी चाहिए।
After CBI it is the turn of RBI. The govt is hell bent on destroying all the institutions of our country. High time the people woke up to these surgical strikes against our own institutions.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) October 31, 2018
यशवंत सिन्हा ने ये भी कहा कि अगर सरकार RBI के कामकाज में दखल देना बंद नहीं करती तो RBI के गवर्नर को तुरंत स्तीफा दे देना चाहिए।
If indeed govt has issued directives to the RBI then its governor should resign forthwith.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) October 31, 2018
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि जेटली रिजर्व बैंक की कार्यप्रणाली में हस्तक्षेप कर इसकी मौद्रिक निति को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं।
राहुल गांधी नें इस मुद्दे पर सरकार को घेरा और इस बारे में ट्वीट किया।
Nice that Mr Patel is finally defending the #RBI from Mr 56. Better late then never. India will never allow the BJP/ RSS to capture our institutions.https://t.co/pdpIPRJvFs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 29, 2018
गौरतलब है कि वित् मंत्री अरुण जेटली ने 2008 से 2014 के दौरान अंधाधुंध लोन देने की समीक्षा नहीं करने के कारण रिजर्व बैंक की आलोचना की थी और वर्तमान समय में बढे NPA के लिए UPA सरकार के दौरान RBI की निति को जिम्मेदार ठहराया था।
जिसके बाद कांग्रेस ने रिजर्व बैंक के कार्यप्रणाली में अनावश्यक हस्तक्षेप का आरोप लगते हुए जेटली की आलोचना की।