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    सागरीय अभिसरण Oceanic Convergence

    विषय-सूचि

    सागरीय अभिसरण क्या है? (Definition of Oceanic Convergence in Hindi)

    सागरीय अभिसरण प्रक्रिया में एक सघन महासागरीय प्लेट एक कम घनत्व वाले महासागरीय प्लेट के नीचे सीमा (boundary) पर एक ट्रेंच का निर्माण करते हुए लुक (subduct) जाता है।

    जैसे ही तलछट (sedimentary) द्वारा भारित महासागरीय प्लेट एस्थेनोस्फेयर के नरम भाग में सब्डक्शन जोन के कॉन्टिनेंटल भाग में स्थित पत्थर तेज दबाव और तापमान के प्रभाव से metamorphose (पत्थरों के रूप बदलने की एक प्रक्रिया) हो जाते हैं।

    सागरीय अभिसरण प्रक्रिया (Process of Oceanic Convergence in hindi)

    metamorphose होने के बाद जब प्लेट लगभग 100 किमी की गहराई में पहुँचते हैं, तब वः पिघलने लगते हैं, जिसको मैग्मा कहते हैं। ये कम सघन होते हैं और इस समय ज्यादा दबाव में रहते हैं।

    सघन वातावरण होने के कारण उत्प्लावक शक्ति (Buoyancy force) से मैग्मा ऊपर उठते हैं। मैग्मा के लगातार ऊपर उठने की वजह से महासागरीय सतह पर खतरनाक तरीके से ज्वालामुखी फटता रहता है।

    इस प्रक्रिया के लगातार होने से सब्डक्शन जोन के ऊपरी तरफ पत्थरों की परत बनने लगती है। यह प्रक्रिया कई मिलियन सालों तक चलता रहता है वर एक ज्वालामुखीय भूभाग का निर्माण हो जाता है जो कभी कभी महासागर के पानी के बाहर आ जाता है।

    इस प्रकार से ज्वालामुखीय द्वीपों के समूह को द्वीपीय arc कहा जाता है। इंडोनेशियाई द्वीपीय arc, जापानी द्वीप arc आदि इस प्रकार के ज्वालामुखीय भूभाग हैं।

    इंडोनेशियाई द्वीपसमूह (Archipelago) का निर्माण कैसे हुआ?

    इस प्रक्रिया में इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट Sunda प्लेट (यह यूरेशियाई प्लेट का भाग था) के नीचे लुक गया। इसके द्वारा जो यहां ट्रेंच का निर्माण हुआ उसको Sunda ट्रेंच कहा जाता है। जावा ट्रेंच इसी का एक भाग है।

    फिलिपीन द्वीपसमूह (Philippines Archipelago in Hindi)

    इनका निर्माण Sunda प्लेट और फिलीपीन Sea प्लेट के कारन हुआ, जब यह Sunda प्लेट के नीचे लुक गया। इसके कारन जो ट्रेंच का निर्माण हुआ उसे फिलीपीन ट्रेंच कहा गया।

    कैरिबियन द्वीपों का निर्माण (Caribbean islands formation in Hindi)

    इन द्वीपों का निर्माण भी बाकि महासागरीय प्लेटों की तरह ही हुआ, फर्क इतना है कि यहां बहुत से छोटे प्लेटों का भी योगदान था।

    उत्तरी अमेरिकी प्लेट कैरेबियाई प्लेट के नीचे लुक गया। इससे Puerto रीको ट्रेंच का निर्माण हुआ। इससे दूसरे साइड मौजूद गर्त का भी निर्माण हुआ।

    जापानी द्वीपीय समूह (Japanese Archipelago in Hindi)

    जापान के ज्वालामुखी तीन ज्वालामुखीय arc के भाग हैं। ये सभी arc होन्शु द्वीप के ट्रिपल जंक्शन पर मिलते हैं। जब पैसिफिक प्लेट यूरेशियाई प्लेट के नीचे लुक गया था, इससे उत्तरी arc का निर्माण हुआ जिसके कारण जापानी ट्रेंच बना।

    जब पैसिफिक प्लेट फिलीपीन प्लेट के नीचे लुक गया इससे मध्य arc का निर्माण हुआ। इसके कारण Izu ट्रेंच बना। जब फिलीपीन प्लेट यूरेशियाई प्लेट के नीचे लुका, इससे दक्षिणी arc का निर्माण हुआ जिससे Ryukyu ट्रेंच बना।

    जापानी द्वीपीय arc पहले महाद्वीप के बिलकुल पास था। फिलीपीन प्लेट और पैसिफिक प्लेट द्वारा लगाए गए बल के खिंचाव के कारण arc पूर्व के तरफ झुक गया। इससे जापानी सागर का उदय हुआ।

    जापान में कई सालों के अंतर पर नए द्वीप देखे जाते हैं। वैज्ञानिक ऐसा मानते हैं कि लगातार हो रहे महासागरीय प्लेट के हलचल के कारण कई मिलियन सालों बाद जापान के सारे द्वीप एक दूसरे से जुड़ जायँगे और एक भूभाग का निर्माण होगा।

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