संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वो संसद को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा “विपक्ष द्वारा उठाये गए सभी मुद्दों पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं। मुझे उम्मीद है कि संसद सुचारू रूप से चलेगा। मैं संसद में कामकाज सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी दलों से सहयोग की अपेक्षा करता हूँ।”
उन्होंने कहा अगर जरूरी हुआ तो हम हम देर रात तक काम करके भी जरूरी बिलों को पास कराएँगे।
हालाँकि प्रधानमंत्री की अपील से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और कहा कि राफेल डील पर जांच के लिए वो प्रधानमंत्री पर संयुक्त संसदीय कमिटी से जांच के लिए दवाब डालेगा।
सर्वदलीय बैठक के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई, इस बैठक में विपक्ष ने कहा कि वो केन्द्रीय एजेंसियों जैसे आरबीआई की स्वायत्ता और सीबीआई का दुरूपयोग जैसे मुद्दों को शीतकालीन सत्र के दौरान उठाएगी।
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राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नवी आज़ाद ने कहा “विपक्ष 58,000 करोड़ रुपये के राफेल डील की जाँच कराने के लिए जेपीसी के गठन के लिए सरकार पर दवाब डालेगी।” उन्होंने कहा “इसके अतिरिक्त हम सरकारी और केन्द्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग पर भी सरकार से सवाल करेंगे। हालिया सीबीआई विवाद, आरबीआई में सरकार का दखल आदि कुछ ऐसे मुद्दे हैं इस पर सरकार को संसद में जवाब देना होगा।”
इस मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा गुलाम नवी आज़ाद, मल्लिकार्जुन खड्गे, सीपीआई नेता डी राजा भी शामिल हुए।
सरकार और आरबीआई के बीच खींचतान को लेकर, विपक्षी दलों ने एनडीए सरकार पर उसकी स्वायत्तता में दखल देकर देश में हर संस्थान को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।
शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू होकर 8 जनवरी 2019 तक चलेगा।