विश्वकप में भारतीय टीम से नंबर चार पर बल्लेबाजी कौन करेगा इस पर एक बड़ी बहस अबतक जारी है। जबकि कुछ क्रिकेट विशेषज्ञो का मानना है कि अंबाती रायडू ने नंबर चार पर अपनी जगह बनाने के लिए कई अवसरो पर अच्छी बल्लेबाजी की है, जब से उन्होने टीम इंडिया में अपना कमबैक किया है। बहस ने एक बार फिर आग तब पकड़ी जब भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि विराट कोहली विश्वकप में नंबर-4 पर भी बल्लेबाजी कर सकते है, अगर परिस्थितियों देखकर जरूरत पड़े। लेकिन इस पर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर का कहना है कि यह अंबाती रायडू के लिए अनुचित होगा।
2017 की शुरुआत के बाद से नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए टीम प्रबंधन ने एमएस धोनी, हार्दिक पांड्या, अजिंक्य रहाणे को कई मौके दिए। लेकिन टीम में कमबैक करने के बाद एशिया कप और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू श्रृंख्ला में शानदार प्रदर्शन कर अंबाती रायडू को चयनकर्ताओ ने नंबर चार के लिए फिट समझा।
वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज के बाद से अंबाती रायडू ने 12 पारियो में 49.33 की औसत से 444 रन बनाए है, जिसमें दो अर्धशतक और एक शतक भी शामिल है। और उन्होने न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम वनडे मैच में 90 रन की पारी भी खेली थी जो मांजरेकर को बहुत प्रभावित कर गई। उस पारी से उन्होने भारत की पारी को अकेले आगे बढ़ाया और उस मैच में भारतीय टीम को जीत भी मिली थी।
मांजरेकर ने हैदराबाद में खेले गए पहले वनडे मैच के दौरान कमंट्री करते हुए कहा, ” मुझे लगता है टीम अभी भी नबंर-4 पर बल्लेबाजी करवाने के लिए खिलाड़ी की तलाश में है। यह अंबाती रायडू के लिए अनुचित होगा क्योंकि उन्होने नंबर-4 पर खेलते हुए अपने आप को साबित किया है। उनकी 90 रन की पारी बहुत शानदार थी। और टीम अभी भी 4, 5 और 6 नंबर के बल्लेबाजी क्रम को लेकर चिंतित है।”
केदार जाधव और धोनी ने पहले वनडे मैच में पांचवे विकेट के लिए 141 रन की नाबाद साझेदारी कर टीम को छह विकेट से जीत दर्ज करवाई थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच से पहले विराट कोहली ने कोच की बात का समर्थन करते हुए कहा था, ” मैंने कई बार नंबर चार पर बल्लेबाजी की। जरूरी नहीं कि मैं इसे आजमाऊं, क्योंकि मैंने अतीत में यहा खेलते आया हूं। अगर मैं नंबर-3 से नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने उतरता हूं तो भी मैं सामान्य खेल खेलूंगा। अगर परिस्थितिया देखकर मुझे नंबर चार पर उतरना हो तो मैं उतरूंगा।”