रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि सरकार पारंपरिक कोचों को आधुनिक एलएचबी (लिंके हॉफमैन बस) डिजाइन कोचों से बदल देगी।
उन्होंने सदन को यह भी आश्वासन दिया कि सरकार ‘अधिक ट्रेनों की शुरूआत के संबंध में जो भी घोषणाएं की गई हैं, उन्हें लागू करेगी’।
उनके मुताबिक, “एक हफ्ते पहले, गुवाहाटी में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमे ये फैसला लिया गया कि लम्बी दूरी वाली सभी ट्रेनों को एलएचबी आधुनिक कोचों से बदल दिया जाएगा।”
उच्च सदन को दिए लिखित जवाब में उन्होंने कहा कि ट्रेनों को बदलने का काम चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। वर्तमान में, नार्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे की 18 जोड़ी ट्रेनों को आधुनिक एलएचबी कोचों से संचालित किया जाएगा।
मंत्री ने ये भी बताया कि उच्च वहन क्षमता, गति और बढ़ी हुई कोडल लाइफ वाले एलएचबी कोचों का निर्माण भारतीय रेलवे ने 2018-19 से ही शुरू कर दिया था।
उन्होंने सवालों के जवाब देते हुए ये भी बताया कि नार्थईस्ट से चलने वाली ट्रेनों में पहले से ही लगे आधुनिक कोच को बदला नहीं जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने करीबन 3,451 मानव रहित रेलवे क्रासिंग को खत्म कर दिया है। इसी के परिणाम स्वरुप, 2014-15 में हुई 52 दुर्घटनाओं के मुकाबले पिछले नौ महीनों में केवल तीन दुर्घटना देखने को मिली। और अगले कुछ ही हफ्तों में ऐसी रेलवे क्रासिंग से पूरी तरीके से छुटकारा मिल जाएगा।