विषय-सूचि
वाराणासी उत्तर प्रदेश का एक बहुत ही जाना-माना शह्र है। इस जाने-माने शहर के बारे में निम्न कुछ जानकारियाँ हैं:
वाराणसी के बारे में बुनियादी तथ्य (basic facts about varanasi in hindi)
- वारणासी को बनारस और काशी भी कहा जाता है।
- ये शहर, गंगा नदी के तट पर है।
- ये एक बहुत ही बड़ा धार्मिक शहर माना जाता है।
- या हिंदू, जैन, और बुद्ध धर्म प्रचलित है।
- वारणासी का मुख्य भाषा बनारासी और भोजपूरी है।
- ये शहर भारत का एक मुख्य औद्योगिक केंद्र भी है।
- गौतम बुद्ध ने, इसी शहर में अपनी पहली देशना दी थी।
- अखबर ने इस शहर में दो बड़े मंदिर बनवाए, विष्णु और शिवा की याद में।
- वारणासी उत्तर भारत का सांस्कृतिक केंद्र भी रहा है।
ऐतिहासिक तथ्य (historical facts about varanasi in hindi)
- कहा जाता है कि वारणासी की स्थापना भगवान शिव ने की थी।
- महाभारत के पांडव भी, शिवा की खोज करते हुए, इस शहर में पहुँचे।
- गौतम बुद्ध ने यहाँ बुद्ध धर्म की स्थापना की।
- भक्ति काल के कई मुख्य लोगों का जन्म वारणासी में हुआ था। कबीरदास उनमें से एक हैं।
- सन् 1507 के महाशिवरात्री के समय में गुरु नानक इस शहर में आए, और सिख धर्म फैलाए।
- औरंगज़ेब के राज में, वारणासी के कई सारे मंदिर तुड़वा दिए गए थे।
- अग्रेज़ों के राज में, वारणासी को एक नया राज्य बना दिया गया था, जिसकी राजधानी रामनगर थी।
आर्थिक तथ्य (economic facts about varanasi in hindi)
- 2006 के हिसाब से, वारणासी की 29% आबादी, रोज़गार हैं।
- रेशम कपड़े को सीना, यहाँ का मुख्य काम है। ज़्यादातर मुसलमान इन कामों में व्य्सथ रहते हैं।
- ये शहर इसके बनारसी साड़ियों के लिए जाना जाता है।
- पर्यटन यहाँ का दूसरा पैसा कमाने का ज़रिया है।
- कई लोग वारणासी, यहाँ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों को देखने आते हैं।
- ज़्यादातर लोग यहाँ बीहार, मध्य प्रदेश, और पस्चिम बंगाल से आते हैं।
- सबसे ज़्यादा मेहमान यहाँ अक्टूबर और मार्च के महीने में आते हैं।
वारणासी के प्रसिद्ध स्थल
- जनतर मनतर – ये सन् 1737 में बनाया गया था। वारणासी के अलावा ये और भी शहरों में है।
- रामनगर किला – यह गंगा के पूर्व तट, और तुलसी घाट के ठीक सामने बनाया गया है। इसे अठारवीं सदी में काशी नरेश राजा बलवंत सिंघ द्वारा बनाया गया था। इस किले में कई सारे आँगन बनाए गए हैं।
- जैन घाट – कहा जाता है कि वारणासी भगवान सूपार्श्वनाथ और पार्श्वनाथ का जन्म स्थल है। इस घाट पर तीन जैन मंदिर बनाए गए हैं। कहते हैं कि जैन महाराजाओं इस घाट को अपना बताते थे।
- दशाश्वमेध घाट – यह वारणासी का मुख्य और सबसे पुराना घाट है। कहा जाता है कि ब्रहमा ने इस घाट का निर्माण किया शिवा के लिए।
- मंदिरों में से वारणासी में निम्न मंदिर बहुत प्रसिद्ध है:
- काशी विश्वनाथ मंदिर
- संकट मोचन हनुमान मंदिर
- पार्श्वनाथ जैन मंदिर
- मसजिदों में से निम्न वारणासी में प्रसिद्ध हैं:
- अबदुल रज़ाक
- आलमगिर
- बिबि रज़िआ
- चौखम्बा
सांस्कृतिक तथ्य (cultural facts about varanasi in hindi)
- वारणासी के कई लेखक और कवि में से कबीरदास, रविदास, और तुलसीदास कुछ हैं।
- वारणासी में कई अखबार छपते हैं। जैसे की – वारणासी चंद्रोदय।
- वारणासी चित्र कला के लिए एक प्रख्यात केंद्र है।
- यहाँ की बनारसी साड़ी, लक्ड़ी के खिलौने, काँच की चूड़ियाँ, पीतल की चीज़ें, और ढेर सारे हस्तशिल्प, बहुत ही प्रसिद्ध और प्रचलित हैं।
- यहाँ के अनेक गीतकार और नर्तक में से, बिस्मिल्ला खान, रवी शंकर, गिरिजा देवी, और सितारा देवी कुछ हैं।
- कहा जाता है कि भगवान शिव ने नाच और गाने की कला को विकसित किया था।
- यहाँ के प्रसिद्ध और प्रख्यात गायक, ठुमरी गाना पसंद करते थे।
- रवी शंकर को अपने सितार बजाने की कला के लिए, भारत रत्न से पुरस्कारित किया गया था।
- यहाँ महाशिवरात्री धूम-धाम से मनाई जाती है।
- यहाँ का ध्रुपद मेला, पाँच दिन का मेला होता है।
- वारणासी के लोग, पाँच दिनों तक गंगा महोत्सव भी मनाते हैं। ये गानों के ज़रिये, जश्न मनाते हैं।
अन्य दूसरे तथ्य
- वारणासी के इतिहास में, ये शहर शिक्षा का भी केंद्र हुआ करता था।
- यहाँ पर, 80% लोग पढे-लिखे हैं।
- यहाँ कई सारे विध्यालय और विश्व विध्यालय हैं। उन में कुछ निम्न हैं:
- बनारस हिंदू विश्व विध्यालय
- इंडियन इंस्टिट्युट ऑफ टेक्नॉलोजी
- महातमा गाँधी काशी विद्यपीठ
- यहाँ के प्रसिद्ध खेल बास्केट्बॉल, क्रिकेट और हॉकी है।
- वारणासी में जिम्नास्टिक्स भी बहुत प्रसिद्ध है।
- यहाँ खेल के दिप्लोमा कोर्स कराए जाते हैं।
- धार्मिक ग्रंथों में वारणासी को महा श्मशान कहा गया है।
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सर जी आपका पोस्ट और आर्टिक्ल काफी पसंद आया हमे हमने भी बनारस के विषय पे कुछ लेख लिखे है देख के बताइये कैसा है – Very Good Sir Very Impressive Post –
https://tips4earning.com/lets-know-about-banaras-history-of-varanasi/