मक्खियाँ पौधों और विभिन्न कीड़ों द्वारा उत्पन्न किये गए शुगरी (शर्करा) पदार्थ से विघटन, एंजाइमेटिक गतिविधि, और पानी वाष्पीकरण के द्वारा शहद बनाती हैं।
पुराने ज़माने से शहद खाने में और दवाइयों में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अनेकों लाभ पाए गए हैं और आयुर्वेदिक भी इसे एक महत्त्वपूर्ण औषधि के रूप में देखता है। शहद से ज्यादा मीठा कोई पदार्थ नहीं माना जाता है। इसको सौदर्य प्रसाधनों में भी इस्तेमाल किया जाता है।
ये पौधों के कंपाउंड्स में भारी मात्रा में पाया जाता है और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। चीनी की जगह शहद का सेवन स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत फायदेमंद होता है। इससे वज़न भी नियंत्रित रहता है और शरीर में उर्जा भी आती है।
विषय-सूचि
शहद के फायदे (honey benefits in hindi)
शहद के कुछ अधिक विशेष लाभ इस प्रकार हैं:
1. उच्च गुणवत्ता के शहद में होते हैं भारी मात्रा में एंटीओक्सीडैन्ट्स (antioxidents in honey in hindi)
उच्च गुणवत्ता के शहद में फिनोल, एन्ज्य्मेस, और फ़्लवोनोइद्स और आर्गेनिक एसिड्स जैसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इन एंटीओक्सीडैन्ट्स के कारण ही शहद में स्वास्थ्यवर्धक तत्व पाए जाते हैं। इन एंटीओक्सीडैन्ट्स की मदद से ही शहद का सेवन करने से इंसान से अन्दर हार्ट के परेशानियों और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से निजात पाने की क्षमता आती है।
इन्ही एंटीओक्सीडैन्ट्स के कारण चिकित्सक भी शहद का सेवन करने की सलाह देते हैं।
2. शहद होता है पोषक तत्वों से भरपूर (nutrients in honey in hindi)
शहद एक गाढ़ा, मीठा और स्वादिष्ट तरल पदार्थ है जो मदुमाक्खियों द्वारा बनाया जाता है।
इसमें विटामिन्स और मिनरल्स भले ही कम होते हैं पर उच्च मात्रा में प्लांट कंपाउंड्स पाए जाते हैं। इसमें न ही फैट होता है, न ही फाइबर और न ही प्रोटीन।
शोध के अनुसार, एक चम्मच में 64 कैलोरीज होती है और 17 ग्राम शक्कर होती है जिसमें ग्लूकोस, फ्रुक्टोस और माल्टोस शामिल है।
3. कोलेस्ट्रोल को रखता है नियंत्रित (honey controls cholesterol in hindi)
बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल हार्ट के बिमारियों का मुख्य कारण होता है।
कई शोधों में यह पाया गया है कि शहद का नियमित रूप से सेवन करने से दिल की बिमारियों का खतरा बहुत अधिक कम हो जाता है।
ये एलडीएल कोलेस्ट्रोल को कम करता है और एचडीएल (“गुड”) कोलेस्ट्रोल को बढाता है।
इस कारण इंसान की कोलेस्ट्रोल की मात्रा नियंत्रित रहती है।
4. मधुमेह में शक्कर के मुकाबले शहद का प्रयोग होता है बेहतर
मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए शक्कर बहुत ही नुक्सानदायक होती है लेकिन यदि ऐसे लोग शहद का प्रयोग करें तो वह उनके लिए कम नुकसानदायक होगा।
यह बात सही है कि शहद से ज्यादा मीठा और कोई पदार्थ नहीं है, लेकिन फिर भी शहद मधुमेह के लिए लाभकारी होती है।
इसमें ध्यान रहे कि आप शहद का सेवन संतुलित मात्रा में करें, वर्ना यह नुकसानदायक भी हो सकता है।
इसलिए लोगों को शहद की मात्रा में भी संतुलन बनाये रखना चाहिए और एक निर्धारित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए।
इसके लिए हम कह सकते हैं कि ये मधुमेह वालों के लिए बस शक्कर के मुकाबले कम हानिकारक होगा।
5. जले हुए पर या घाव पर शहद होता है लाभकारी
पुराने समय से ही शहद को घावों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
शोध में यह पाया गया है कि सर्जरी के बाद संक्रमित हो गए जलने के निशाँ और घावों को ठीक करने में शहद सबसे अधिक प्रभावी है।
यह डायबिटिक फुट अलसर में भी प्रभावी उपचार होता है जो बहुत गंभीर जटिलताएं हैं और विच्छेदन का कारण बन सकते हैं।
एक अध्ययन ने एक घाव के इलाज के रूप में शहद के साथ 43.3% सफलता दर की सफलता हासिल करी थी। एक अन्य अध्ययन में, सामूहिक शहद ने मधुमेह के अल्सर से ग्रसित 97% रोगियों को ठीक किया था।
6. बच्चों में खांसी की समस्या से दिलाता है निजात (honey for cough in hindi)
बच्चों में सर्दी जुखाम की समस्या एक आम बात है। हर समय बच्चों को दवाइयां देना उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
अभिभावकों को उनके लिए ऐसे इलाज ढूँढने चाहिए जो उनको कोई अन्य नुक्सान न पहुंचाएं और उनके इम्यून सिस्टम को मज़बूत रखें। कई शोधों में यह पाया गया है कि इसके लिए शहद एक बहुत ही उपयोगी इलाज है।
यह पाया गया है कि कई बार शहद दवाइयों से ज्यादा मददगार साबित होता है बच्चों की खांसी को ठीक करने में। ये बच्चों में नींद की गुणवत्ता को बढाता है और उनकी खांसी जुखाम का सही इलाज करता है।
हालांकि, लोगों को यह याद रखना चाहिए कि इसे 1 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं देना चाहिए।
7. ब्लड प्रेशर और दिल सम्बन्धी समस्याओं में
शहद में मौजूद एंटीओक्सीडैन्ट्स दिल को स्वस्थ रखते हैं और रक्त का प्रवाह सुधार कर दिल की बिमारियों से बचाते हैं।
ये रक्त के क्लोट्स बन्ने से रोकता है और आर्टरीज से होकर जाने वाले खून को शुद्ध बनता है। हालांकि, अभी भी इस पर खोज जारी है और परिणाम बदलते रहते हैं।
हार्ट की बिमारियों का सबसे बड़ा खतरा गिरता उठता ब्लड प्रेशर होता है। इसका नियंत्रण भी बहुत ज़रूरी है।
शोध के द्वारा यह बात सामने आई है कि शहद का सेवन करने वाले लोगों में ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती है क्योंकि ये उनका ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है।
8. ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को करता है कम (honey reduces triglycerides in hindi)
उच्चतर रक्त ट्राइग्लिसराइड्स हृदय रोग के लिए एक और प्रमुख जोखिम होता है। वे टाइप 2 मधुमेह के एक प्रमुख चालक इंसुलिन प्रतिरोध का एक महत्वपूर्ण लक्षण भी हैं।
ट्राइग्लिसराइड का स्तर एक आहार पर बढ़ता है जो चीनी और परिष्कृत कार्ड्स में उच्च होता है।दिलचस्प बात यह है कि कई अध्ययनों ने ट्राइग्लिसराइड के निचले स्तरों के साथ नियमित शहद का खपत जोड़ा है, खासकर जब इसे चीनी की जगह उपयोग किया जाता है।
9. शहद स्वादिष्ट होता है पर कैलोरीज भी होती है ज्यादा
हालांकि, शहद बहुत ही स्वादिष्ट होता है और शक्कर के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद होता है लेकिन इसमें कैलोरीज का स्तर भी ज्यादा होता है।
शहद से ज्यादा मीठा शक्कर है, लेकिन फिर भी इसे इसलिए इस्तेमाल करने के लिए बोला जाता है क्योंकि बाकि शर्करा पदार्थों के मुकाबले ये कम नुक्सान करता है और इसके फायदे भी ज्यादा हैं।
इसलिए यह माना गया है कि शहद, शक्कर से “कम हानिकारक” है।
शहद की मिठास में प्रकृति के कई गुण छिपे हुए है ,जो हमारे जीवन में बेहद महत्वपूर्ण है। जहां शहद की मिठास का उपयोग खाने योग्य प्रदार्थो में भी किया जाता है , तो वहीं हमारे स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा शहद का उपयोग खूबसूरती को बढ़ाने यानि सौंदर्य प्रसाधन के रूप में भी किया जाता है।
शहद के प्राकृतिक गुण (natural benefits of honey in hindi)
- शहद वर्षों से चिकित्सक द्वारा बनाई जाने वाली दवाओं में प्रयोग किया जा रहा है। यह भी कहना गलत नही होगा कि शहद स्वंय एक औषधि है।
- शहद में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी और आयरन, कैल्शियम आयोडीन तत्वों की मात्रा भी पायी जाती है। ये तत्व शरीर के रोगों को दूर कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता करते है।
- शहद में प्राकृतिक रूप से मिठास होती है तो इसका चीनी की जगह भी उपयोग किया जा सकता है।
- सौन्दर्य प्रसाधनों में भी शहद का उपयोग किया जा सकता है। शहद में त्वचा हाइड्रेट का गुण पाया जाता है।
- शहद में एन्टी-माइक्रोबियल गुण पाया जाता है, जिससे त्वचा को संक्रमित होने से बचाया जा सकता है।
- शहद में एन्टी बैक्टिरियल और एन्टीसेप्टिक का गुण पाया जाता है। जो शरीर में जीवाणुओं और अन्य हानिकारक बैक्टीरिया से दूर रखता है।
खाने में शहद का उपयोग और फायदे (honey use and benefits in eating)
- यह तो हम सभी जानते है कि प्राकृतिक रूप से शहद में मिठास पाई जाती है। जिस व्यक्ति को डायबिटीज की बीमारी होती है या जिनकों किसी भी बीमारी वश मीठा खाने से मनाही होती है वो व्यक्ति भी अपने स्वाद के लिए शहद खा सकते है।
- त्यौहारों पर बनने वाली मिठाईयों और पकवानों में चीनी की जगह शहद का उपयोग किया जा सकता है। शहद की मिठास से बनी मिठाइयां स्वास्थ्य के लिए बेहद ही अच्छी मानी जाती है।
- शहद को अदरक के रस के साथ मिलाकर खाने से खांसी-जुकाम की शिकायत दुर की जा सकती है।
- शहद को नियमित खाने और चाटने से दिमाग तेज़ होता है। साथ ही दिमाग पूरे 24 घंटे तक एक्टिव रहता है।
- शहद में काली मिर्च मिलाकर खाने से खांसी से निजात मिलती है।
शहद को पानी में मिलाकर पीने के फायदे (honey and water in hindi)
आजकल हर कोई इस भागदौड़ की जिंदगी में अपने खाने -पीने का सही से ध्यान नही रख पाता है जिसका खामियाजा यह भुगतना पड़ता है कि कई प्रकार की बिमारी शरीर को जकड़ लेती है।
इन रोगों से बचने के लिए आप रोजाना नियमित रूप से 1 चम्मच शहद का सेवन करने से स्वास्थ्य संबधी कई बिमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। एक चम्मच शहद को पानी में मिलाकर पीना चाहिए।
शहद को पानी में मिलकर पीने कई अहम् चीजों में मदद मिलती है।
- वजन कम होता है- खूबसूरत दिखने की चाह में और खासकर लड़कियों के जीरों साइज फिगर के लिए हर कोई नये-नये तरीके से वजन कम कर रहे है। लेकिन वजन कम करने का सबसे आसान और अच्छा तरीका है कि शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर नियमित रूप से पीना चाहिए।
शहद वाले पानी के पीने से भूख कम लगती है और जिससे मोटे से मोटा इंसान अपना बढ़ता वजन आसानी से कम कर सकता है। इसके अलावा शहद पीने से शरीर में एनर्जी बनी रहती है।
शहद और दूध पीने से भी वजन घटता है।
- ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) सन्तुलित रहता है- यदि किसी व्यक्ति को ब्लड प्रेशर कम या ज्यादा होने की शिकायत है, तो शहद का सेवन करना सबसे अच्छा माना जाता है। ब्लड प्रेशर कम होने का लक्षण यह होता है कि यदि कोई व्यक्ति नीचे बैठा हुआ है और अचानक से उठता है तो उस दौरान उस व्यक्ति को चक्कर आते है। ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) का कम होने का मतलब दिमाग में ऑक्सीजन का कम मात्रा में पहुंचना है।
इसी प्रकार कोई अपना सिर नीचे की ओर झुकाता है या खड़ा रहता है और अचानक से बैठने की कोशिश करता है, उस दौरान चक्कर आते है तो समझिए कि ब्लड प्रेशर बढ़ गया है। शहद का एक चम्मच गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से ब्लड प्रेशर सन्तुलित रहता है। इससे कभी भी चक्कर नही आते है और चुस्ती-स्फुर्ती बनी रहती है।
- पाचन शक्ति का मजबूत रहना – शहद में एंटी बैक्टीरियल मौजूद होते हैं जो पेट में किसी हर प्रकार के संक्रमण को दूर करने में सहायता करते हैं और पाचन क्रिया को दुरूस्त रखते है। साथ ही भूख अच्छी लगती है जिससे शरीर में ताकत बनी रहती है। अच्छे पाचन के लिए सुबह गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाकर पीना चाहिए। यह पेट को साफ करने में भी मदद करता है।
- कब्ज की शिकायत दूर होती है– ज्यादतर व्यक्तियों को कब्ज की शिकायत होती है जिस वजह से उनका पेट साफ नही होता और इससे वे पूरे दिन भर तनाव में बने रहते है। पानी में शहद मिलाकर पीने से कब्ज की शिकायत तुरन्त दूर हो जाती है। यह पेय पदार्थ आंतो के लिए भी अच्छा होता है।
- मुंह से आने वाली बदबू से छुटकारा – एक ग्लास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद और एक नींबू को निचोड़कर एक साथ पीने से सांसो और मुंह की बदबू दूर होती है। साथ ही लार ग्रन्थियां भी सक्रिय होती है। कई लोगों को यह शिकायत होती है कि उनकी जीभ पर सफेद परत जम जाती है, तो इस पेय प्रदार्थ का सेवन करने से इस समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
- शरीर को डिटॉक्स करता है- शहद शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मदद करता है। देखा जाए तो शहद पानी में मिलाकर पीने से डिटॉक्स करने के काम आता है।
- शरीर में एनर्जी लेवल की वृद्धि – शहद और गर्म पानी के घोल पीने से शरीर में एनर्जी की वृद्धि होती है। साथ ही शहद शरीर में पहुंचकर शरीर के अंगों को ठीक से काम करने के लिए प्रेरित करता है।
- त्वचा में निखार पाने के लिए – शहद में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर में खून को साफ करता है। शहद को पानी में मिलाकर पीने से त्वचा चमकदार और सुन्दर बनती है। साथ ही यह मुंहासे होने से भी बचाता है।
खूबसूरती बढ़ाने में शहद का प्रयोग और फायदे (honey for beauty in hindi)
आमतौर पर शहद आसानी से घरों में मिल जाता है। इसका इस्तेमाल करने से आप भी घर बैठे आसानी से बेहद ही खूबसूरत नज़र आ सकते है। लोग चेहरे पर शहद का प्रयोग करते हैं।
तो चलिए हम आपको बताते है कि शहद को खाने के साथ-साथ सुन्दरता बढ़ाने के लिए किस प्रकार से उपयोग में लिया जा सकता है।
- मुंहासे-फुन्सियों से छुटाकारा पाने के लिए- चेहरे पर मुंहासे-फुन्सियों की समस्या होना लड़के और लड़कियों के लिए आम सी बात है । तो इस समस्या को हल करने के लिए-
- शहद में दही मिलाकर फेस पर पैक की तरह प्रयोग करें।
- शहद में हल्दी और ग्लिसरीन मिलाकर भी लगाना चाहिए।
- गौरी रंगत पाने के लिए- अगर आपका चेहरा या पूरे शरीर की स्कीन सांवली है या धूप की वजह से काली पड़ रही है तो आप शहद में पपीता मिलाकर पैक तैयार करके चेहरे और पूरे शरीर पर लगाए। इससे आपकी स्कीन कुछ ही दिनों में निखर जाएगी।
- क्लीन फेस और चमक पाने के लिए– यदि आप अपना फेस बिल्कुल क्लीन और चमकदार बनाना चहाते है जो हर वक्त ग्लो करता रहे तो आपकों शहद में टमाटर का रस मिलाकर पैक की तरह उपयोग करना चाहिए, जिससे निश्चित ही आपकों असर दिखेगा।
- चेहरे से दाग-धब्बों को दूर करने के लिए – शहद में केले को पीस कर लगाने से चेहरे से दाग धब्बे हमेशा के लिए दूर हो जाते है। साथ ही रंग में भी निखार आता है। यदि आपके चेहरे पर किसी भी प्रकार के दाग-धब्बे है और इन दाग धब्बों की वजह से स्किन काली दिखाई पड़ती है तो उसके लिए शहद और दूध का पैक बनाकर प्रयोग में ले।
- पूरे शरीर पर चमक और निखार पाने के लिए – खूबसूरत और निखरी हुई त्वचा पाने के लिए शहद और बेसन का बना हुआ पैक का उपयोग करना सबसे बेहतर माना जाता है। शहद और बेसन का उपयोग सुन्दरता बढ़ाने के लिए सदियों से चला आ रहा है।
यदि आपको शहद या इससे सम्बंधित किसी भी अन्य विषय के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो आप नीचे कमेंट के जरिये इसे हमसे पूछ सकते हैं।