पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर आजकल शनि की दशा चल रही है। उनकी खुद की पार्टी कांग्रेस उन्हें घेरे हुई है। मगर उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने अपने पति के बचाव में कहा है कि उनके बयां को गलत तरीके से लिया जा रहा है।
सिद्धू हाल ही में करतारपुर कॉरिडोर की सेरेमनी का हिस्सा बनने पाकिस्तान गए थे जिसके कारण उन्हें भारत में कई लोगो की निंदा का शिकार होना पड़ा। अपना बचाव करते हुए उन्होंने कह दिया था कि वे राहुल गाँधी के कहने पर पाकिस्तान गए क्योंकि वे ही उनके कप्तान हैं। इनके इस बयां के बाद, पंजाब के कोंग्रेसियो ने मांग की कि अगर वे अमरिंदर सिंह जी को अपना नेता नहीं मान सकते तो वे मंत्रिमंडल छोड़ सकते हैं।
इस सब के बाद, नवजोत कौर ने एएनआई को बताया-“नवजोत जी ने कई बार बताया है कि कप्तान साहब उनके पिता समान हैं। हमने हमेशा ध्यान रखा है कि कप्तान साहब की इज़्ज़त और गरिमा को कोई आंच ना आये। सिद्धू के बयां को पूरी तरीके से समझना होगा, गलत और अधूरे तरीके से नहीं।”
सिद्धू ने ये विवादित बयां, हैदराबाद में चल रही प्रेस कांफ्रेंस में दिया था जहाँ वे 7 दिसंबर को होने वाले तेलंगाना विधान सभा चुनाव के लिए अभियान चला रहे थे। अमरिंदर सिंह के मना करने के बाद भी सिद्धू पाकिस्तान गए थे।
पंजाब के ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त रजिंदर बजवा ने सबसे पहले सिद्धू के खिलाफ बयां दिया था। उन्होंने ही सिद्धू से कहा था कि अगर वे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को अपना कप्तान नहीं मान सकते तो वे मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा दे सकते हैं। सुखबिंदर सिंह, राणा गुरमीत सिंह सोढी और साधु सिंह धर्मसोत ने भी सिद्धू के खिलाफ अपनी निराशा जताई है।
मंत्रिमंडल के मंत्रियो की इस निंदा के बाद सिद्धू ने कहा-“मैं अपने विवेक और पंजाब के लोगो के लिए जवाबदेही हूँ। मैं ऐसे ज़िन्दगी जीता हूँ जहा दिमाग में डर ना हो और सर हमेशा ऊँचा रहे। अगर कोई मेरे बयां को तोड़ मड़ोड़ के पेश करता है तो इसमें मेरी कोई गलती नहीं हैं। मैंने प्रेस कांफ्रेंस में भी कहा था कि अमरिंदर जी मेरे पिता समान हैं।”