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    जिओ दन दना दन ऑफर

    हाल ही की एक रिपोर्ट के अनुसार जब से जिओ ने अपनी वाणिज्यिक सेवाओं को लॉन्च किया, कंपनी के कुल बेस में ग्रामीण ग्राहकों का हिस्सा दो साल पहले के 4.25% की तुलना में 2018 के सितंबर तिमाही में 32% से अधिक हो गया है

    जिओ के ग्रामीण ग्राहकों के पिछले वर्षों के आंकडे :

    हालांकि जिओ वोडाफोन एवं एयरटेल की तुलना में ग्रामीण ग्राहकों की संख्या में पिचके है लेकिन पिछले दो सालों में इन ग्राहकों की संख्या में एक तेज़ बढ़ोतरी देखने को मिली है। जहां 2 साल पहले जिओ के कुल ग्रामीण ग्राहक केवल 4.26 प्रतिशत थे, दिसम्बर 2017 में ये बढ़कर 25.66 प्रतिशत तक पहुँच गए एवं और तेज़ी से बढ़ते हुए ये सितम्बर 2018 में कुल 32.04 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं।

    एयरटेल एवं वोडाफोन से तुलना :

    जुलाई-सितंबर 2018 की अवधि में, वोडाफोन आइडिया के पास 52.97% ग्रामीण ग्राहकों का हिस्सा था जोकि सबसे अधिक था, इसके बाद एयरटेल का 49.30% ग्रामीण ग्राहकों का हिस्सा था। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण द्वारा दिखाए गए डेटा के अनुसार बीएसएनएल के 31.11% के मुकाबले 32.04% के साथ ग्रामीण ग्राहकों के मामले में Jio तीसरे स्थान पर है।

    जैसा की हम देख सकते हैं हालांकि अभी जिओ ग्रामीण ग्राहकों के मामले में वोडाफोन एवं एयरटेल को पीछे नहीं छोड़ पाया है लेकिन बीएसएनएल से आगे निकल चुका है। यदि जिओ सके ग्राहकों की संख्या इसी गति से बढती रही तो जल्द ही यह टेलिकॉम सेक्टर का सबसे बड़ा खिलाड़ी बन जाएगा।

    क्या है इस तेज बढ़ोतरी का कारण ?

    जिओ की तेजी से बढती ग्राहकों की संख्या का कारण मुख्य रूप से Jio फोन स्कीम एवं दूरदराज के क्षेत्रों में एक बड़ा एवं विश्वसनीय नेटवर्क को माना जा रहा है।

    एक कंपनी के आंतरिक सूत्र ने बताया कि जिओ फोन कम मूल्य पर आकर्षित करने वाला एक लोकप्रिय उत्पाद है। इस फोन की कीमत 1,500 रुपये है, लेकिन यदि कैशबैक आदि स्कीम को भी देखें तो ग्राहक को शून्य के बराबर मूल्य में या मुफ्त में जिओफोन मिल रहा है।

    जिओफोन ग्रामीणों के लिए टीवी एवं रेडियो दोनों की तरह काम करता है एवं इतने कम मूल्य में मिलने के कारण ज्यादा से ज्यादा लोग इसे खरीद रहे हैं।

    जिओ ने बनायी दूरदराज के इलाकों में पहुँच :

    जिओ ने ऐसे भी क्षेत्रों में पहुँच बनायी है जहां संचार के साधन तक नहीं थे लेकिन अब तेज़ इन्टरनेट उपलब्ध है। उदाहरण के लिए कंपनी ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में बाघ अभयारण्य, ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान में एक दूरसंचार टॉवर स्थापित किया। यह पार्क कई वर्षों से निर्जन था और ग्रामीणों को फोन कॉल करने के लिए लगभग 5-6 किमी की यात्रा करनी पड़ती थी। लेकिन अब ग्रामीण अपने घर बैठे कालिंग एवं इन्टरनेट प्रयोग कर सकते हैं।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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