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    संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू होगा। 11 दिसंबर को ही 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा के चुनाव परिणामों की घोषणा की जायेगी।

    संसदीय मामलों पर मंत्रिमंडल समिति ने बुधवार को 11 दिसंबर से 8 जनवरी तक शीतकालीन सत्र आयोजित करने की सिफारिश की।

    आगामी लोकसभा चुनावों से पहले ये मोदी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक सत्र होगा। विधानसभा चुनाव परिणाम, राफेल विवाद, राम मंदिर मुद्दों के कारण इस सत्र के काफी हंगामेदार होने का अनुमान है।

    सत्र के दौरान 20 कार्य दिवस होंगे। आमतौर पर शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे सप्ताह में शुरू होता है और क्रिसमस से पहले समाप्त होता है। सत्र का पहले दिन पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद स्थगित होने की संभावना है।

    संसदीय मामलों के मंत्री विजय गोयल ने कहा, ‘हम सत्र के दौरान संसद के सुचारू कामकाज के लिए सभी पार्टियों से समर्थन और सहयोग की उम्मीद करते हैं।’

    सरकार राज्यसभा में लंबित तीन तलाक बिल के पारित करने की कोशिश करेगी। फिलहाल सरकार ने तीन तालाक को दंडनीय अपराध घोषित करने के लिए एक अध्यादेश जारी किया गया है। सरकार इस सत्र में भारतीय चिकित्सा परिषद संशोधन अध्यादेश और कंपनियों के संशोधन अध्यादेश को पारित कराना चाहेगी।

    इसके अतिरिक्त भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने मंदिर निर्माण के लिए प्राइवेट मेंबर बिल लाने की भी घोषणा कर रखी है।

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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